Vyjayanthimala: पदमविभूषण मिलने पर क्या बोलीं दिग्गज अभिनेत्री वैजयंतीमाला

  • प्रदीप सरदाना 

वरिष्ठ पत्रकार एवं फिल्म समीक्षक 

अभी जब दिग्गज अभिनेत्री और भरतनाट्यम (Bharatanatyam) की कमाल की नृत्यांगना वैजयंतीमाला (Vyjayanthimala) को पदमविभूषण  मिलने की घोषणा हुई तो मन खुशी से भर गया। वैजयंतीमाला (Vyjayanthimala) भारतीय सिनेमा की ऐसी शानदार अभिनेत्री रही हैं जिन्होंने अपने खूबसूरत अभिनय और दिलकश नृत्य से हिन्दी सिनेमा को एक नया शिखर दिया।

हालांकि वैजयंतीमाला (Vyjayanthimala) पिछले 50 बरसों से फिल्मों से दूर हैं। उनकी अंतिम फिल्में प्यार ही प्यार, प्रिंस और गंवार 1969-70 में आयीं थीं। उसके बाद उन्होंने कभी फिल्मों का रुख नहीं किया।

जबकि वैजयंतीमाला (Vyjayanthimala) के करियर में नागिन, देवदास, मधुमती, गंगा जमुना, आम्रपाली, संगम, लीडर, नया दौर, साधना, सूरज और ज्वेल्थीफ जैसी कई अविस्मरणीय फिल्में शामिल हैं। हाँ नृत्य को लेकर वह आज भी पूरी तरह समर्पित हैं जब वह 90 बरस की हो चुकी हैं। इस उम्र में उन्हें देश का दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान मिलना निश्चय ही गौरव और प्रसन्नता की बात है।

वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप सरदाना के साथ उनके पारिवारिक समारोह में दिग्गज अभिनेत्री वैजयंतीमाला

मुझे यह भी खुशी है कि इन महान अभिनेत्री और नृत्यांगना को मैं कई बरसों से अच्छे से जानता रहा हूँ। उनके साथ मेरे इतने मधुर संबंध रहे कि वह दो बार मेरे पारिवारिक समारोह में मेरे घर भी आयीं। एक बार मेरी बेटी के जन्म दिन पर दूसरी बार मेरी बहन की शादी पर। इसलिए इस मौके पर मुझे भी उन्हें बधाई देना बनता ही था।

वैजयंतीमाला, प्रदीप सरदाना की पुत्री के जन्मदिन समारोह में

हालांकि इन दिनों अपनी उम्र और स्वास्थ कारणों से वह लोगों से ज्यादा बातचीत नहीं करतीं हैं। लेकिन मुझसे उन्होंने खुशी खुशी बात की।

वैजयंतीमाला (Vyjayanthimala) बोलीं-‘’मुझे बेहद खुशी है कि भारत सरकार ने मुझे पदमविभूषण जैसे शिखर सम्मान के लिए चुना। मैं इसके लिए भारत सरकार को तहे दिल से धन्यवाद देना चाहती हूँ। यह सब परमात्मा कि कृपा और मेरे प्रशंसकों के प्रेम का प्रतिसाद है। जो मेरे फिल्म, नृत्य और समाज के क्षेत्र में किए गए कार्यों का भी सम्मान है। मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि मुझे अब इतना बड़ा सम्मान मिलेगा।”

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