Poonch Terror Attack: उस ट्रक में रमजान में रोजा रखने वालों के लिए ले जाया जा रहा था सामान

पुंछ में सेना के वाहन पर आतंकियों द्वारा की गयी वारदात के बाद पूरे इलाके के जंगल को सुरक्षाबलों ने घेर लिया है। बताया जा रहा है कि उस वाहन में रमजान के महीने में रोजा रखने वालों के लिए सामान ले जाया जा रहा था। सेना के मुताबिक, 7 से 10 पाक परस्त आतंकियों के दो गुटों ने इस कायराना कृत्य को अंजाम दिया है।
पूरे इलाके को घेर चुकी सेना की टुकड़ी की मदद के लिए खोजी कुत्ते, ड्रोन और लड़ाकू हेलिकॉप्टर लगाए गए हैं। एनआईए की टीम भी वहां पहुंची है। रक्षा सूत्रों के मुताबिक वारदात में वे ही आतंकी गुट शामिल हैं जो पिछले करीब डेढ़ साल से यहां एक्टिव हैं। अक्तूबर, 2021 में इनके हमले में 9 जवानों की जान गयी थी। स्थानीय लोगों से कहा गया है कि सर्च ऑपरेशन के पूरा होने तक घरों में ही रहें।

सीमावर्ती राजौरी और पुंछ जिलों में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है तथा नियंत्रण रेखा के पास कड़ी सतर्कता बरती जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि भीम्बर गली-पुंछ मार्ग पर यातायात रोक दिया गया है और लोगों को मेंढर के रास्ते पुंछ जाने की सलाह दी गई है।

इस बीच, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने ट्वीट किया, ‘राष्ट्र के लिए शहीद जवानों की सेवा को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं।’

आतंकी हमले में जान गंवाने वाले पांच जवानों में से चार- हवलदार मंदीप सिंह, लांसनायक कुलवंत सिंह, सिपाही हरकृष्ण सिंह और सिपाही सेवक सिंह पंजाब के थे, जबकि लांसनायक देबाशीश बस्वाल ओडिशा के रहने वाले थे। उधर, आतंकियों की इस कायराना हरकत के विरोध में शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के विभिन्न इलाकों में प्रदर्शन हुए। कई स्थानों पर पाकिस्तानी झंडों को आग के हवाले किया गया। जम्मू शहर के सतवारी में भाजपा ने पाकिस्तान और आतंकवाद का पुतला जलाया। शिवसेना डोगरा फ्रंट ने भी पाकिस्तान का पुतला जलाया। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने जम्मू शहर में तवी पुल पर विरोध-प्रदर्शन किया और पाकिस्तान विरोधी नारे लगाए।

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