Tv Round Up 2023: वर्ष 2023 में कैसा रहा टीवी का हाल? किसने मारी बाज़ी, कौन हुआ बेहाल

  • प्रदीप सरदाना 

वरिष्ठ पत्रकार एवं फिल्म समीक्षक 

बरसों पहले कुछ लोगों ने टीवी को बुद्धु बक्सा (इडियट बॉक्स) कहकर इसका आकलन करने में बड़ी भूल की थी। जबकि टीवी आज कहाँ से कहाँ पहुँच गया। इंसान के लिए कभी रोटी कपड़ा और मकान तीन बड़ी जरूरतें हुआ करती थीं। लेकिन अब इन तीन के साथ टीवी और मोबाइल भी जुड़ गए हैं।

बड़ी बात यह है कि टीवी हो या मोबाइल आज ये दोनों सूचना, संपर्क और मनोरंजन में अहम भूमिका निभा रहे हैं। टीवी की पहुँच कितनी बड़ी हो गयी है, यह कोरोना की महामारी के दौरान 2020 में भी दिखा। इधर अब क्रिकेट विश्व कप के दौरान फ़ाइनल को 30 करोड़ लोगों ने देखकर, इस बरस टीआरपी के नए और सर्वोच्च आयाम बना दिये।

यूं टीवी में समय के साथ और भी कई किस्म के बदलाव देखने को मिलते रहे है। लेकिन यदि कुछ नहीं बदला तो महिला सीरियल का दबदबा। महिला सीरियल का जादू बरसों पहले भी था और आज भी है। हालांकि पिछले कुछ बरसों में सीरियल को बड़ी चुनौती देते हुए रियलिटि शो ने मनोरंजन जगत पर अपना कब्जा सा कर लिया था। लेकिन 2023 के टीवी पर नज़र डालें तो रियलिटि शो अब काफी पिछड़ गए हैं। दूसरा कॉमेडी सीरियल जो शुरू से दर्शकों को गुदगुदा रहे थे, अब वे भी सिमटते जा रहे हैं।

जबकि कॉमेडी का जादू दूरदर्शन (Doordarshan) युग से ही था। निजी चैनल्स की शुरुआत होने पर एक चैनल सब टीवी तो पूरी तरह कॉमेडी पर समर्पित हो गया था। लेकिन अब यह ‘सोनी सब’ (Sony Sab) चैनल भी अपना स्वरूप बदल, कॉमेडी से दूर हो चला है।

जबकि इस चैनल को पिछले 15 बरसों से सिर्फ एक कॉमेडी सीरियल ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ (Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah) ही चला रहा है। हालत कैसे भी रहे हों,दर्शकों का इस बात पर चाहे गुस्सा क्यों ना फूटा हो कि छोटी कहानी को खूब लंबा खींचा जाता है। दया भाभी (Daya Bhabhi) की वापसी और पोपट लाल (Popatlal) की शादी के नाम पर दर्शकों की भावना के साथ खिलवाड़ हो रहा है।

लेकिन ‘तारक मेहता’ (Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah) की लोकप्रियता में कमी नहीं आयी है। यह एक बड़ी बात है। यहाँ तक टीआरपी की रेस में भी यह अग्रणी बना हुआ है।

इस सबके बावजूद ‘सोनी सब’ (Sony Sab) चैनल कॉमेडी सीरियल बंद करके अन्य चैनल्स की तरह ड्रामा-एक्शन की ओर बढ़ चला है। ‘मैडम सर’ (Maddam Sir) तो चैनल ने गत फरवरी में बंद कर ही दिया था।

यहाँ तक जिस ‘वागले की दुनिया’ (Wagle Ki Duniya) की पहचान छोटी छोटी कहानियों वाले हास्य सीरियल की रही वह भी अब हास्य की जगह ऐसी बड़ी कहानियाँ दिखाने लगा है, जहां दर्शकों को हंसने के मौके कम और भावनाओं भरे तनाव वाले कथानक ज्यादा मिल रहे हैं।

