अमित शर्मा की नई पुस्तक ‘बोलें तो ऐसा बोलें’ का ओमकार सिंह लखावत ने किया विमोचन, कही यह बड़ी बात

‘अगर कोई नेता या नेत्री बोलने से बचता है तो मान लीजिए कि अपना पॉलेटिकल करियर खाक में डालने की तैयारी में है।’ राज्यसभा के पूर्व सांसद और साहित्याकर ओमकार सिंह लखावत (Onkar Singh Lakhawat) ने यह बात ‘बोलें तो ऐसा बोलें’ (Bolen To Aisa Bolen) पुस्तक पर नेताओं के बोलेने के तरीकों के चैप्टर को पढ़ते हुए कही।

मौका था प्रभात प्रकाशन (Prabhat Prakashan) से प्रकाशित ‘बोलें तो ऐसा बोलें’ पुस्तक (Bolen To Aisa Bolen Book) के विमोचन का। युवा साहित्यकार अमित शर्मा (Amit Sharma) की यह चौदहवीं किताब थी जिसका विमोचन ग्रासरूट मीडिया फाउंडेशन की ओर से कलानेरी कला दीर्घा में हुआ।

पुस्तक के बारे में बताते हुए डॉ. गरिमा श्रीवास्तव ने कहा कि स्कूल, कॉलेज से लेकर प्रोफेशनल मंच तक जब भी आपको कुछ बोलना है, तो उस बोलने के तरीकों को इस पुस्तक में बड़े ही सहज ढंग से पिरोया गया है।

लेखक अमित शर्मा (Amit Sharma) का कहना था कि अच्छा बोलना हम सब चाहते हैं, पर सही तरीका क्या है इस सवाल में उलझे रह जाते हैं। इसी सही तरीके को इस पुस्तक में आम बोल चाल की भाषा में समाहित किया गया है।

इस मौके पर पत्रकार राजेन्द्र बोड़ा ने पत्रकारिता के मौजूदा युग में तकनीक की क्रांति का जिक्र किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ओमकार सिंह लखावत ने अपने साहित्य और पत्रकारिता से जुड़े अनुभव इस मौके पर साझा किए।

इस कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार धीरेन्द्र राहुल का सम्मान भी किया गया। राहुल ने इस मौके पर अपने पत्रकारिता सफर के सोपान श्रोताओं के साथ साझा किए।

 

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