आज का पंचांग और सितंबर माह के व्रत त्यौहार, जानिए किस दिन है जन्माष्टमी और अन्य पर्व

🌤️  दिनांक – 4 सितम्बर 2023

🌤️ दिन – सोमवार

🌤️ विक्रम संवत – 2080

🌤️ शक संवत -1945

🌤️ अयन – दक्षिणायन

🌤️ ऋतु – शरद ॠतु

🌤️ मास – भाद्रपद (गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार श्रावण)

🌤️ पक्ष – कृष्ण

🌤️ तिथि – पंचमी शाम 04:41 तक तत्पश्चात षष्ठी

🌤️ नक्षत्र – अश्विनी सुबह 09:26 तक तत्पश्चात भरणी

🌤️ योग – ध्रुव रात्रि 12:59 तक तत्पश्चात व्याघात

🌤️ राहुकाल – दिल्ली समयानुसार सुबह 07:35 से सुबह 09:10 तक

🌞 सूर्योदय-06:00

🌤️ सूर्यास्त- 18:39

दिल्ली समयानुसार

👉 दिशाशूल- पूर्व दिशा में

🚩 व्रत पर्व विवरण – नाग पंचमी (राजस्थान की परम्परा के अनुसार)

जिनका आज जन्मदिन है उनको हार्दिक शुभकामनाएं

दिनांक 4 को जन्मे व्यक्ति का मूलांक 4 होता है। ऐसे व्यक्ति को जीवन में अनेक परिवर्तनों का सामना करना पड़ता है। जैसे तेज स्पीड से आती गाड़ी को अचानक ब्रेक लग जाए ऐसा उनका भाग्य होगा। लेकिन यह भी निश्चित है कि इस अंक वाले अधिकांश लोग कुलदीपक होते हैं।

इस अंक से प्रभावित व्यक्ति जिद्दी, कुशाग्र बुद्धि वाले, साहसी होते हैं। आपका जीवन संघर्षशील होता है। इनमें अभिमान भी होता है। ये लोग दिल के कोमल होते हैं किन्तु बाहर से कठोर दिखाई पड़ते हैं। इनकी नेतृत्त्व क्षमता के लोग कायल होते हैं।

शुभ दिनांक : 4, 8, 13, 22, 26, 31

शुभ अंक : 4, 8,18, 22, 45, 57

शुभ वर्ष : 2031, 2040, 2060

ईष्टदेव : श्री गणेश, श्री हनुमान

शुभ रंग : नीला, काला, भूरा

सितंबर माह के व्रत त्यौहार

👉 4 सितम्बर : संकष्ट चतुर्थी (चन्द्रोदय : रात्रि 9:22), बहुला चतुर्थी (म.प्र. ), रक्षा पंचमी (ओड़िशा)

👉 5 सितम्बर : शिक्षक दिवस

👉 6 सितम्बर : श्रीकृष्ण जन्माष्टमी (स्मार्त), बुधवारी अष्टमी (दोपहर 3-37 से 7 सितम्बर सूर्योदय तक)

👉 7 सितम्बर : श्रीकृष्ण जन्माष्टमी (भागवत) (“जो जन्माष्टमी का व्रत रखता है उसे करोड़ों एकादशी व्रत करने का पुण्य प्राप्त होता है और उसके रोग, शोक दूर हो जाते हैं ।” – भगवान ब्रह्माजी

👉 (जन्माष्टमी को रात्रि-जागरण करके ध्यान, जप आदि करने का विशेष महत्व  है ।)

👉 8 सितम्बर : नंद महोत्सव, गोगा नवमी

👉 10 सितम्बर : अजा एकादशी (इसका व्रत सब पापों का नाश करनेवाला इसका माहात्म्य पढ़ने और सुनने से अश्वमेध यज्ञ का फल मिलता है।), रविपुष्यामृत योग (शाम 5-06 से 11 सितम्बर सूर्योदय तक)

👉 12 सितम्बर : भौमप्रदोष व्रत

👉 13 सितम्बर : मसिक शिवरात्रि, अघोरा चतुर्दशी, अहल्याबाई होल्कर पुण्यतिथि (ति.अ. )

👉 14 सितम्बर : दर्श अमावस्या, राष्ट्रभाषा हिन्दी दिवस

👉 15 सितम्बर : अमावस्या

👉 17 सितम्बर : श्री वराह जयंती, षडशीति-कन्या संक्रांति (पुण्यकाल : दोपहर 1-43 से सूर्यास्त तक) (इसमें किये गये ध्यान, जप व पुण्यकर्म का फल 86 हजार गुना होता है । – पद्म पुराण)

👉 19 सितम्बर : श्री विनायक चतुर्थी, गणेश चतुर्थी (चन्द्र दर्शन निषिद्ध, चन्द्रास्त : रात्रि 9-18), मंगलवारी चतुर्थी (सूर्योदय से दोपहर 1-43 तक)

👉 20 सितम्बर : ऋषि पंचमी

👉 21 सितम्बर : सूर्य षष्ठी

👉 23 सितम्बर : राधाष्टमी, दधीचि ऋषि जयंती

👉 25 सितम्बर : पद्मा-परिवर्तिनी एकादशी (स्मार्त)

👉 26 सितम्बर : पद्मा-परिवर्तिनी एकादशी (भागवत), वामन जयंती

👉 27 सितम्बर : प्रदोष व्रत

👉 28 सितम्बर : अनंत चतुर्दशी, गणेश विसर्जन, पूर्णिमा

👉 29 सितम्बर : भाद्रपद पूर्णिमा, महालय श्राद्ध प्रारम्भ, (पूर्णिमा+प्रतिपदा का श्राद्ध), गुरु अमरदासजी पुण्यतिथि (ति. अ. )

पंचक प्रारंभ : मंगलवार, 26 सितंबर 2023 अपराह्न 08:28 बजे से

पंचक समाप्त : शनिवार, 30 सितंबर 2023 को रात 09:08 बजे तक

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