NTPC और ऑयल इंडिया ने हरित रसायनों और परियोजनाओं के लिए की यह बड़ी घोषणा

भारत की सबसे बड़ी एकीकृत बिजली उपयोगिता एनटीपीसी लिमिटेड (NTPC Limited) ने एनटीपीसी बोंगाईगांव में प्रस्तावित बांस आधारित बायो-रिफाइनरी और अन्य हरित परियोजनाओं में साझेदारी के अवसरों के लिए नुमालीगढ़ रिफाइनरी लिमिटेड (NRL) के साथ एक गैर-बाध्यकारी समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।

एनआरएल (NRL) ऑयल इंडिया (Oil India Limited) लिमिटेड की सहायक कंपनी है, जो पेट्रोलियम उत्पादों के शोधन और विपणन के व्यवसाय में संलग्‍न है।

केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के इन दो उद्यमों का उद्देश्‍य इस समझौता ज्ञापन के माध्यम से हरित रसायनों के क्षेत्र में अपना दायरा बढ़ाना तथा देश के नेट-जीरो लक्ष्यों को प्राप्त करने और पूर्वोत्‍तर क्षेत्र के विकास में भागीदार बनने की दिशा में प्रयासों को आगे बढ़ाने के लिए स्थायी समाधानों के क्षेत्र में दाखिल होना है।

इस समझौता ज्ञापन पर 30 जनवरी, 2024 को एनटीपीसी के सीएमडी गुरदीप सिंह, ओआईएल के सीएमडी और एनआरएल के अध्यक्ष डॉ रंजीत रथ, और एनआरएल के एमडी भास्कर ज्योति फुकन की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए गए

 

एनटीपीसी (NTPC) 2032 तक 60 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता हासिल करने और ग्रीन हाइड्रोजन और ऊर्जा भंडारण क्षेत्र में एक प्रमुख कंपनी बनने के लिए प्रतिबद्ध है।

कंपनी डीकार्बोनाइजेशन की दिशा में ग्रीन हाइड्रोजन, बायोफ्यूल्स, कार्बन कैप्चर और हाइड्रोजन मोबिलिटी जैसे अनेक कदम उठा रही है।

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