Neha Murder Case: नेहा मर्डर केस को लेकर कर्नाटक ही नहीं देश भर में आक्रोश, चुनाव के चलते कांग्रेस कर रही है लीपापोती

संगीता श्री। भारी दबाव के बाद कर्नाटक (Karnataka) के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया (Siddaramaiah) ने हुबली के नेहा मर्डर केस (Neha Murder Case) की जांच सीआईडी को सौंपने का फैसला किया है। साथ ही एक स्पेशल कोर्ट का गठन भी किया जाएगा जिसके तहत केस की यथाशीघ्र सुनवाई होगी। इससे पहले इस केस की जांच स्थानीय पुलिस कर रही थी, पर इस हत्याकांड को लेकर लोगों का गुस्सा कम होने का नाम नहीं ले रहा। यह देख सरकार को ये फैसला लेना पड़ा।

मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा, “यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि पुलिस समय से चार्जशीट दाखिल करे, ताकि कोर्ट उसके आधार पर जल्द से जल्द अपना फैसला दे सके। हम अपने कार्यकाल के दौरान सबको सुरक्षा देंगे मैं नेहा की हत्या की कड़ी निंदा करता हूं. उसके परिजनों की हर मांग पर गौर कर रहे हैं।”

नेहा हत्या कांड इतना निर्दयी, शर्मनाक और दुखदायी है कि हुबली ही नहीं पूरे कर्नाटक और देश भर में इसको लेकर लोगों में भारी गुस्सा और आक्रोश है। चुनाव के कारण तो कांग्रेस के लिए इस पर लिपा पोती करना मजबूरी बन गया है।

पीएम मोदी ने रैली में किया जिक्र

उधर कर्नाटक में रविवार को जब पीएम मोदी (PM Modi) ने रैली की तो उन्होंने भी नेहा मर्डर केस का उल्लेख करते हुए राज्य सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण के दौरान काँग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत में काँग्रेस जिस सोच को बढ़ावा दे रही है वो बहुत खतरनाक है। सार्वजनिक जगहों पर हमारी बेटियों पर हमला होना कोई साधारण घटना नहीं है, इसलिए मैं कर्नाटक के लोगों से अपील करता हूँ कि उन्हें काँग्रेस से सतर्क रहना चाहिए।

नेहा और फैयाज़ की नहीं थी दोस्ती

18 अप्रैल को फ़ैयाज़ खोंडुनाईक नाम के एक युवक ने हुबली जिले के बीवीबी कॉलेज कैंपस में काँग्रेस पार्षद निरंजन हिरेमथ की बेटी नेहा को कई चाकू मारकर बुरी तरह घायल कर दिया। हमले के बाद कॉलेज के छात्रों और शिक्षकों ने किसी तरह नेहा को अस्पताल पहुंचाया पर उससे पहले ही नेहा की मौत हो गई। नेहा इसी कॉलेज में एमसीए फर्स्ट ईयर की छात्रा थी और फ़ैयाज़ उसका पूर्व सहपाठी था।

नेहा की हत्या के बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद समेत कई संगठनों ने अलग अलग शहरों में विरोध प्रदर्शन कर फ़ैयाज़ के लिए फांसी की मांग की और इस मामले को लव जिहाद बताया। वहीं नेहा के पिता और पार्षद ने भी इस घटना को लव जिहाद बताया और दावा किया कि आरोपी ने उनकी बेटी नेहा को फँसाने की योजना बनाई थी। वो पिछले कुछ समय से नेहा को धमकी दे कर परेशान कर रहा था, और नेहा द्वारा उसके प्रेम प्रस्ताव को नकारने के कारण उसने उसे जान से मार दिया। वहीं फ़ैयाज़ के माता पिता ने भी अपने बेटे की गलती पर उसे कानून द्वारा दंडित करने का समर्थन तो किया। पर साथ ही उन दोनों के बीच प्रेम प्रसंग होने का दावा भी किया। लेकिन नेहा के पिता और परिवार ने इस बात का सख्ती से खंडन किया कि  उन दोनों के बीच कोई दोस्ती,प्रेम या संबंध थे।

फिलहाल आरोपी फ़ैयाज़ पुलिस कस्टडी में है, पर राज्य सरकार अपने ही पार्षद की बेटी के साथ हुए इस जघन्य अपराध पर कड़ी कारवाई करेगी या इसे प्रेम प्रसंग का नाम देकर रफा दफा करने में ज़्यादा दिलचस्पी दिखाएगी, ये तो आगे ही पता चलेगा। पर काँग्रेस शासित प्रदेशों में कानून व्यवस्था की चरमराती स्थिति और कितने मासूमों को अपनी बलि चढ़ाएगी, ये प्रश्न गंभीर है।

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