कृषि में महिलाओं की भूमिका, संगीता अग्रवाल की पुस्तक पर साहित्य अकादेमी में परिचर्चा

कृतार्थ सरदाना। हाल ही में साहित्य अकादेमी के पुस्तक मेले ‘पुस्तकायन’ में, प्रसिद्द लेखिका संगीता अग्रवाल की पुस्तक ‘कृषि में महिलाओं की भूमिका’ पर परिचर्चा का आयोजन किया गया।

‘प्रभात प्रकाशन’ से प्रकाशित इस चर्चित पुस्तक में देश की कुछ उन महिलाओं के योगदान को दर्शाया है जो कृषि क्षेत्र में भी बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रही हैं। साहित्य अकादेमी के नयी दिल्ली स्थित परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम में, हिमाचल प्रदेश की किसान रीना चंदेल विशेष रूप से दिल्ली आयीं। लेखिका ने अपनी इस पुस्तक में रीना चंदेल का भी इंटरव्यू दिया है।

परिचर्चा में जिन मुख्य वक्ताओं ने इस पुस्तक और महिलाओं की कृषि क्षेत्र में भागीदारी पर अपने अहम विचार रखे। उनमें डी डी न्यूज़ के वरिष्ठ संवाददाता गिरीश निशाना, वरिष्ठ समाचार संपादक नवाज़िश, साहित्यकार अंजू शर्मा और ज़ाकिर हुसैन दिल्ली कॉलेज में राजनीति विज्ञान की सहायक प्रोफेसर शबाना आज़मी मुख्य हैं।

प्रभात प्रकाशन ने ‘कृषि में महिलाओं की भूमिका’ का प्रकाशन गत वर्ष किया था। भारत के तत्कालीन उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडु ने 15 जून 2022 को जब इस पुस्तक का विमोचन किया, तब भी यह पुस्तक चर्चा में आई थी।

और भी कई पुस्तकें लिख चुकी हैं संगीता अग्रवाल

बता दें संगीता अग्रवाल दूरदर्शन में हिन्दी समाचार संपादक होने के साथ महिलाओं से केन्द्रित विषयों पर लिखने के लिए प्रसिद्द हैं। इस पुस्तक से पूर्व भी उनकी ‘मीडिया में महिलाओं की भूमिका’ और ‘एक से बढ़कर एक शिखर महिलाएं’ जैसी पुस्तकें प्रकाशित होकर सुर्खियां बटोर चुकी हैं।

हालांकि ऐसा नहीं कि संगीता अग्रवाल सिर्फ महिला विषयों पर ही लिख रही हैं। उनकी एक पुस्तक ‘एक से बढ़कर एक शिखर पुरुष’ में देश के बेहद सफल पुरुषों की गाथा है। जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, अटल बिहारी वाजपेयी, कैलाश सत्यार्थी, बाबा रामदेव, महाशय धर्मपाल गुलाटी और शैफ संजीव कपूर शामिल हैं। साथ ही उनकी एक अन्य पुस्तक ‘एक से एक कोरोना योद्दा’ में उन पुरुषों और महिलाओं के योगदान को दर्शाया गया है, जिन्होंने कोरोना काल में पीड़ितों की जान बचाने में अहम भूमिका निभाई।

 

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