सबसे आगे स्टार प्लस  

सन 2000 के बाद से स्टार प्लस (Star Plus) ने एकता कपूर (Ekta Kapoor) के ‘क्योंकि…. और ‘कहानी घर घर की’ जैसे सीरियल के माध्यम से, भारतीय टेलीविज़न को एक नए युग में पहुंचा दिया था। जबकि ज़ी टीवी (Zee Tv) और सोनी चैनल (Sony Channel) स्टार प्लस (Star Plus) से पहले ही धूम मचा चुके थे।

लेकिन स्टार प्लस (Star Plus) पर सास बहू के ड्रामा ने महिला प्रधान सीरियल को एक नया शिखर दे टीवी को एक नयी दिशा दे दी। आज चाहे टीवी क्वीन एकता कपूर (Ekta Kapoor) के सीरियल टॉप -5 में अपनी जगह नहीं बना पा रहे। लेकिन महिला प्रधान सीरियल और स्टार प्लस (Star Plus) चैनल का जलवा बरकरार है।

सन 2023 की जनवरी से दिसंबर तक की बार्क की टीआरपी रिपोर्ट को देखें तो लगभग पूरे बरस टॉप-5 में सभी पांचों सीरियल स्टार प्लस (Star Plus) के रहे हैं। इनमें भी अधिकतर महिला प्रधान हैं। यहाँ तक टॉप 10 में भी 7 या 8 सीरियल सिर्फ स्टार प्लस (Star Plus) के होते हैं। उधर टॉप 20 सीरियल में भी महिला केन्द्रित सीरियल अन्य सभी कार्यक्रमों पर हावी हैं।

जनवरी 2023 में शिखर के चारों सीरियल अनुपमा, गुम है किसी के प्यार में, ये रिश्ता क्या कहलाता है और इमली महिला प्रधान होने के साथ स्टार प्लस के थे। जुलाई में टॉप 5 के इन सीरियल्स के साथ स्टार प्लस (Star Plus) का एक और महिला केन्द्रित सीरियल ‘यह हैं चाहतें’ और जुड़ गया।

दिसंबर में फर्क बस यह आया कि तीन बरसों से लगभग लगातार नंबर वन पर चल रहा ‘अनुपमा’ (Anupamaa) पहले पायदान से तीसरे पायदान पर पहुँच गया। जबकि गुम हैं…(Ghum Hai Kisikey Pyaar Meiin) पहले और ‘इमली’ (Imli) दूसरे पायदान पर। जबकि ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ (Yeh Rishta Kya Kehlata Hai) चौथे पायदान पर अपनी जगह बनाने में कामयाब है।

‘ये रिश्ता… (Yeh Rishta Kya Kehlata Hai) की बड़ी बात यह है कि यह जनवरी 2009 से प्रसारित हो रहा है। लीप लेते लेते इसकी कहानी में चौथी पीढ़ी आ गयी है। नयी पीढ़ी में भी पुरानी कहानी फिर फिर दोहरा दी जाती है। जिससे दर्शकों को यह अब जमकर बोर कर रहा है। लेकिन इसकी टीआरपी फिर भी कायम है। इसलिए टीआरपी भी सवालों के घेरे में आती रहती है।

जबकि दूसरी ओर अनेक दर्शकों से बातचीत करने पर पता लगता है कि एंड टीवी (&Tv) का कॉमेडी सीरियल ‘भाबी जी घर पर हैं’ (Bhabi Ji Ghar Par Hai) काफी देखा जाता है। अंगूरी भाभी (Angoori Bhabhi) के रूप में शुभांगी अत्रे (Shubhangi Atre) अपने अभिनय से धमाल कर रही हैं। रोहिताश्व गौड़, आसिफ शेख और योगेश त्रिपाठी का अभिनय भी दिलकश है। लेकिन टीआरपी में यह टॉप 20 में भी नहीं आता।

