बॉक्स ऑफिस पर बरसता सावन और शाहरुख की ‘जवान’

  • प्रदीप सरदाना

वरिष्ठ पत्रकार एवं फिल्म समीक्षक

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पिछले महीने चार प्रमुख फिल्मों में से तीन फिल्मों ने जो बड़ी सफलता पायी है उससे मुंबई फिल्म उद्योग गद गद है। इसे संयोग कहें या कुछ और पिछला महीना सावन का था और बरसों बाद बॉक्स ऑफिस (Box Office) पर भी सावन खूब झमाझम बरसा। जिससे उदास, निराश और सुस्त मुंबई फिल्म उद्योग सातवें  आसमान पर है।

हिन्दी सिनेमा (Hindi Cinema) कोरोना काल में ही अपने बुरे दौर में चला गया था। उम्मीद थी कोरोना (Corona Virus) के बाद थिएटर्स में फिर रौनक लौटेगी। लेकिन ऐसा हो नहीं पा रहा था। हालांकि इस दौरान बड़ी और चौंकाने वाली बात यह हुई कि जहां अधिकतर हिन्दी फिल्में असफल हो रही थीं। वहाँ दक्षिण भाषा में बनी फिल्में हिन्दी में डब होकर जब उत्तर और पश्चिम भारत में प्रदर्शित हुईं तो उन्हें इधर भी बड़ी सफलता मिली। मिसाल के रूप में पुष्पा (Pushpa), केजीएफ चैप्टर-2 (KGF Chapter-2) और आरआरआर (RRR)। यूं ‘बाहुबली’ (Baahubali) फिल्म के बाद ही यह संकेत मिल गए थे कि दक्षिण का सिनेमा हिन्दी सिनेमा से आगे निकल, एक नए युग में पहुँच गया है। लेकिन हमारे हिन्दी फ़िल्मकारों ने इसे हल्के में लिया। यदि वे तभी सचेत हो जाते तो हिन्दी सिनेमा की इतनी दुर्दशा नहीं होती।

इधर गनीमत है कि अब हिन्दी सिनेमा के दिन फिरने लगे हैं। अगस्त में प्रदर्शित 4 प्रमुख फिल्में –‘गदर-2’ (Gadar 2), ‘ओएमजी-2’ (OMG 2), ‘घूमर’ (Ghoomer) और ‘ड्रीम गर्ल-2’(Dream Girl 2) में से ‘घूमर’ (Ghoomer) को छोड़कर बाकी 3 फिल्मों ने जो सफलता पाई है वह गजब है।

इन फिल्मों में सबसे ज्यादा सफलता सनी देओल की ‘गदर-2’ (Gadar 2) को मिली। फिल्म ने पहले तीन दिन में ही संकेत दे दिये थे कि यह फिल्म एक ब्लॉकबस्टर बनने जा रही है। अब ‘गदर-2’ (Gadar 2) अपने चौथे हफ्ते में प्रवेश करने के साथ देश में 500 करोड़ रुपए का विशुद्द कारोबार करने के साथ कुछ नए आयाम भी बना चुकी है।

उधर ‘गदर-2’ (Gadar 2) के साथ प्रदर्शित अक्षय कुमार की ‘ओएमजी-2’ (OMG 2) ने भी लगभग 150 करोड़ रुपए अपने खाते में जमा करके, विजय पताका फहरा दी है। हालांकि यह फिल्म ‘गदर 2’ (Gadar 2) से पहले प्रदर्शित होती तो और भी ज्यादा कमाई करती। लीक से हटकर बनी यह फिल्म धर्म के पृष्ठभूमि में बच्चों में यौन शिक्षा की जिस तरह वकालत करती है, वह बेमिसाल है। लेकिन ‘गदर-2’ (Gadar 2) को देखने के लिए जिस तरह दर्शकों का सैलाब उतरा, उससे ‘ओएमजी 2’ (OMG 2) के दर्शक घट गए। इसका एक कारण यह भी था कि ‘गदर’ की अप्रत्याशित सफलता देख, सिनेमाघर वालों ने अपनी ज्यादा स्क्रीन्स ‘गदर’ को दे दीं। इससे ‘ओएमजी 2’(OMG 2) के हिस्से में स्क्रीन्स भी कम आयीं और दर्शक भी कम। इसके बावजूद ‘गदर 2’ (Gadar 2) के सामने रहते हुए भी ‘ओएमजी 2’ (OMG 2) को अच्छी सफलता मिल गयी।

