तेज़ बारिश से फिर बिगड़े दिल्ली, हिमाचल, गुजरात, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के हालत
दिल्ली में एक बार फिर यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया। शाम पांच बजे जलस्तर 206 दशमलव तीन-दो मीटर से अधिक था। उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के बाद हरियाणा में हथिनीकुंड बैराज से छोड़े गए पानी के कारण जलस्तर बढ़ा है।
उत्तर प्रदेश के वाराणसी में गंगा नदी का जलस्तर बढ़ रहा है। प्रशासन ने अगले आदेश तक नदी में नौकाएं चलाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है। हालांकि राज्य के अन्य हिस्सों में बाढ़ की स्थिति में लगातार सुधार हो रहा है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार वाराणसी में गंगा का जलस्तर 65 दशमलव दो-नौ मीटर था, जो खतरे के निशान से मात्र 6 मीटर दूर है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल-एनडीआरएफ, पीएसी और जल पुलिस के जवान लोगों को लगातार सतर्क कर रहे हैं।
गुजरात में मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान द्वारका, राजकोट, भावनगर और वलसाड जिलों में तेज से और अधिक तेज बारिश होने का अनुमान व्यक्त किया है। 102 प्रखंडों में व्यापक वर्षा हुई है। भावनगर में सबसे अधिक करीब पांच इंच बारिश दर्ज हुई। जूनागढ़ जिले में तेज़ भारी से जनजीवन प्रभावित हुआ।
गौतमबुद्ध नगर जिले में पांच गांवों के 200 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। मेरठ में तहसील मवाना के 20 गांव प्रभावित हैं। गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर में हिंडन नदी का जलस्तर घट रहा है। गाजियाबाद में तहसील सदर के तीन गांव प्रभावित हैं।