अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, ब्रिटेन और इटली उतरे इज़राइल के समर्थन में, संयुक्त बयान जारी कर आतंकवाद की करी निंदा

अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, ब्रिटेन और इटली के नेताओं ने संयुक्त बयान जारी कर इज़राइल पर आतंकी समूह हमास के अचानक हमलों की निंदा की है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन, जर्मनी के चांसलर ओलफ शोल्ज़, इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषी सुनक ने संयुक्त बयान में कहा कि हमास की आतंकी कार्रवाई का कोई न्यायिक औचित्य नहीं है।
बयान में कहा गया है कि विश्व ने देखा है कि हमास के आतंकियों ने लोगों को उनके घरों में घुसकर मारा। गीत-संगीत के कार्यक्रम के दौरान हमले में 200 से अधिक युवा मारे गये। आतंकियों ने बुजुर्ग महिलाओं, बच्चों और परिवारों का अपहरण कर लिया, जो अब हमास के बंधक हैं।
बयान में कहा गया है कि ये देश इस तरह की आतंकी कार्रवाई से देश और अपनी जनता की रक्षा के किसी भी प्रयास में इजरायल का समर्थन करेंगे। इन नेताओं ने कहा कि वे फिलिस्तीन की वैध आकांक्षाओं का सम्मान करते हैं, लेकिन हमास इन आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व नहीं करता, क्योंकि उसे आतंक और खून-खराबे के अलावा फिलिस्तीनी जनता से कुछ भी लेना-देना नहीं है।
इस बीच, सीएनएन ने खबर दी है कि इन हमलों में इजरायल में 900 से अधिक और गजा में 600 से अधिक लोग मारे गये हैं। इजरायल ने चेतावनी दी है कि यह तो सिर्फ युद्ध की शुरुआत है।