इधर 25 अगस्त को आयुष्मान खुराना (Ayushmann Khurrana) की ‘ड्रीम गर्ल-2’ (Dream Girl 2) को भी ‘गदर 2’ (Gadar 2) के चलते उतनी स्क्रीन्स नहीं मिलीं। जितनी अपेक्षित थीं। लेकिन यह फिल्म भी अभी तक करीब 86 करोड़ रुपए कमा चुकी है। यूं ‘ड्रीम गर्ल-2’ (Dream Girl 2) अपने पहले संस्करण के मुक़ाबले नहीं चल सकी। पहली ‘ड्रीम गर्ल’ (Dream Girl) ने करीब 140 करोड़ का नेट बिजनेस किया था। लेकिन ‘गदर-2’ (Gadar 2) की आँधी में इतना बिजनेस भी कम नहीं।

सबसे ज्यादा निराशा तो अभिषेक बच्चन (Abhishek Bachchan) की ‘घूमर’ (Ghoomer) को मिली। अभिषेक (Abhishek Bachchan) को मुश्किल से कभी अच्छी फिल्म हाथ लगती है। ‘घूमर’ (Ghoomer) फिल्म तो अच्छी है ही। इसमें अभिषेक बच्चन (Abhishek Bachchan) का काम भी शानदार है। लेकिन इस फिल्म को तो  स्क्रीन्स इतनी कम मिलीं कि इसके लिए कोई स्कोप बचा ही नहीं। यह फिल्म सिर्फ करीब 5 करोड़ रुपए का बिजनेस ही कर सकी। जिससे यह फिल्म बुरी तरह असफल हो गयी।

‘गदर-2’ (Gadar 2) की सफलता इसलिए तो अहम है ही कि इसने सूने पड़े थिएटर्स की रौनक लौटा दी है। जो यह बताता है कि दर्शक अब थिएटर की ओर लौटने लगे हैं। साथ ही यह सफलता और भी कई मायनों में अहम है। एक तो यह कि सनी देओल (Sunny Deol) ने 66 की उम्र में इतनी बड़ी सफलता दर्ज़ करके यह दिखा दिया कि शेर कभी बूढ़ा नहीं होता। चाहे सनी (Sunny Deol) की पिछले 12 बरसों में आई सभी 12 फिल्में चारों खाने चित होती रहीं। लेकिन सिर्फ ‘गदर-2’ (Gadar 2) की सफलता ने उनकी पिछली सारी नाकामियों के दागों को धो दिया है।

‘गदर-2’ (Gadar 2) निर्माण की दृष्टि से चाहे बढ़िया फिल्म नहीं है। लेकिन सनी देओल (Sunny Deol) के अभिनय और संवाद अदायगी ने इस फिल्म को एक नया शिखर दे दिया। सनी (Sunny Deol) ने सिर्फ अपने कंधों पर इस फिल्म को उठाया है। यह ठीक है कि किसी भी फिल्म की सफलता कारण पूरी टीम होती है। इसलिए टीम के बाकी सदस्यों या पहलुओं कोई अनदेखा नहीं किया जा सकता। फिर भी यदि इस फिल्म में सनी (Sunny Deol) ना होते तो यह इतनी बड़ी सफल नहीं होती।

यूं ‘गदर-2’ (Gadar 2) से पहले इसी बरस शाहरुख खान (Shahrukh Khan) की ‘पठान’ (Pathaan) ने भी 500 करोड़ से अधिक का कारोबार करके यह दिखाया था कि ‘पठान’ (Pathaan) एक बड़ी हिट है। लेकिन ‘पठान’ (Pathaan) से ज्यादा लोकप्रियता और ज्यादा सफलता का श्रेय ‘गदर-2’ (Gadar 2) को मिल रहा है। आखिर क्यों ?

