टाइप 2 डायबिटीज के साथ जीवन खत्म नहीं होता
अगर आपको टाइप-2 डायबिटीज है तो इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कहां रहते हैं. कुछ बातों का ध्यान आपको हमेशा रखना होगा और स्वयं को बार-बार याद भी दिलाना होगा. उनमें से सबसे पहली बात यह है कि आप अकेले नहीं हैं. टाइप-2 डायबिटीज, शुगर का सबसे आम प्रकार है और आपके आसपास जितने भी शुगर पेशेंट रहते हैं, उनमें से ज्यादातर को इसी प्रकार का शुगर है. इसका मतलब यह है कि आपका शरीर इंसुलिन को ठीक प्रकार से इस्तेमाल नहीं कर पा रहा है. दूसरी बात जो आपको याद रखनी है वह यह कि कुछ लोग अपने खान-पान और लाइफस्टाइल में बदलाव करके अपने ब्लड ग्लूकोज यानी ब्लड शुगर को नियंत्रित कर लेते हैं. जबकि कुछ लोगों को इसके लिए दवाओं और इंसुलिन का आवश्यकता पड़ती है. आपके पास टाइप-2 डायबिटीज से लड़ने के लिए सब कुछ है, इसके बावजूद अगर आप इस बात को लेकर सुनिश्चित नहीं हैं कि इससे कैसे निपटें तो सबसे पहले जानें कि इसका निदान कैसे होता है, यानी कैसे पता चलता है कि आपको टाइप-2 डायबिटीज है.
टाइप-2 डायबिटीज के साथ हर किसी की यात्रा अनोखी है
अन्य बीमारियों की ही तरह टाइप-2 डायबिटीज में भी एक ही तरह का इलाज सभी पर लागू नहीं होता. लेकिन यहां हम आपको कुछ कदम बताएंगे, जो आपकी इस यात्रा को आसान बनाएंगे. आगे आप जो भी कदम उठाएंगे, हमेशा ध्यान रखें कि आप अकेले नहीं हैं. अगर आपको या आपके परिवार या दोस्तों में किसी को डायबिटीज है, तो हमारी आपको सलाह है कि इसके बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी जुटाएं. नई रिसर्च, इलाज और दवाओं के साथ ही लाइफस्टाइल चेंजेस के बारे में भी समझ बढ़ाएं.
नियमित तौर पर ब्लड शुगर की जांच करते रहें. इसके लिए सबसे पहले आपको ब्लड शुगर की जांच करने वाली मशीन घर में लानी होगी. इसके बाद आपको जानना होगा कि कैसे इस मशीन का इस्तेमाल करें और कैसे बिल्कुल सही रिजल्ट प्राप्त करें. अगर डॉक्टर आपको दवाएं देते हैं तो उन दवाओं के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी जुटाएं और समझें कि यह कैसे काम करती हैं. डॉक्टर आपको खाने के लिए दवाएं देते हैं और कई बार इंसुलिन के इंजेक्शन लेने को भी कहा जाता है.
टाइप-2 डायबिटीज में सही खान-पान है जरूरी
टाइप-2 डायबिटीज को मैनेज करने के लिए सबसे पहले हेल्दी डाइट डेवलप करने की आवश्यकता होती है. आपको अपने लिए ऐसा खानपान और लाइफस्टाइल चुनना चाहिए, जो आपको ब्लड शुगर को मैनेज करने में मदद करे. इसके लिए सबसे पहले तो आपको अपने पूरे भोजन को चार हिस्सों में बांटना चाहिए. अपनी डाइट का दो हिस्सा आपको नॉन स्टार्ची सब्जियों के रूप में सेवन करना चाहिए. एक हिस्सा कार्बोहाइड्रेट और एक हिस्सा प्रोटीन की भी आवश्यकता आपको होती है.
नॉन स्टार्ची वेजिटेल में शामिल हैं –
ब्रोकोली या फूलगोभी
ब्रसल स्प्राउट
गोभी (हरी, लाल, नापा, बोकचॉय, चीनी गोभी)
गाजर
अजवाइन
खीरा
बैंगन
पत्तेदार साग जैसे केल, कोलार्ड, सरसों का साग
मशरूम
भिंडी
हरी बीन्स, मटर की फली
शिमला मिर्च
लेट्यूस, पालक और अन्य सलाद मिक्स
तोरी
टमाटर
अपने फिटनेस प्लान पर बने रहें
टाइप-2 डायबिटीज से पार पाने के लिए फिटनेस बहुत ही अहम है. शुगर को मैनेज करने के लिए वॉक आदि शारीरिक गतिविधियां करने की आवश्यकता होती है. इसके लिए आपको मैराथन दौड़ने की आवश्यकता नहीं होती. शुरुआत में आपको छोटे-छोटे कदमों के साथ छोटी दूरी के लिए वॉक करना चाहिए. शुगर कंट्रोल करने के लिए आपको कुछ ऐसी गतिविधियां करनी चाहिए, जिसमें आपकी रुचि हो और जिन्हें आप बार-बार कर सकते हैं.