‘हमास को पूरी तरह से समाप्त कर देना चाहिए’ इजरायल पहुँचने से पहले बोले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन हमास के आतंकी हमले के बाद आज इजरायल पहुंच रहे हैं। उनके इस दौरे का मकसद इसराइल के लोगों के साथ एकजुटता दर्शाना है। परन्तु, उन्होंने जॉर्डन का दौरा रद्द कर दिया है, जहां उनका जॉर्डन, मिस्र और फलीस्तीन के नेताओं के साथ बैठक का कार्यक्रम था।
इससे पहले फलीस्तीन प्राधिकरण ने गजा में एक अस्पताल में हुए भयंकर विस्फोट के बाद जॉर्डन में प्रस्तावित बैठक रद्द कर दी थी।
व्हाइट हाउस से जारी एक वक्तव्य में बताया गया है कि जो बाइडेन नेताओं से व्यक्तिगत रूप से परामर्श करेंगे और आने वाले दिनों में नियमित रूप से और सीधे तौर पर इन सभी से सम्पर्क में रहेंगे।
जॉर्डन के एक अधिकारी ने बताया कि प्राधिकरण के सभी देश ये कहते हुए बैठक रद्द करने पर सहमत हो गए हैं कि वर्तमान परिस्थितियों में बैठक से लक्ष्य हासिल नहीं होगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि आतंकवादी संगठन हमास, सभी फिलिस्तीनियों का प्रतिनिधित्व नहीं करता है। उन्होंने कहा कि हमास को पूरी तरह से समाप्त कर देना चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि गज़ा पर इजरायल का कब्जा एक बड़ी गलती होगी।
बाइडेन ने कहा कि वे मानवीय गलियारे का समर्थन करते हैं, जिसमें लोगों को गज़ा से बाहर निकलने की अनुमति तथा भोजन और पानी सहित मानवीय सहायता मुहैया कराई जा सकती है। उन्होंने कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है कि इजराइल, युद्ध के नियमों के तहत काम करेगा।
जो बाइडन का यह वक्तव्य ऐसे समय में आया है जब इस संकट की शुरुआत से ही सभी अंतरराष्ट्रीय मानदंडों का उल्लंघन करने के लिए इज़राइल की आलोचना की जा रही है।
पोप फ्रांसिस सहित अन्य प्रमुख लोगों ने भी इज़राइल से मानवीय गलियारा खोलने को कहा है। उन्होंने कहा कि मानवीय अधिकारों का सम्मान किया जाना चाहिए। वेटिकन ने इस संकट में मध्यस्थता की पेशकश की है।
जॉर्डन के विदेश मंत्री अयमन सफ़ादी ने कहा है कि फिलिस्तीनियों को गज़ा से मिस्र ले जाया जाना उनके देश के लिए अस्वीकार्य होगा। उन्होंने कहा कि इससे समस्या का समाधान नहीं होगा। उन्होंने गज़ा वासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आह्वान किया।
सफ़ादी ने गज़ा की स्थिति की तुलना यूक्रेन से की और कहा कि लोगों को शांति और सम्मान के साथ जीने के सभी व्यक्तियों के अधिकार के साथ खड़े होने की जरूरत है। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि इस संकट का बड़े क्षेत्र में फैलाव दुःस्वप्न बन जाएगा।
इस बीच, संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि गज़ा के अस्पतालों में केवल 24 घंटे का ही ईंधन का भंडार बाकी है। बैकअप जनरेटर बंद होने से हजारों रोगियों की जान जोखिम में पड़ जाएगी।