Teachers Day 2023: शिक्षक दिवस पर शिक्षिका और कवयित्री पूनम सागर की कविता- क्योंकि हम

कविता/ पूनम सागर
क्योंकि हम
वो जो इंजीनियर हैं बना लेते होंगे पुल
रच लेते होंगे कंक्रीट का संसार।
वो जो डॉक्टर हैं
बना सकते हैं हाथ पर उगाकर कृत्रिम कान
पैदा कर सकते हैं डिजाइनर बेबी।
वो जो वकील हैं
दलीलों और धाराओं के जानकार
जिनकी जिरहें बदल देती हैं फैसले
बदल देती है रंग झूठ का सच का।
वो जो नेता हैं
वह तो हैं ही अलग प्रजाति के लोग
अनपढ़ होकर भी चला लेते हैं देश की हुकूमत,
मगर मैं-
मैं एक अध्यापक
नहीं मेरा समाज में ऐसा दबदबा
कि किसी सभा में लोग मेरी सुनें
मुझसे सलाह मांगें
न मेरी कोई शान ओ शौकत कि मुझसे
कोई बात करता हुआ गर्व महसूस करे
फिर भी वे सब कामयाब लोग
शान ओ शौकत वाले लोग
धन दौलत वाले लोग
अपने बच्चों के नन्हें हाथ
थमा जाते हैं हमारे हाथों में
पता है क्यों??
क्योंकि हम उनके हाथ की लकीरों में दखल रखते हैं।
क्योंकि हम उनके हाथ की लकीरों में दखल रखते हैं।