जम्मू कश्मीर के अखनूर में सेना को मिली बड़ी कामयाबी, सीमा पर घुसपैठ को किया नाकाम

केन्‍द्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में सेना ने शुक्रवार देर रात अखनूर के खौर सब-सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर घुसपैठ को नाकाम कर दिया। रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि 22 और 23 दिसंबर की मध्यरात्रि को निगरानी उपकरणों के माध्यम से चार आतंकवादियों की संदिग्ध गतिविधि देखी गई। सुरक्षाबलों द्वारा चुनौती देने पर उन्होंने भागने का प्रयास किया और गोलीबारी की। आतंकवादियों को अंतरराष्ट्रीय सीमा के पार भागते और एक शव को अपने साथ घसीटते हुए देखा गया।

केन्‍द्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमले की घटना में राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण-एनआईए ने जांच शुरू कर दी है। इस हमले में सेना के चार जवानों ने प्राण त्‍याग दिए और दो घायल हो गए थे। सेना के सोलहवीं कोर के जनरल ऑफिसर इन कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल संदीप जैन, जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक आरआर स्वैन और जम्‍मू क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक आतंकवादियों के खिलाफ तलाशी अभियान के सिलसिले में पुंछ में डेरा डाले हुए हैं।

शुरुआती जांच में पता चला है कि आतंकियों ने हमले में यूडी-निर्मित एम4 राइफलों का इस्तेमाल किया था। माना जा रहा था कि ये आतंकवादी लश्कर-ए-तैयबा या जैश-ए-मोहम्मद संगठनों से जुड़े हुए थे, लेकिन हमले की जिम्मेदारी पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट ने ली है।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार आतंकी हमले के सिलसिले में पूछताछ के लिए करीब एक दर्जन संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। कथित तौर पर अफगानिस्तान में प्रशिक्षित पाकिस्तानी आतंकवादियों ने स्थानीय लोगों के समर्थन के सहयोग से आतंकवादी हमले को अंजाम दिया था।

इस बीच, गोलीबारी में शामिल आतंकवादियों का पता लगाने के लिए क्षेत्र में अतिरिक्त जवानों को शामिल किया गया है। सेना के वाहनों पर हमला करने वाले आतंकवादियों का पता लगाने के लिए हेलीकॉप्टरों द्वारा हवाई निगरानी की जा रही है और खोजी कुत्तों को भी तलाश अभियान में लगाया गया है।

केन्‍द्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में सीमावर्ती जिलों पुंछ और राजौरी में आज तड़के से इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं। सुरक्षा बलों ने हाल ही में सेना के दो वाहनों पर घात लगाकर किए गए हमलें में आतंकवादियों को पकड़ने के लिए व्यापक तलाश अभियान जारी रखने के मद्देनजर यह निर्णय लिया गया है।

इस हमलें में चार सैनिकों ने अपने प्राण न्‍योछावर कर दिए थे। घात लगाकर किए गए हमले में तीन लोगों की रहस्यमय मौत के बाद दोनों सीमावर्ती जिलों में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई।

आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि अफवाह फैलाने वालों को रोकने तथा शरारती तत्वों को किसी भी तरह की कानून-व्यवस्था की समस्या पैदा करने से रोकने के लिए एहतियात के तौर पर पुंछ और राजौरी दोनों जिलों में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गईं।

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