कृषि एवं मौसम विज्ञान की पत्रकारिता पर जोर देने की जरूरत : जितेन्द्र तिवारी

लखनऊ । केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी टोकन में कभी नहीं सोचते। वह टोटल में सोचते हैं। इस वक्त देश में हेल्थ सेक्टर में निवेश की अपार संभावनाएं हैं। इसलिए उद्यमियों को इस सेक्टर में बढ़ चढ़कर निवेश करना चाहिए।

केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दूसरे दिन शनिवार को चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र पर आधारित सत्र को संबोधित करते हुए कहा उत्तर प्रदेश चरक एवं सुश्रुत की धरती है। वह आधुनिक चिकित्सा के जनक हैं। उनकी प्रतिमा दुनिया के कई विश्वविद्यालयों में लगी है। यह उत्तम प्रदेश है। यहां विकास करने वाली सरकार है।

मंडाविया ने कहा कि दो हजार साल पहले चाणक्य ने कहा कि अगर राज्य को बढ़ना है तो महाजनों को आश्रय देना। सम्पत्ति का सृजन करना सबके बस की बात नहीं है। यह महाजन ही कर सकता है। आगे कहते हैं कि उद्यमी ही टेक्स देंगे, गरीब से टैक्स नहीं लिया जाता। हम उसी परम्परा को आगे बढ़ा रहे हैं। आज यूपी इन्वेस्टर्स समिट कर रहा है। भारत के पास कभी मैन पवार और ब्रेन पवार की कमी नहीं रही। प्रधानमंत्री मोदी ने वैसा माहौल बनाया। आज 100 से अधिक यूनिकान खड़ा है।

निवेशकों को सम्बोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हम अच्छा भाषण करेंगे तो आप निवेश नहीं करेंगे। अगर हम उद्योग के लिए बेहतरीन इकोसिस्टम खड़ा करेंगे तो आप निवेश करेंगे। मोदी ने हेल्थ का डाइमेंशन ही बदल दिया। पहले अस्पताल और दवा तक ही बात होती थी। आज मोदी हेल्थ को उद्यम से जोड़ दिया है। एक लाख 226 एमबीबीएस की सीट है। एक लाख 52 हजार स्वास्थ्य के प्राथमिक केंद्र को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में तब्दील किया। आज बताया जा रहा कि स्वस्थ रहने के लिए योगा कीजिये। हेल्दी भोजन कीजिये।

मंडाविया ने कहा कि मोदी सरकार ने देश के नागरिकों के लिए आयुष्मान भारत योजना शुरू की। इससे करीब 50 करोड़ लोगों को लाभ मिल रहा है। आज उन्हें अपने इलाज के लिए पैसे खर्च नहीं करने होंगे। पीएम मोदी कभी टोकन में नहीं सोचते, वह हमेशा टोटल में सोचते हैं। शोध के क्षेत्र में निजी क्षेत्र के लिए दरवाजे खोले हैं। इसलिए स्वास्थ्य के क्षेत्र में निवेश की अपार संभावनाएं हैं। इसलिए उद्यमियों से निवेश की अपील है।

स्वास्थ्य क्षेत्र में आया 54 हजार करोड़ का निवेश : ब्रजेश पाठक

उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि निवेशकों का स्वागत है। स्वास्थ्य में 54 हजार करोड़, चिकित्सा शिक्षा में 17 हजार करोड़ का निवेश के प्रस्ताव आये हैं। यूपी में सभी जिलों में मेडिकल कॉलेज बना रहे हैं। 14 जिलों में मेडिकल कॉलेज बनना बाकी है। 2017 से पहले यूपी की कानून व्यवस्था चौपट थी। सिपाही से लेकर कप्तान तक सुरक्षित नहीं थे। पीपीपी मॉडल पर प्रदेश के कुछ अस्पताल देने का प्रस्ताव दिया है। अगर यह प्रयोग सफल रहा था तो इसे आगे बढ़ाएंगे। यूपी के सरकारी अस्पताल में एक लाख 70 हजार मरीज आते हैं। उनमें 12 हजार गंभीर एवं एक्सिडेंटल होते हैं। हेल्थ सेक्टर में बड़ी संभावनाएं हैं। यूपी में निवेशकों को निवेश के लिए आमंत्रित करता हूँ।

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