अरविंद केजरीवाल देश के सबसे झूठे, भ्रष्ट और बेईमान मुख्यमंत्री हैं- मनोज तिवारी

दिल्ली से लोकसभा सांसद मनोज तिवारी (Manoj Tiwari) और दिल्ली विधानसभा के विधायक अजय महावर ने आज एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) देश के सबसे झूठे, भ्रष्ट और बेईमान मुख्यमंत्री हैं।

भाजपा (BJP) नेताओं ने असम में अरविंद केजरीवाल द्वारा नौकरियों को लेकर दिए गए झूठे बयान को प्रमाण के साथ उजागर किया और कहा कि केजरीवाल सरकार ने अपने कार्यकाल में 12 लाख नौकरियां नहीं बल्कि सिर्फ 440 नौकरियां ही दी हैं। संवाददाता सम्मेलन में प्रदेश प्रवक्ता आदित्य झा भी उपस्थित थे।

मनोज तिवारी (Manoj Tiwari) ने कहा कि 12 लाख नौकरियां देने की बात सुनने में अच्छा लगता है, लेकिन बेहद अफसोस है कि ये सारी बातें एक आर.टी.आई. के द्वारा झूठी साबित हुईं। 14 मार्च 2023 को आर.टी.आई. से प्राप्त जानकारी के अनुसार केजरीवाल सरकार सिर्फ 440 नौकरियां ही दे पाई है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार से भाजपा मांग करती है कि जिन विभागों में यह 12 लाख नौकरियां दी गई हैं, उनकी सारी जानकारी उपलब्ध कराई जाए।

मनोज तिवारी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल हर विभाग में झूठ बोलते रहे चाहे वह यमुना सफाई हो, बसों की खरीद हो या  पीने का पानी हो। फिर शिक्षा व्यवस्था की बदहाली का वीडियो भी सबने देखा है। वीडियो देखकर यह भी कहा जा सकता है कि केजरीवाल शिक्षा व्यवस्था पर भी झूठ बोलते रहे। उन्होंने कहा कि पूरी दिल्ली को इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि केजरीवाल सबसे भ्रष्ट और झूठे मुख्यमंत्री हैं।

उधर अजय महावर ने कहा कि दिल्ली (Delhi) सरकार ने साल 2015 से लेकर 2023 तक जो 440 नौकरियां दी है उनमें साल 2015 में 176, 2016 में 102, 2017 में 66, 2018 में 68 और 2020 में 28 नौकरियां हैं। सन 2019, 2021, 2022 और 2023 में अभी तक कोई भी नौकरी केजरीवाल सरकार उपलब्ध नहीं करा पाई है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा बनाए गए जॉब पोर्टल पर 14 मार्च 2023 तक कुल पंजीकृत प्रार्थियों की संख्या 15,76,846 थी जो एक दिन बाद यानि 15 मार्च 2023 को बढ़कर 15,91,328 हो गई।

महावर कहते हैं कि यमुना की सफाई पर भी केजरीवाल ने झूठ बोला है। केंद्रीय जल मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत (Gajendra Singh Shekhawat) ने केजरीवाल को पत्र लिखकर 2419 करोड़ रुपये का हिसाब मांगा था और वह पत्र हमने विधानसभा में रखा था, लेकिन केजरीवाल ने इसका कोई जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार लिखित में अपनी कमियों को मानती है लेकिन पब्लिक के सामने और कैमरे के सामने झूठी बयानबाजी करने में केजरीवाल माहिर हैं।

Related Articles

Back to top button