वह इसलिए कि ‘पठान’ (Pathaan) की रिलीज के दौरान शुरू में कई थिएटर में यह साफ दिखा कि बाहर हाउस फुल दिखाया है। लेकिन अंदर आधे से ज्यादा सीटें खाली पड़ी थीं। जिससे साफ था कि ‘पठान’ (Pathaan) की शुरुआती सफलता कृत्रिम थी। हालांकि इस कृत्रिम सफलता को सच समझ बाद में ‘पठान’ (Pathaan) के प्रति दर्शकों का रुझान असल में भी बढ़ने लगा।

इधर अब शाहरुख खान (Shahrukh Khan) की एक और फिल्म ‘जवान’ (Jawan) 7 सितंबर को प्रदर्शित होने को है। हाल ही में इसका ट्रेलर जारी हुआ तो अनेक दर्शकों ने उसे काफी पसंद किया। ट्रेलर का जो रेस्पोंस हैं यदि फिल्म को भी वैसा रेस्पोंस मिला तो ‘जवान’ (Jawan) निश्चय ही एक सुपर हिट साबित होगी। उस सूरत में ‘जवान’ (Jawan) का बिजनेस ‘गदर-2’ (Gadar 2) के बराबर भी पहुँच सकता है और ‘गदर-2’ (Gadar 2) से ज्यादा भी।

‘जवान’ (Jawan) के ट्रेलर में वह लगभग सभी फॉरमूले मौजूद हैं जो एक फिल्म की सफलता की जरूरत समझे जाते रहे हैं। लेकिन गीत–संगीत दमदार नहीं है। ट्रेलर बताता है कि फिल्म में जहां एक्शन जमकर है, वहाँ कॉमेडी की भी कमी नहीं। देश भक्ति के रंग भी फिल्म में खूब हैं। दर्शकों को आकर्षित करने और तालियाँ बटोरने वाले संवाद भी फिल्म में हैं। जैसे –‘’बेटे को हाथ लगाने से पहले बाप से बात कर।‘’ या फिर ‘’हम जवान हैं, अपनी जान हज़ार बार दाव पर लगा सकते हैं लेकिन सिर्फ देश के लिए।‘’

इससे पहले ‘जवान’(Jawan) के जुलाई में जारी प्रोमो में भी एक संवाद ऐसा था जो शाहरुख (Shah Rukh Khan) के फितरत के साथ उनके किरदार से भी मेल खाता है। ‘’मैं जब विलेन बनता हूँ ना तो कोई हीरो सामने टिक नहीं पाता।‘’

यूं ‘जवान’ (Jawan) फिल्म यदि दर्शकों को पसंद नहीं आती तब भी ट्रेलर के प्रभाव के से इस फिल्म की ओपनिंग तो बम्पर होगी ही। सौ करोड़ का बिजनेस यह पहले तीन दिन में आसानी से कर लेगी। बाद में फिल्म का बिजनेस कम हो जाएगा। लेकिन यदि फिल्म पसंद आती है तो ‘जवान’ (Jawan) 500 करोड़ या उसे अधिक कमाने में बहुत ज्यादा देर नहीं लगाएगी।

‘जवान’ (Jawan) में शाहरुख (Shahrukh Khan) के इतने रूप हैं कि कहीं वह खाकी वर्दी में नज़र आते हैं तो कहीं फौजी के रूप में। कहीं चोर, ठग और आतंकी अवतार में लगते हैं तो कहीं रोमांटिक प्रेमी के रूप में। कहीं उनके आधे चेहरे पर भयानक सा मास्क है तो कहीं उनका शरीर पट्टियों से लिपटा हुआ है। किसी एक फिल्म में शाहरुख (Shahrukh Khan) के इतने सारे रूप पहले कभी नहीं दिखे। जो यह बताता है कि फिल्म में उनकी दोहरी भूमिका तो है ही। जिसमें बाप-बेटे का किरदार होगा। फिर यह भी कि शाहरुख (Shahrukh Khan) अपनी ज़ीरो, जब हैरी मेट सेजल, दिलवाले और फैन जैसी पिछली फिल्मों की असफलताओं से यह अच्छे से समझ गए हैं कि अब सफलता उतनी आसान नहीं।

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