Maharaj Controversy: आमिर खान के बेटे जुनैद की पहली फिल्म ‘महाराज’ का अब क्या होगा

  • प्रदीप सरदाना 

वरिष्ठ पत्रकार एवं फिल्म समीक्षक 

आमिर खान (Aamir Khan) के बेटे जुनैद खान (Junaid Khan) की पहली फिल्म ‘महाराज’ (Maharaj Film) को नेटफ्लिक्स (Netflix) पर 14 जून को चुपचाप प्रदर्शित करने की तैयारी थी। लेकिन विश्व हिन्दू परिषद (Vishwa Hindu Parishad) और कुछ अन्य हिन्दू संगठनों ने इस फिल्म के विरोध में ऐसा अभियान चलाया कि इस फिल्म का प्रदर्शन रुक गया।

गुजरात उच्च न्यायालय (Gujarat High Court) ने इस फिल्म पर फिलहाल रोक लगा दी है। अब अगली सुनवाई 18 जून को है। ऐसे में यह सवाल उठ गया है कि ‘महाराज’ फिल्म (Maharaj Film) का क्या होगा? अब यह ओटीटी (OTT) पर प्रदर्शित हो पाएगी या नहीं?

थिएटर की जगह नेटफ्लिक्स पर रिलीज करने का फैसला किया

यूं यशराज फिल्म्स (Yash Raj Films) ने ‘महाराज’ (Maharaj) फिल्म को थिएटर के लिए ही बनाया था। लेकिन जब फिल्म के निर्देशक सिददार्थ मल्होत्रा (Siddharth P. Malhotra), आमिर खान (Aamir Khan) और यशराज (Yash Raj Films) के आदित्य चोपड़ा (Aditya Chopra) ने साथ बैठकर यह फिल्म देखी तो इसे थिएटर की जगह नेटफ्लिक्स (Netflix) पर रिलीज करने का फैसला किया।

फिल्म पर रोक क्यों लगाई गई

इस फिल्म के विशेष प्रदर्शन को मुंबई में मीडिया के साथ कुछ अन्य लोगों ने भी देखा तो यह बात फैल गयी कि फिल्म में हिन्दू धर्म और धर्म गुरुओं के साथ भगवान कृष्ण (Lord Krishna) पर भी बहुत कुछ बेहद आपत्तिजनक है। जो हिन्दू धर्म और संस्कृति को लेकर एक बड़ा षड्यंत्र है।

फिल्म 14 जून को प्रदर्शित ना हो इसके मुखर विरोध के साथ मामला गुजरात उच्च न्यायालय (Gujarat High Court) में रखा गया। कहते हैं फिल्म में इतना कुछ आपत्तिजनक था कि वकील वह सब अदालत में बोलने में असहज थे। तब वकील ने वह सब लिखित रूप में अदालत के सामने रखा। जिसे देखते हुए फिल्म पर रोक लगा दी।

दाल में कुछ काला जरूर है

मैंने यह फिल्म नहीं देखी, इसलिए इस फिल्म को लेकर मैं अपनी कोई व्यक्तिगत प्रतिक्रिया नहीं दे सकता। लेकिन इस फिल्म का रिलीज से पहले कोई प्रोमो, टीजर या ट्रेलर रिलीज ना करना, कोई फोटो रिलीज ना करना, और थिएटर की जगह अचानक ओटीटी पर रिलीज करना, जैसे मामले यह तो संकेत देते ही हैं कि दाल में कुछ काला जरूर है। लेकिन दाल कितनी काली है यह नहीं कहा जा सकता।

सन 1862 के ‘महाराज लिबेल केस’ को फिल्म में दिखाया गया है

बता दें यह फिल्म सौरभ शाह (Saurabh Shah) की पुस्तक ‘महाराज’ (Maharaj) पर आधारित है। जो सन 1862 के ‘महाराज लिबेल केस’ (Maharaj Libel Case 1862) को लेकर है। जुनैद (Junaid Khan) ने ‘महाराज’ (Maharaj) फिल्म में एक 30 वर्षीय पत्रकार करसन दास मुलझी (Karsandas Mulji) की भूमिका निभाई है। जबकि जयदीप अहलावत (Jaideep Ahlawat) ने महाराज जदोनाथ (Maharaj Jadunath) की।

करसन (Karsandas Mulji) ने एक सबसे बड़े मठ के महाराज जदोनाथ (Maharaj Jadunath) के विरुद्द एक लेख लिखा कि किस तरह कुछ पाखंडी धर्म गुरु, महिलाओं के साथ यौन शोषण कर रहे हैं। तो इस पर बवाल हो गया। महाराज ने करसन (Maharaj Jadunath) पर 50 हज़ार रुपए मानहानि का केस कर दिया कि करसन (Karsandas Mulji) ने महाराज (Maharaj Jadunath) और धर्म को बदनाम करने की साजिश की है।

हालांकि इस मुकदमे में जीत करसन दास (Karsandas Mulji) की हुई। इधर अब याचिकाकर्ता ने फिल्म से भगवान कृष्ण (Lord Krishna) के विरुद्द दिखाये गए बेहद आपत्तिजनक दृश्य हटाने के बाद ही फिल्म प्रदर्शित करने की मांग की है। अब अदालत का अगला फैसला क्या आता है, उस पर इस फिल्म का भविष्य टिका है। यूं भी यह फिल्म इतने विवादों में घिर गयी है कि अब निर्माता और नेटफ्लिक्स (Netflix) को इसे रिलीज करने से पहले दस बार सोचना पड़ेगा।

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