कोरोना के बावजूद भारत विश्‍व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्‍यवस्‍था बन गया है: मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने सिविल सेवा दिवस पर सभी लोक सेवकों को बधाई दी है। नई दिल्‍ली में आज 21 अप्रैल को लोक सेवकों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने केन्‍द्र और राज्‍य सरकारों के सरकारी कर्मचारियों से कोई भी फैसला लेते समय केवल देशहित को ध्‍यान में रखने का आह्वान किया।

सुशासन को कुंजी बताते हुए पीएम  मोदी ने कहा कि किसी अधिकारी की निपुणता को उसकी व्‍यक्तिगत उपलब्धियों के आधार पर नहीं, बल्कि उनके कार्य के माध्‍यम से लोगों के जीवन में आये बदलाव से आंका जाएगा। उन्‍होंने कहा कि युवा प्रशासनिक अधिकारी, अमृतकाल के दौरान न्‍यू इंडिया के विकास में अत्‍यन्‍त महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि अमृतकाल में स्‍वतंत्रता सेनानियों के स्‍वप्‍न पूरे करना सबका सामूहिक दायित्‍व है। भारत ने पिछले नौ वर्षों के दौरान उपलब्धियों की बडी छलांग लगाई है। डिजिटल भुगतान में भारत प्रथम स्‍थान पर है और यहां पूरे विश्‍व के सबसे सस्‍ते मोबाइल डेटा उपलब्‍ध कराने वालों में से एक है। उन्‍होंने कहा कि कोविड महामारी के बावजूद भारत विश्‍व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्‍यवस्‍था बन गया है और विश्‍व का तीसरा सबसे बडा र्स्‍टाटअप इकोसिस्‍टम बना है। इस अवसर पर पीएम मोदी ने लोक प्रशासन में उत्‍कृष्‍टता के लिए प्रधानमंत्री पुरस्‍कार प्रदान किए।

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