सड़क, चौराहे, पार्क के नाम महान हस्तियों के नाम पर रखे जाएँ- ममता सिंह
गाजियाबाद। प्रसिद्द सामाजिक और सांस्कृतिक संस्था ‘आनंद सेवा समिति’ (Anand Seva Samiti) ने रानी लक्ष्मीबाई (Rani Lakshmibai) के बलिदान दिवस पर ‘एक शाम वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई’ कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम में गाजियाबाद क्षेत्र के बच्चों ने रानी लक्ष्मीबाई के जीवन पर आधारित नाटिका का मंचन कर इतिहास के अविस्मरणीय पन्नों को मंच पर उतार दिया। इस मौके पर सुप्रसिद्द कवयित्री सुभद्रा कुमार चौहान की लोकप्रिय कविता –‘’बुंदेले हरबोलों के मुंह हमने सुनी कहानी थी, खूब लड़ी मर्दानी वह तो झांसी वाली रानी थी’’ से पूरा वातावरण गूंज उठा।
‘आनंद सेवा समिति’ की अध्यक्ष ममता सिंह (Mamta Singh) ने बताया- रानी लक्ष्मीबाई नाटक से जहां बच्चे-बड़े सभी लक्ष्मीबाई के अद्धभुत शौर्य गाथा और बलिदान का स्म्ररण कर सके। वहाँ नाटक के माध्यम से बच्चों का सांस्कृतिक विकास भी हुआ। साथ ही इस बहाने कुछ बाल प्रतिभाएं को सभी के सामने लाना भी हमारा उद्देश्य था। बता दें ममता सिंह क्षेत्र की जानी मानी समाज सेविका होने के साथ महिला अधिकार और कल्याण कार्यों के लिए सदा तत्पर रहती हैं।
इस कार्यक्रम में गाजियाबाद क्षेत्र के कुछ गणमान्य महिलाओं के साथ कई अन्य व्यक्ति मौजूद थे। जिनमें समाज सेवी संध्या त्यागी और किसान यूनियन की जिला अध्यक्ष ममता चौधरी ने रानी लक्ष्मीबाई पर अपने विचार रखे। उधर कवयित्री डॉ श्वेता त्यागी ने देश के बेटी और महिलाओं पर अपनी कवितायें बोलकर उपस्थित जनसमूह से प्रशंसा बटोरी। वहाँ दृष्टिहीन बेटी मेहराज बानो ने देश भक्ति के गीत गाकर समारोह में समां बांध दिया।
ममता सिंह ने इस कार्यक्रम के आयोजन में सहयोग के लिए संगीता पांचाल, कविता, विद्या देवी, मीनाक्षी, लक्ष्मी, जसवंत कौर सहित योग गुरु देवेंद्र गुप्ता, विपिन अग्रवाल, शिवा, प्रवेश करण और जगपाल चौधरी की सराहना की। वहाँ सरकार और प्रशासन से अपील करते हुए ममता सिंह ने कहा कि सड़क, चौराहों और पार्कों के नामकारण महान हस्तियों के नाम पर रखे जाएँ। इससे शहीद, वीरांगनाओं और अन्य महान व्यक्तियों की स्मृतियाँ और योगदान को जीवित रखा जा सकेगा।