कलर्स दूसरे और ज़ी टीवी तीसरे नंबर पर

स्टार प्लस (Star Plus) के बाद कलर्स (Colors) चैनल ऐसा है जो दर्शकों को ज्यादा पसंद आ रहा है। इस साल शुरू हुआ धार्मिक सीरियल ‘शिव शक्ति’ (Shiv Shakti – Tap Tyaag Taandav) हो या ‘परिणीती’ या ‘डोरी’, ‘नीरजा’ और ‘सुहागन’ ये सभी टॉप-20 में जगह बनाए हुए हैं।

उधर ज़ी टीवी पर पिछले कुछ बरसों से चल रहे एकता कपूर (Ekta Kapoor) के कुमकुम भाग्य, कुंडली भाग्य और भाग्य लक्ष्मी हों या फिर ‘प्यार का पहला नाम राधा मोहन’ भी टॉप 20 में आकर अपनी पताका फहरा रहे हैं।

लेकिन ज़ी टीवी का ‘सारेगामा’ (Saregama) और कलर्स के ‘बिग बॉस’ (Bigg Boss 17) और ‘खतरों के खिलाड़ी’ (Khatron Ke Khiladi 13) जैसे रियलिटि शो अब पहले जैसे लोकप्रिय नहीं रहे।

दौड़ में पिछड़ा रियालिटि शो का राजा

देश के प्रमुख चार मनोरंजन चैनल्स में इस बार सबसे ज्यादा निराशा सोनी चैनल (Sony Tv) को मिली। सोनी चैनल (Sony Tv Channel) का यूं ‘अहिल्याबाई’ (Punyashlok Ahilyabai) सीरियल काफी पसंद किया गया। लेकिन टीआरपी में पीछे रहने पर चैनल ने इसे बंद कर दिया।

सोनी चैनल (Sony Channel) असल में रियलिटि शो का राजा रहा है। केबीसी, कपिल शर्मा शो, इंडियन आइडल, सुपर डांसर, इंडियाज़ बेस्ट डांसर, इंडियाज़ गॉट टेलेंट’ जैसे शो से सोनी ने बड़ी लोकप्रियता पाई। सोनी चैनल (Sony Channel) अपने सभी शो को भव्यता के रंग देने में हमेशा अन्य सभी चैनल्स से आगे रहा है।

लेकिन इस बार सोनी (Sony Channel) के किसी भी शो को पहले जैसी सफलता नहीं मिल पायी। जबकि हाल ही में सोनी (Sony Channel) पर 12 साल बाद ‘झलक दिखला जा’ (Jhalak Dikhhla Jaa 11) की वापसी हुई है। लेकिन टीआरपी की रेस में अभी तक यह कहीं दिखाई नहीं दे रहा।

दूरदर्शन और डीडी न्यूज़ ने किए बड़े बदलाव

इधर इस बरस दूरदर्शन (Doordarshan) और डीडी न्यूज़ (DD News) दोनों ने अपने यहाँ कुछ बड़े बदलाव करके, धुंध से निकलने के प्रयास किए। डीडी नेशनल (DD National) ने अपना रंग रूप बदलते हुए कुछ नए और बड़े शो शुरू किए। जिनमें गुमनाम सेनानियों की गाथा पर एनीमेशन सीरीज ‘भारत हैं हम’ (KTB Bharat Hain Hum) तो सबसे अहम है। जो 12 भारतीय भाषाओं के साथ 7 विदेशी भाषाओं में है। बच्चे स्वतन्त्रता इतिहास के प्रति दिलचस्पी दिखाएँ इसके लिए इसमें कृष, ट्रिश और बाल्टीबॉय जैसे दिलचस्प एनिमेशन पात्रों को भी जोड़ा है।

फिर ‘जानकी’ (Janki) सीरियल के माध्यम से दूरदर्शन (Doordarshan) पहली बार सुभाष घई (Subhash Ghai) को भी टीवी की दुनिया में ले आया। वहीं शिल्पा शेट्टी (Shilpa Shetty) का योग शो भी दूरदर्शन (Doordarshan) पर शुरू हुआ। उधर दूरदर्शन (Doordarshan) ने इस बरस अपने यहाँ फीचर फिल्मों के नियमित प्रसारण को फिर से शुरू किया। दूरदर्शन (Doordarshan) पर शुक्रवार और शनिवार शाम 7.30 पर तो सप्ताहांत फिल्में फिर से शुरू की ही गईं। वहाँ दोपहर एक बजे सातों दिन हिन्दी फिल्मों का नियमित प्रसारण भी शुरू हुआ।

