केजरीवाल अपने शीश महल को जनता के लिये खोलें – वीरेन्द्र सचदेवा
दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा है कि सामने आये एक स्टिंग ऑपरेशन ने दिल्ली की जनता के साथ ही भारतीय जनता पार्टी को भी स्तब्ध किया है और एक बार फिर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की संवेदनहीनता को दर्शाया है। आज यह स्थापित हो गया है कि अरविंद केजरीवाल घर में नहीं शीशमहल में रहते हैं और हम मांग करते हैं कि मुख्यमंत्री केजरीवाल अपने शीश महल को जनता के देखने के लिये सार्वजनिक रूप से खोलें।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है कि 2020 से 2022 का काल जो कि कोविड काल था। इस दौरान अनेक विकास कार्य धन के अभाव के कारण सरकारों ने स्थगित किये। लेकिन सामने आये इस ऑपरेशन से दिल्लीवाले स्तब्ध हैं, कि उस कोविडकाल में मुख्यमंत्री केजरीवाल ने अपने घर और ऑफिस दोनों के सौंदर्यकरण पर 44.78 करोड़ रूपये खर्च किये।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है कि कोविड काल की पीक पर 1 सितम्बर 2020 से लेकर 30 दिसम्बर 2021 का 16 माह का वक्त ऐसा था जब बड़े से बड़ा उघोग व्यापार भी मंदी की मार झेल रहा था। दिल्ली सरकार का राजस्व आधे से भी कम पर आ गया था और दिल्ली सरकार ने विकास कार्य ही नहीं अनेक राहत कार्य तक धन अभाव में रोक दिये थे। कोविड काल पीक के 16 माह के दौर में अरविंद केजरीवाल द्वारा अपने घर एवं ऑफिस पर लगभग 45 करोड़ रूपया खर्च करना उनकी संवेदनहीनता का एक बड़ा प्रमाण है।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है कि मुख्यमंत्री के बंगले में आर्टिस्टिक ऑर्नामेन्टल कामों के साथ ही अन्य सौंदर्यकरण पर 11 करोड़ से अधिक के खर्च की बात सामने आई है। इसे देखकर दिल्ली वाले आज यह सोच रहे हैं कि आखिर मुख्यमंत्री का आवास कितना बड़ा और भव्य है क्योंकि आज भी 11 करोड़ में तो दिल्ली में एक अच्छा खासा बंगला बन जाता है। इसी तरह दिल्ली वाले स्तब्ध हैं कि बंगले में 2.58 करोड़ रूपये बिजली की फिटिंग पर तो 1.10 करोड़ रूपया रसोई बनाने पर कैसे लग गया क्योंकि सवाल फिर वही है कि इतने रूपयों में तो आज भी दिल्ली में एक छोटा मकान या अच्छे पॉश एरिया में फ्लैट बन जाता है।
श्री सचदेवा ने यह भी कहा है कि साधारणतः यह समझ से भी परे है कि आखिर वह 3 अलमारियां कैसी होंगी जिनको बनाने पर 25 लाख रूपये खर्चे किये गये। सामने आई जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री के आवास पर अनके माता-पिता के लिये बनी अलमारी की लागत लगभग 12 लाख तो उनके पुत्र के लिय बनी अलमारी की लागत 8 लाख एवं बेटी के लिये बनी अलमारी पर लगभग 4 लाख रूपये खर्च किये गये। इसी तरह उनके बच्चों के टॉयलेट के सौंदर्यकरण पर 15 लाख रूपये खर्च कर दिये गये।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है कि अरविंद केजरीवाल आज दिल्ली की जनता के प्रति जवाबदेह हैं कि कोरोना काल में जब अधिकांश लोक विकास कार्य ठप्प थे उन्होंने अपने बंगले के सौंदर्यकरण पर लगभग 45 करोड़ रूपये किस नैतिक अधिकार से खर्च किये।