पूरी दुनिया में दिखा यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के प्रति उत्साह : राकेश सचान
लखनऊ । यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 में 33 लाख करोड़ का निवेश आया है। यूपी सरकार पर यह निवेशकों के विश्वास का प्रतीक है। 2014 से पहले भी यही धरती और प्रदेश था, लेकिन पीएम मोदी ने यूपी की चिंता की। 2017 में सीएम बनने के बाद योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश उत्तम प्रदेश बन गया। उद्योग लगाने के अवसर मिले। व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों को कानून का रास्ता दिखाया गया। अब तो कोर्ट में आते समय माफिया भी कहते हैं कि यूपी में योगी की कानून व्यवस्था बहुत अच्छी है।
यह बातें केंद्रीय राज्यमंत्री भानु प्रताप सिंह वर्मा ने कहीं। वह ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 के दूसरे दिन शनिवार को दधीचि हैंगर-2 में आयोजित ’हैंडलूम एंड टेक्सटाइल्स सत्र : वीविंग इंडियाज ग्रोथ स्टोरी’ को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पहले निवेशक कहते थे कि हमें अच्छी से अच्छी सड़कें चाहिए, जिससे हम निवेश लगा सकें। यहां अब सड़कें भी बहुत अच्छी हैं। झांसी में 1.88 लाख करोड़ से अधिक के प्रस्ताव मिले, जबकि 1.35 लाख करोड़ के एमओयू हुए। योगी सरकार ने पिछड़े बुंदेलखंड को संजीवनी दी। वहां भी निवेशक आने को बेताब हैं। सीएम के लक्ष्य को निवेशकों ने ध्वस्त कर यूपी में निवेश की इच्छा जताई। एमएसएमई में 8 हजार से अधिक उत्पाद पैदा किए जा रहे हैं और 11 करोड़ लोग रोजगार में लगे हैं। देश व प्रदेश में किसी भी उद्योग बंधु को एमएसएमई में मदद की दरकार है तो 24 घंटे दरवाजे खुले हैं।