IFFI 2023: गोवा फिल्म समारोह में मृणाल कुलकर्णी की ‘ढाई आखर’ का वर्ल्ड प्रीमियर, रजत मयूर के लिए प्रतियोगिता के साथ इंडियन पेनोरमा का भी हिस्सा है फिल्म
- प्रदीप सरदाना
वरिष्ठ पत्रकार एवं फिल्म समीक्षक
गोवा के 54 वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह (IFFI 54) की तैयारियां इन दिनों ज़ोर शोर से चल रही हैं। गोवा (Goa) में 20 से 28 नवंबर तक आयोजित होने वाले इस समारोह यूं देश-विदेश की करीब 270 फिल्मों का प्रदर्शन होगा। जिनमें स्वर्ण मयूर के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता वर्ग में 15 फीचर फिल्में हैं। तो किसी निर्देशक की पहली श्रेष्ठ फिल्म की एक अन्य प्रतियोगिता में रजत मयूर के लिए 7 फिल्में हैं।
अच्छी बात यह है कि स्वर्ण मयूर के लिए भारत से भी तीन फिल्में ‘कंतारा’,‘सना’ और ‘मीरबेन’ हैं। वहाँ रजत मयूर के लिए भी भारत की दो फिल्में मलयालम की ‘इरत्ता’ और हिन्दी की ‘ढाई आखर’ भी प्रतियोगिता में रहेंगी।
पिछले दिनों सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) और सूचना प्रसारण सचिव अपूर्व चंद्रा (Apurva Chandra) ने इस भव्य समारोह को लेकर बहुत सी जानकारी साझा की। इधर ‘ढाई आखर’ (Dhai Aakhar) के निर्देशक प्रवीण अरोड़ा (Praveen Arora) से बातचीत हुई तो वह अपनी इस पहली फिल्म को लेकर अच्छे खासे उत्साहित थे।
समारोह में 25 नवंबर को इस फिल्म का वर्ल्ड प्रीमियर होगा। प्रवीण (Praveen Arora) बताते हैं- ‘’मेरी यह फिल्म लेखक अमरीक सिंह दीप (Amrik Singh Deep) के उपन्यास ‘तीर्थाटन के बाद’ (Teerthatan Ke Baad) पर आधारित है। फिल्म उस महिला हर्षिता पर केन्द्रित है,जो बरसों से घरेलू हिंसा और अपमानजनक वैवाहिक जीवन जीती रही है। विधवा हो चुकी हर्षिता पत्रों के माध्यम से एक प्रसिद्द लेखक श्रीधर के करीब आती है। लेकिन हर्षिता और श्रीधर के ये संबंध परिवार और समाज को सहन नहीं होते। सवाल यह है कि हर्षिता का अपना अस्तित्व क्या है।‘’
फिल्म में नायिका हर्षिता की भूमिका जानी मानी अभिनेत्री मृणाल कुलकर्णी (Mrinal Kulkarni) कर रही हैं। मृणाल (Mrinal Kulkarni) हिन्दी और मराठी सिनेमा की तो वरिष्ठ अभिनेत्री हैं ही। साथ ही वह ‘श्रीकांत’,‘हसरतें’ और ‘सोन परी’ जैसे कितने ही सीरियल में भी अपने दमदार अभिनय की खूबसूरत मिसाल पेश कर चुकी हैं।
हरीश खन्ना और रोहित कोकाटे अन्य प्रमुख भूमिकाओं में हैं। जबकि फिल्म की पटकथा और संवाद प्रसिद्द लेखक असगर वजाहत (Asghar Wajahat) ने और गीत इरशाद कामिल (Irshad Kamil) ने लिखे हैं। संगीतकार अनुपम रॉय (Anupam Roy) और गायिका कविता सेठ (Kavita Seth) भी ‘ढाई आखर’ की सशक्त टीम का हिस्सा हैं।