Global Buddhist Summit 2023: ‘वैश्विक बौद्ध शिखर सम्मेलन’ का उद्घाटन करेंगे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी

आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत अंतरराष्ट्रीय  बौद्ध संघ के सहयोग से संस्कृति मंत्रालय द्वारा पहले ‘वैश्विक बौद्ध शिखर सम्मेलन’ का आयोजन 20-21 अप्रैल 2023 को नई दिल्ली में किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस दो दिवसीय ‘वैश्विक बौद्ध शिखर सम्मेलन’ का उद्घाटन करेंगे। यह जानकारी भारत सरकार के केन्द्रीय संस्कृति मंत्री जी. किशन रेड्डी ने, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र में 17 अप्रैल को एक पत्रकार सम्मेलन में दी।

केन्द्रीय संस्कृति मंत्री ने बताया कि ‘वैश्विक बौद्ध शिखर सम्मेलन’ की थीम ‘समसामयिक चुनौतियों का समाधान – अभ्यास के लिए दर्शन’ रहेगी। इस शिखर सम्मेलन में 30 देशों के 170 प्रतिनिधि और भारत के 150 प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। भारत से हिस्सा लेने वाले प्रतिनिधियों में विभिन्न बौद्ध संघों के प्रमुख, देश के कई बड़े दार्शनिक और कई विश्वविद्यालयों के कुलपति शामिल होंगे। इस दो दिवसीय शिखर सम्मेलन में अलग-अलग विषयों पर चर्चा, संवाद, परिसंघों के प्रमुखों का मार्गदर्शन और भविष्य की दिशा एवं योजना पर बातचीत होगी।

जी. किशन रेड्डी ने बताया कि यह सिर्फ भारत देश के लिए नहीं बल्कि विश्व कल्याण की दृष्टि से मोदी सरकार की पहल है, जिसका उद्देश्य दुनिया की प्रमुख चुनौतियों का समाधान बौद्ध दर्शन से करना है। हमारे प्रधानमंत्री भी इस बात का उल्लेख करते हैं।

केन्द्रीय संस्कृति मंत्री ने आगे बताया कि इस शिखर सम्मेलन का संस्कृति, विरासत, पर्यटन, राजनयिक संबंधों और भविष्य की रणनीति की दृष्टि से भी बहुत बड़ा महत्व है। दुनिया से आने वाले प्रतिनिधियों को भारत सरकार बौद्ध धर्म के प्रमुख स्थलों का भ्रमण भी कराएगी। उन्होंने  कहा कि पिछले 9 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बौद्ध जीवन दर्शन के प्रचार-प्रसार के साथ-साथ बौद्ध विरासत का अभूतपूर्व विकास किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया से आने वाले बौद्ध भिक्षुओं के लिए उत्तर प्रदेश में कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का निर्माण किया है, नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में पर्यटन मंत्रालय द्वारा स्वदेश दर्शन योजना के तहत बौद्ध सर्किट बनाया गया है।

जी. किशन रेड्डी ने यह भी कहा कि देश के छोटे बौद्ध केंद्रों के विकास हेतु भारत सरकार आर्थिक मदद भी प्रदान कर रही है। युवा छात्र बौद्ध जीवन दर्शन को पढ़ सकें, इसके लिए देश के अलग-अलग विश्वविद्यालयों के पुस्तकालयों में बौद्ध जीवन दर्शन से जुड़ी पुस्तकें भी रखी गई हैं। इसके अलावा देश में 3 डीम्ड यूनिवर्सिटी बौद्ध शिक्षा देने में अपनी भूमिका अच्छे से निभा रही हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री पिछले दिनों लुम्बिनी (नेपाल) में भगवान बुद्ध की जन्म स्थली पर भी गए थे, जहां पर भारत सरकार एक स्मारक का निर्माण कर रही है। उन्होंने कहा कि हम हर स्तर पर भगवान बुद्ध के जीवन दर्शन को जन-जन तक पहुँचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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