दिल्ली सरकार और नगर निगम में हुआ है ऐतिहासिक घोटाला, बाढ़ का मूल कारण केजरीवाल सरकार का भ्रष्टाचार है, बोले दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा

नई दिल्ली। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा (Virendra Sachdeva) ने कल रविवार पत्रकार वार्ता में कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के इशारे पर यूँ तो गत 8 साल से यमुना सफाई की धन राशि में घोटाला हो रहा था। लेकिन इस वर्ष तो ऐतिहासिक घोटाला हुआ है। मंत्रियों आतिशी (Atishi) एवं सौरभ भारद्वाज (Saurabh Bhardwaj) ने यमुना नदी (Yamuna River) और शहर के नालों की सफाई तो कराई नहीं। हाँ वह सारा फंड साफ करके आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) के कोष में जमा कर दिया।

‘’इस वर्ष सारे सफाई ठेके ऐसे लोगों को दिये गये जो अपना हिस्सा काट करके आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) के कोष को किक बैक भेज दें। गत वर्ष दिल्ली सरकार (Delhi Government) को 6500 करोड़ रूपये यमुना सफाई के लिये केन्द्र से मिले और 2409 करोड़ रूपये एसटीपी निर्माण के लिये। लेकिन इस वर्ष दिल्ली में मानसून पूर्व यमुना तटों की सफाई में, नालों एवं नालियों की सफाई में दिल्ली सरकार के बाढ़ विभाग, लोक निर्माण विभाग, जल बोर्ड एवं दिल्ली नगर निगम ने एतिहासिक घोटाला किया है।‘’

सचदेवा कहते हैं-‘’हथनीकुंड बैराज (Hathni Kund Barrage) से हर वर्ष मानसून में दिल्ली की ओर वर्षा का अतिरिक्त पानी छोड़ा जाता है पर 1978 के 45 वर्ष बाद बाढ़ इसी वर्ष आई है। अपनी जिम्मेदारी से बचने के लिये केजरीवाल और आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) के अन्य नेता हथनीकुंड बैराज (Hathni Kund Barrage) से छोड़े गये पानी को लेकर अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं।

इस पत्रकार वार्ता का संचालन करते हुए दिल्ली भाजपा प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर (Praveen Shankar Kapoor) ने कहा कि दिल्ली का विकास एव रखरखाव भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गये हैं।

उधर सचदेवा यह भी कहते हैं, मैं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) से मांग करता हूं कि वह दिल्ली वालों को बतायें कि फ्लड कंट्रोल ऑर्डर के अंतर्गत जून तक अनिवार्य रूप से की जाने वाली एपेक्स कमेटी की बैठक गत 2 साल से क्यों नहीं की गई है। दिल्ली में बाढ़ को लेकर केजरीवाल सरकार कितनी लापरवाह है इसका प्रमाण है एपेक्स कमेटी की बैठक न होना। उन्होंने कहा कि एपेक्स कमिटी के नोडल ऑफिसर डी.एम. ईस्ट ने मुख्यमंत्री को जून में 3 बार मीटिंग बुलाने के लिये लिखा, बताया कि गंभीर स्थिति की चेतावनी है पर फिर भी मुख्यमंत्री ने बैठक नहीं बुलाई।

श्री सचदेवा ने कहा है कि पानी कब और कितना छोड़ा जायेगा इसका निर्णय जल विशेषज्ञ करते हैं। पर हथनीकुंड से पानी छोड़े जाने में केजरीवाल जमकर राजनीति कर रहे हैं। क्योंकि यदि यमुना की सफाई पर पैसा लगाया होता तो यमुना के पास बहने की गहराई होती, उसका डूब क्षेत्र साफ होता तो शहरी इलाको में बाढ़ का पानी नहीं आता।

मुख्यमंत्री केजरीवाल (CM Kejriwal) यमुना सफाई एवं डूब क्षेत्र रख रखाव की स्टडी के लिये कोरिया तक का भ्रमण करके आये मगर दिल्ली में काम कुछ नहीं किया। केजरीवाल, आतिशी एवं भारद्वाज जवाब दें कि क्या यह सच नही की यदि नालों एवं नालियों की सफाई की होती, आई.टी.ओ. एवं ओखला बैराजों का रखरखाव किया होता दिल्ली की बाढ़ की स्थिती को रोका जा सकता था। असल में दिल्ली में आई बाढ़ का मूल कारण हथनीकुंड का पानी नहीं, केजरीवाल सरकार का भ्रष्टाचार है जिसकी न्यायिक जांच आवश्यक है।

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