कर्तव्य पथ पर ‘धरती कहे पुकार के’ ने मोहा सभी का मन, पीएम मोदी ने भी देखा मंचन
- प्रदीप सरदाना
वरिष्ठ पत्रकार एवं फिल्म समीक्षक
गत 31 अक्तूबर को दिल्ली के कर्तव्य पथ पर आयोजित ‘मेरी माटी मेरा देश’ समारोह के दौरान प्रस्तुत नाटिका ने सभी का मन मोह लिया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह के साथ अनुराग ठाकुर, जी किशन रेड्डी, अर्जुन मेघवाल, निसिथ प्रमाणिक और मीनक्षी लेखी जैसे केंद्रीय मंत्रियों की उपस्थिती में हुई इस नाटिका का नाम था-‘धरती कहे पुकार के’ था। जिसे चितरंजन त्रिपाठी के निर्देशन में राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय ने मंचित किया।
कुल 10 मिनट की इस संगीतमय नाटिका में धरती के पर्यावरण और प्रदूषण को लेकर बहुत कुछ कह दिया। लोग जगह जगह कूड़ा कचरा फैलाने के साथ रासायनिक और प्लास्टिक आदि की वस्तुओं के इस्तेमाल से पर्यावरण को जिस तरह प्रदूषित कर रहे हैं। उससे धरती माँ भी विचलित है। धरती माँ स्वयं लोगों के बीच प्रकट होकर अपनी भावनाओं और दर्द को व्यक्त करती हैं।
जब देश भर के 7500 ब्लॉक के 6 लाख गांवों की पावन मिट्टी को कलश में लेकर लोग कर्तव्य पथ पहुंचे, तो यह नाटिका और भी प्रासंगिक हो गयी। उन्हीं लोगों के सम्मुख प्रस्तुत नाटिका ने सभी को संदेश दिया कि मिट्टी और वीरों को वंदन के साथ, प्रदूषण को दूर करना भी हमारा कर्तव्य है।