पाकिस्तान ने ही बोए है आतंकवाद के बीज, अब फसल काट रहा है

पाकिस्तान ने आतंकवाद के बीज बोए अब उसकी ही फसल काट रहा है। डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि उनके देश ने आतंकवाद के बीज बोए हैं। मंत्री का यह बयान पेशावर की एक मस्जिद में हुए भीषण विस्फोट के एक दिन बाद आया है, जिसमें 100 लोगों की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हो गए थे। प्रांतीय राजधानी में सोमवार को कंपाउंड की मस्जिद में दोपहर की नमाज के लिए 300 से 400 पुलिसकर्मी जमा हुए थे, तभी एक पूरी दीवार और छत का अधिकांश हिस्सा बम के धमाके से उड़ गया। इस दौरान वहां बैठे लोगों पर इसका मलबा गिर गया।
पाकिस्तान ने कहा- हमने आतंकवाद के बीज बोए

पाकिस्तान में नेशनल असेंबली के पटल पर बोलते हुए आसिफ ने कहा, मैं ज्यादा देर तक बात नहीं करूंगा लेकिन मैं संक्षेप में कहूंगा कि शुरुआत में हमने आतंकवाद के बीज बोए थे।” इसके अलावा, उन्होंने कहा कि पेशावर में मस्जिद परिसर के अंदर खुद को उड़ाने वाला आत्मघाती हमलावर ज़ुहर की नमाज़ के दौरान अग्रिम पंक्ति में खड़ा था। उन्होंने कहा, यहां तक कि भारत या इस्राइल में नमाज के दौरान उपासक शहीद नहीं हुए, लेकिन यह पाकिस्तान में हुआ।

आसिफ ने सवाल किया कि पेशावर मस्जिद विस्फोट के लिए किसे जिम्मेदार ठहराया जाएगा। मंत्री ने कहा कि पूरे देश को आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की जरूरत है, तभी इसके खिलाफ लड़ाई लड़ी जा सकती है। डॉन ने मंत्री के हवाले से कहा, आतंकवाद किसी भी धर्म या संप्रदाय के बीच अंतर नहीं करता है। धर्म के नाम पर आतंकवाद का इस्तेमाल कीमती जान लेने के लिए किया जाता है।
पाकिस्तान के मंत्री देश में आतंकवाद पर बोले-

ख्वाजा आसिफ ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एकता का आह्वान किया और कहा कि यह समय पाकिस्तान के लिए अपने घर को व्यवस्थित करने का है। अतीत में अफगानिस्तान पर रूसी आक्रमण के बारे में बोलते हुए, पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने कहा, जब रूस ने अफगानिस्तान पर आक्रमण किया, तो पाकिस्तान ने संयुक्त राज्य अमेरिका को किराए पर अपनी सेवाएं देने की पेशकश की। डॉन ने आसिफ के हवाले से कहा, अमेरिका के साथ किया गया समझौता आठ से नौ साल तक चला, जिसके बाद अमेरिका इस तथ्य का जश्न मनाते हुए वाशिंगटन वापस चला गया कि रूस हार गया था। पाकिस्तान को अगले 10 वर्षों के लिए परिणाम से निपटने के लिए छोड़ दिया गया था। उन्होंने कहा, अमेरिका में 9/11 हुआ। वहां से एक धमकी मिली और हम एक और युद्ध में शामिल हो गए। मंत्री ने कहा कि इन दो युद्धों में पाकिस्तान की भागीदारी “हमारे घरों, हमारे बाजारों, हमारे स्कूलों और सार्वजनिक स्थानों” तक फैल गई थी।

पेशावर में आत्मघाती हमला, 100 से ज्यादा लोगों की मौत

पाकिस्तान के पेशावर में सोमवार को एक मस्जिद में नमाज के दौरान हुए आत्मघाती हमले में मृतकों की संख्या बढ़कर 100 हो गई है। पुलिस ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मलबे से और शवों को निकाला गया और अब जांच कर्ता यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि आत्मघाती हमलावर कैसे पेशावर शहर के सबसे सुरक्षित इलाके में दाखिल हुआ। सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार, हमलावर दोपहर की नमाज के समय अग्रिम पंक्ति में था, जब उसने विस्फोट कर खुद को उड़ा लिया। विस्फोट से मस्जिद की छत गिर पड़ी, जिससे नमाज पढ़ने वाले मलबे के नीचे दब गए।

अधिकारियों ने बताया कि आत्मघाती हमलावर आगे की कतार में मौजूद था और उसने खुद को उड़ा लिया जिससे मस्जिद की छत नामजियों पर गिर गई। लेडी रीडिंग हॉस्पिटल (एलआरएच) के प्रवक्ता मोहम्मद असीम ने कहा कि अस्पताल में 100 शव लाए गए। असीम ने कहा कि 53 घायलों का अभी इलाज जारी है, जबकि सात को गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में भर्ती कराया गया है। उन्होंने कहा कि ज्यादातर घायल खतरे से बाहर हैं। घटना में हताहत हुए ज्यादातर लोग पुलिसकर्मी थे। मृतकों में कम से कम एक पुलिस उपाधीक्षक, पांच उप-निरीक्षक और मस्जिद के इमाम मौलाना साहिबजादा नूरुल अमीन शामिल थे।

तहरीक-ए-तालिबान ने ली हमले की जिम्मेदारी

पाकिस्तानी तालिबान के नाम से कुख्यात तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी ली और कहा कि यह पिछले साल अगस्त में अफगानिस्तान में मारे गए टीटीपी कमांडर उमर खालिद खुरासानी के बदले में किए गए हमले का हिस्सा था। पेशावर पुलिस नियंत्रण कक्ष के अनुसार, 200 से अधिक घायलों को लेडी रीडिंग अस्पताल ले जाया गया। पेशावर के कैपिटल सिटी पुलिस ऑफिसर (सीसीपीओ) एजाज खान ने ‘जियो टीवी’ को बताया कि विस्फोट स्थल से संदिग्ध आत्मघाती हमलावर का सिर बरामद किया गया है। संदिग्ध हमलावर की पहचान मोहमंद एजेंसी के सलीम खान के 37 वर्षीय पुत्र मोहम्मद अयाज के रूप में हुई है।

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