गंभीर बीमारी से जूझते हुए आलोक शुक्ला ने की रंगमंच की दुनिया में वापसी, दिल्ली में किया नाटक ‘उसकेे साथ’ का मंचन

सुपरिचित रंगकर्मी, लेखक और निर्देशक आलोक शुक्ला ने GBS (Guillain–Barré syndrome) की गंभीर बीमारी से जूझते हुए क़रीब चार साल बाद रंगमंच की दुनिया में वापसी की है।

साहित्य कला परिषद द्वारा एल टी जी सभागार में आयोजित भरत मुनि नाट्य समारोह में  22 जनवरी शाम को , आलोक शुक्ला ने अपने  मार्मिक नाटक “उसकेे साथ” का मंचन किया।

मुख्य रूप से दो पात्रों का यह नाटक स्वयं लेखक के साथ 1997 में मुम्बई में घटी एक सत्य घटना पर आधारित है। जहां  भीख मांगने वाली एक महिला फुटपाथ पर अपने बच्चे को जन्म दे रही थी। इसी घटना के इर्द गिर्द एक महिला के जीवन को विभिन्न रंगों में दिखाया गया है। नाटक में  दर्शक आलोक शुक्ला और सह अभिनेत्री  मान्या की अदायगी से कुछ इस तरह जुड़े कि कहीं हंसने के पलों में खूब हंसे तो मार्मिक लम्हों में खूब रोये भी। एक छोटी सी भूमिका में नन्ही बच्ची आराध्या शुक्ला ने भी काफ़ी तालियां बंटोरी।

नाटक में प्रकाश संयोजन का जिम्मा सुनील चौहान, ध्वनि संयोजन  का रत्न दीप और सज्जा और वेषभूषा का नीतू  शुक्ला ने बखूबी संभाला। संगीत अभ्युदय मिश्रा और आशीष मित्तल ने दिया। जिसमें  विजय लक्ष्मी और रसना का भी सहयोग रहा। नाटक में प्रोडक्शन का जिम्मा प्रताम सिंह और स्वरुप शुक्ला का था

बता दें कि वरिष्ठ रंगकर्मी और लेखक आलोक शुक्ला 2 जून 2020 कोरोना काल में लाखों में किसी एक को होने वाली बीमारी ‘GBS’ (Guillain–Barré syndrome) की गिरफ्त में आ गए थे जिससे उनका गले के नीचे का पूरा हिस्सा निष्क्रीय हो गया था।

लेकिन इतने समय बाद भी पूरी तरह ठीक न हो सकने के बावजूद आलोक शुक्ला की जीवटता और  रंगकर्म के प्रति उनकी प्रतिबद्धता रंग लायी।

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