राम मंदिर से लेकर 3 तलाक तक पिछले 10 वर्षों में ऐसे अनेक कार्य हुए जिनकी लोग दशकों से प्रतीक्षा कर रहे थे, संसद को संबोधन करते हुए बोलीं राष्‍ट्रपति द्रौपदी मुर्मु

राष्‍ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा है कि सरकार का मानना है कि विकसित भारत की विशाल संरचना चार मजबूत स्‍तम्‍भों- युवा शुक्ति, नारी शक्ति, किसान, गरीब पर आधारित होगी। उन्‍होंने कहा कि समाज के हर वर्ग और देश के हर हिस्से में स्थिति और लोगों के सपने एक समान है और उनकी सरकार ने कर राजस्‍व का महत्‍वपूर्ण हिस्‍सा इन स्‍तम्‍भों को सशक्त बनाने में लगाया है।

बुधवार को संसद में दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को सम्‍बोधित करते हुए उन्‍होंने कहा कि भारत ने पिछले दस वर्ष में राष्‍ट्रीय हित में ऐसे अनेक कार्य किए हैं, जिनकी लोग दशकों से प्रतीक्षा कर रहे थे। अयोध्‍या में राम मंदिर के निर्माण का उल्लेख करते हुए उन्‍होंने कहा कि लोगों को इसकी सदियों से आशा थी और यह सपना अब पूरा हो गया है।

राष्‍ट्रपति मुर्मु ने जम्‍मू-कश्‍मीर से अनुच्‍छेद 370 हटाने, तीन तलाक पर प्रतिबंध लगाने और पिछले दस वर्ष में सरकार की ओर से किए गए अन्‍य कार्याों का भी उल्‍लेख किया। उन्‍होंने कहा कि जिन उपलब्धियों को लोग आज देख रहे हैं वह दस वर्ष के सतत प्रयासों का फल है।

राष्‍ट्रपति ने कहा कि लोग लंबे समय से गरीबी हटाओं का नारा सुन रहे थे और आज पहली बार देश में बड़े पैमाने पर गरीबी समाप्‍त की जा रही है। उन्‍होंने कहा कि पिछले एक वर्ष में लगभग 25 करोड़ देशवासियों को गरीबी से बाहर निकाला गया है और इसने गरीबों में बडा विश्‍वास पैदा किया है।

राष्‍ट्रपति मुर्मु ने कहा कि पिछला वर्ष देश के लिए उपलब्धियों भरा रहा और भारत तेजी से बढ़ती अर्थव्‍यवस्‍था बना और चंद्रमा के दक्षिणी धुव्र पर पहुंचने वाला पहला देश बना। उन्‍होंने कहा कि भारत ने जी-20 शिखर सम्मेलन के सफल आयोजन से विश्‍व में देश की भूमिका को मजबूत किया।

राष्‍ट्रपति ने कहा कि देश को अपनी पहली नमो भारत ट्रेन मिली है और पिछले वर्ष पहली अमृत भारत ट्रेन शुरू की गई और भारत विश्‍व में तेजी से 5जी लाने वाला देश बन गया है।

सरकार की विधायी उपलब्धियों का उल्‍लेख करते हुए राष्‍ट्रपति ने नारी शक्ति वंदन अधिनियम लाने के लिए सरकार की सराहना की। उन्‍होंने कहा कि तीन दशक की प्रतीक्षा के बाद लोकसभा और राज्‍य विधानसभा में महिलाओं की भागीदारी बढाने के लिए यह अधिनियम लाया गया। उन्‍होंने कहा कि देश को न्‍याय प्रथम के सिद्धांत के अनुरूप नई न्‍याय संहिता मिली है और डिजिटल व्‍यक्तिगत विवरण सुरक्षा कानून से डिजिटल व्यवस्था को और सुरक्षित बनाया जाएगा।

कृषि क्षेत्र की चर्चा करते हुए राष्‍ट्रपति ने कहा कि सरकार कृषि व्‍यवसाय को और फायदेमंद बनाने तथा लागत कम करने पर जोर दे रही है।

भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था का उल्‍लेख करते हुए राष्‍ट्रपति ने कहा कि भारत मंदी की अर्थव्‍यवस्‍था से उठकर विश्‍व में पांच शीर्ष अर्थव्‍यवस्‍थाओं में से एक बन गया है। राष्‍ट्रपति मुर्मु ने कहा कि विश्‍व ने पिछले कुछ वर्ष में दो बडे संघर्ष और कोविड महामारी की स्थिति को देखा है और इस तरह के वैश्विक संकटों के बावजूद सरकार ने मुद्रास्‍फीति को नियंत्रण में रखा। उन्‍होंने कहा कि देश में आयकर रिटर्न भरने वालों की भी संख्‍या बढ़ी है और देश का निर्यात भी लगभग दोगुना हुआ है।

राष्‍ट्रपति मुर्मु ने कहा कि वर्ष 2014-15 में देश में दो हजार विद्युत वाहनों की बिक्री हुई थी और दिसम्बर 2023 तक ऐसे वाहनों की बिक्री की संख्‍या लगभग 15 लाख हो गई है। उन्‍होंने कहा कि सुशासन और पारदर्शिता से देश में आर्थिक विकास की नई उपलब्धियां हासिल की हैं। राष्‍ट्रपति ने कहा कि सरकार सीमाओं पर आधुनिक ढांचा बना रही है। हमारी सशस्‍त्र सेनाएं आतंकवाद का करारा जवाब दे रही हैं। राष्‍ट्रपति मुर्मु ने कहा कि आतंरिक शांति बनाए रखने के सरकार के सार्थक प्रयासों का परिणाम सभी लोगों के सामने है।

सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्‍वास और सबका प्रयास का मंत्र दोहराते हुए राष्‍ट्रपति ने कहा कि सरकार समाज के हर वर्ग को समान अवसर देने के लिए प्रतिबद्ध है।

राष्‍ट्रपति मर्मु ने कहा कि संसद के नए भवन में यह उनका पहला अभिभाषण है। उन्‍होंने कहा कि यह भव्‍य भवन अमृतकाल के प्रारम्‍भ में बनाया गया और इसमें एक भारत श्रेष्‍ठ भारत की सुगन्‍ध है। उन्‍होंने विश्‍वास व्‍यक्‍त किया कि इस नए भवन में नीतियों पर सार्थक चर्चा होगी।

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