उधर डीडी न्यूज़ (DD News) ने अपने हिन्दी और अँग्रेजी समाचारों को यूं तो फरवरी 2021 में ही,अलग अलग चैनल में बदल दिया था। लेकिन इस बरस अगस्त में ‘डीडी इंडिया’ (DD India) को अंतरराष्ट्रीय स्वरूप देकर, नए रूप में लॉंच किया गया।

वहाँ मार्च से ममता चोपड़ा (Mamta Chopra) द्वारा प्रस्तुत और निर्देशित ‘हमारे पदम’ (Hamare Padam) नाम से एक शानदार कार्यक्रम भी आया। जिसमें उन पदम पुरस्कार विजेताओं की ज़िंदगी दिखाई गई जिन्हें बहुत कम लोग जानते हैं। साथ ही प्राचीन ज्ञान,कला और भारतीय इतिहास पर ‘सुप्रभातम’ तथा ‘विकसित भारत’ (Viksit Bharat) और ‘स्वच्छता योद्दा’ (Swachhata Yodha) जैसे कार्यक्रमों से डीडी न्यूज़ ने विभिन्न बड़ी जानकारियां दर्शकों को देकर, सार्वजनिक प्रसारक का अपना कर्तव्य भी निभाया।

उधर अशोक श्रीवास्तव (Ashok Shrivastav) के डिबेट शो ‘दो टूक’ (Do Took) ने निजी समाचार चैनल्स को बड़ी टक्कर देते हुए,अपनी विशिष्ट और विश्वसनीय छवि बना ली है।

‘स्टार एंकर ऑफ द इयर’-श्वेता सिंह 

जहां तक निजी न्यूज़ चैनल्स की बात है तो ‘आज तक‘ (Aaj Tak) चैनल ने सभी से आगे रहकर अपना वर्चस्व बनाए रखा। न्यूज़ चैनल का बड़ा चेहरा बन चुके सुधीर चौधरी (Sudhir Chaudhary) ने पिछले बरस ज़ी न्यूज़ (Zee News) से ‘आज तक’ (Aaj Tak) पर आकर अपने ‘ब्लैक एंड व्हाइट’ (Black & White) शो को इस साल एक लोकप्रिय न्यूज़ शो बना दिया।

साथ ही ‘आज तक’ (Aaj Tak) की श्वेता सिंह (Shweta Singh) को तो ‘स्टार एंकर ऑफ द इयर’ (Star Anchor of the year) कहना चाहूँगा। जिन्होंने इस बरस इज़राइल-हमास युद्द और उत्तराखंड सुरंग हादसों सहित कितने ही कठिन मोर्चों से लगातार साहसिक और बढ़िया रिपोर्टिंग करके, एक अच्छी और बड़ी मिसाल पेश की है।

न्यूज़ चैनल्स में इस बरस ‘टीवी 9 भारतवर्ष’ (Tv9 Bharatvarsh) ने भी अपनी बड़ी पहचान बनाई। साथ ही अडानी समूह (Adani Group) के अधिग्रहण के बाद एनडीटीवी (NDTV) ने अपना चेहरा बदल, नयी उड़ान भी भरी।

उधर ‘टाइम्स नाऊ नवभारत’ (Times Now Navbharat) चैनल पर, सुशांत सिन्हा (Sushant Sinha) ने ‘न्यूज़ की पाठशाला’ (News Ki Pathshala) शो को अच्छे कंटेन्ट और अलग अंदाज़ देकर, जो नए रंग दिये हैं वे गज़ब हैं। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के ‘शीश महल’ (Operation Sheesh Mahal) का खुलासा और घोटाला दिखाकर तो सुशांत (Sushant Sinha) ने, टीवी पत्रकारिता को एक नया शिखर दे दिया है।

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