पीएम मोदी को गाली देने वालों पर भड़के सुधांशु त्रिवेदी, बोले ‘मोहब्बत की दुकान’ के भीतर से जहरीली जुबान बोल रहे हैं इंडी गठबंधन के नेता

राज्यसभा सांसद व भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने मंगलवार को केंद्रीय कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में कांग्रेस सहित इंडी गठबंधन के दलों द्वारा आपत्तिजनक बयान दिए जाने पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि इंडी गठबंधन सिर्फ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक बयान ही नही दे रहा है, बल्कि देश का विभाजन, राष्ट्र विरोध और राष्ट्र की एकता को खंडित करने पर भी उतर आया है।

डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा भारतीय भाषाओं के विकास एवं सम्मान की दिशा में किए गए कार्यों से विपक्ष असुरक्षित महसूस कर रहा है। जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव करीब आ रहे हैं, तथाकथित मोहब्बत की दुकान के भीतर से जहरीली जुबान के जरिए इंडी गठबंधन के नेताओं की निराशा, हताशा और कुंठा सामने आ रही है।

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि पीएम मोदी के प्रति पहले भी हीन भावना, ईर्ष्या और ग्लानि के भाव से अनेक प्रकार आपत्तिजनक और निंदनीय बयान दिए गए, परंतु अब ऐसा प्रतीत होता है मोहब्बत की दुकान में जहरीला सामान नहीं है, बल्कि ये किसी सियासी फरमान का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि इंडी गठबंधन सिर्फ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक बयान नहीं दे रहा, बल्कि अब बात देश के विभाजन, राष्ट्र विरोध और राष्ट्र की एकता पर आ गई है।

केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन के बयान का उल्लेख करते हुए सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि केरल सीएम ने कहा भारत माता की जय और जय हिन्द के नारे पहले 2 मुसलमानों ने लगाए थे। इनके इस बयान से यह साबित होता है विभाजनकारी मानसिकता है, भारत माता की जय और जय हिन्द के नारे एक भारतीय ने लगाया था परंतु उन्हें हिन्दू मुसलमान दिखाई देता है। पिनरई विजयन को यह नही पता जिसका उल्लेख उन्होंने किया, वह दीवान अजीमुल्लाह खान पेशवाई के दीवान थे, जिसे भारत के इतिहास में हिन्दू पादशाही कहा जाता है।

डॉ. त्रिवेदी ने पी विजयन के इस बयान का उत्तर देते हुए बताया कि 1895 में कांग्रेस के कलकत्ता सत्र में आनंद मठ में लिखे गए राष्ट्रीय गीत “वंदे मातरम” पहली बार राजनीतिक मंच पर गायन हुआ था, जिसकी अध्यक्षता रहमतुल्लाह अहमद सयानी ने की थी। यह सब भारत की एकता के प्रतीक थे, मगर विपक्ष ने इसे सियासत के मकड़जाल रूप में प्रस्तुत कर दिया है। विपक्ष भारत की एकता के प्रतीक उद्घोषों को साम्प्रदायिक का प्रतीक बनाने का प्रयास कर रहा है। ऋग्वेद पृथ्वी सूक्त में लिखा है, ये धरती हमारी माता है और हम उसके पुत्र है। गीता, गंगा, गौ और भारत भी माता है, मगर कम्युनिस्ट को उनमें कुछ और नजर आता है।

भाजपा नेता त्रिवेदी ने कहा कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन के मन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा के प्रति असुरक्षा का भाव है। उन्होंने बताया कि एम के स्टालिन ने कहा कि तमिलनाडु के लोगों को केवल उनकी पार्टी द्रमुक को वोट देना चाहिए, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तमिलनाडु के विकास और कल्याण के लिए कार्य नहीं कर रहें हैं।

पीएम मोदी ने AI के जरिये दिया तमिल में भाषण

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि एक महीने पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा काशी में दिए गए वक्तव्य का अनुवाद एआई (AI) के माध्यम से तमिल भाषा में किया गया। भारत के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ कि देश के किसी भी प्रधानमंत्री के वक्तव्य को रियल टाइम में अनुवादित करके प्रसारित किया गया हो। भाजपा विनम्रता और चुनौती के साथ द्रमुक से पूछती है कि क्या इससे पहले कभी हिंदी भाषी क्षेत्र के वक्तव्य को रियल टाइम में तमिल में अनुवाद कर प्रसारित किया गया है।

सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि तकनीक के माध्यम से तमिलनाडु के लोगों से जुड़ना देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की राष्ट्रीय एकता की भावना को दर्शाता है। उन्होंने कहा इससे पहले देश में कभी काशी-तमिल सम्मेलन और सौराष्ट्र-तमिल सम्मेलन नहीं हुआ। भारत की राजधानी दिल्ली में गौरव का प्रतीक भारत मंडपम, जिसमें जी20 जैसा विशाल सम्मेलन हुआ था, उस भारत मंडपम के बाहर स्थापित नटराज की मूर्ति तंजावुर की है जो तमिल संस्कृति के गौरव का प्रतीक है। कोई भी व्यक्ति नमो ऐप पर प्रधानमंत्री के वक्तव्यों को रियल टाइम में देश की विभिन्न भाषाओं में सुन सकता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा भारतीय भाषाओं के विकास एवं सम्मान की दिशा में किए गए कार्य शायद विपक्षी नेताओं के मन में असुरक्षा की भावना पैदा कर रहे हैं।

सुधांशु त्रिवेदी ने यह भी कहा कि द्रमुक आज उस कांग्रेस के साथ गठबंधन में है, जिसने कई बार तमिलनाडु की सरकार बर्खास्त की थी। 1998 में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी सरकार आने से पहले द्रमुक की कोई भी सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाई थी। कांग्रेस ने तमिलनाडु में विपक्षी सरकार को कभी भी अपना कार्यकाल पूरा नहीं करने दिया। उन्होंने कहा कि केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन बताएं कि भारत के इतिहास की पहली गैर-कांग्रेसी सरकार, 1957 में केरल में कम्युनिस्ट पार्टी की नंबूदरीपाद सरकार अपना कार्यकाल पूरा कर पाई थी। जिनका अतीत इतना खतरनाक है, वह आज के यथार्थ से डर रहें हैं।

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि कर्नाटक की कांग्रेस सरकार के संस्कृति मंत्री शिवराज टंगदाड़ी ने कहा कि “जो छात्र मोदी-मोदी के नारे लगायें, उन्हें थप्पड़ मारा जाना चाहिए।“ भाजपा देश के सभी प्रबुद्धजनों और लोकतंत्र को समाप्त करने की रुदाली करने वाले लोगों से पूछना चाहती है कि क्या देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के समर्थन में लगाए गए राजनैतिक नारे लगाने के लिए आप थप्पड़ मारने की बात करेंगे?

सुधांशु त्रिवेदी ने सोनिया गांधी, राहुल गांधी और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे से सवाल पूछते हुए कहा कि क्या यह वही कांग्रेस पार्टी है, जो खुद को गांधी के विचारों का प्रतीक कहती थी? अगर एक गाल पर थप्पड़ लगे, तो दूसरा गाल बढ़ा दो, महात्मा गाँधी के इस विचारों वाले लोग आज कह रहें हैं कि नारे लगे, तो थप्पड़ जड़ दो। उन्होंने कहा कि यह आगामी लोकसभा चुनाव में संभावित हार की हताशा में हिंसा पर उतरने की प्रवृत्ति का दर्शाता है। गांधी ने नोआखली में जाकर इसलिए अनशन किया था कि हिन्दु समाज हिंसा पीड़ित होने के बाद भी लोग कोई प्रतिक्रिया न करें। लेकिन आज की कांग्रेस पार्टी कहाती है कि नारे लगने पर थप्पड़ मारना शुरू कर दो। इसलिए यह दर्शाता है राहुल गांधी की कांग्रेस का गांधी के कांग्रेस से कोई मतलब नहीं है। कांग्रेस समेत केरल और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री तथा कर्नाटक के मंत्री, जो इंडी गठबंधन के नेता है, को स्पष्ट रूप से बताना चाहिए कि इस प्रकार की विभाजनकारी, विभेदकारी और हिंसा भड़काने वाले बयान का लोकतंत्र में कोई प्रासंगिकता है या नहीं?

डॉ. त्रिवेदी ने अंत में कहा आगामी लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी और एनडीए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जांचे परखे और खरे नेतृत्व में प्रखरता के साथ जन-जन का समर्थन लेते हुए 400 पार के लक्ष्य पर आगे बढ़ रही है। वहीं अंतर्विरोधों, कुंठा और अवसाद से ग्रसित होकर अनेक प्रकार के नकारात्मक बयान देते हुए तथाकथित इंडी गठबंधन पराजय की ओर आगे बढ़ रहा है। भारतीय जनता पार्टी एक भारत श्रेष्ठ भारत में विश्वास करता है। इसलिए भारत यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में युग परिवर्तन जैसे नए सुर में आगे बढ़ रहा है। भारत के युवा पीढ़ी देख रही है कि उसकी आकांक्षाएं मोदी सरकार के साथ है। विपक्षी दलों ने पुराने जमाने में जाति, वर्ग और क्षेत्र में विभाजन कर अपने व्यक्तिगत स्वार्थ को लेकर आगे बढ़ा था।

सुधांशु त्रिवेदी ने जनता से आग्रह किया आगामी लोकसभा चुनाव में इंडी गठबंधन जैसी प्रतिरोधी ताकतें को समुचित उत्तर दे और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पक्ष में इस रूप में खड़े रहे जैसे “अरुण गगन में महापरागति का अब मंगल गान उठा, करवट बदला अब ये सोया हिन्दुस्तान उठा।”

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