आज का पंचांग: जानिए सावन के आखिरी सोमवार का पंचांग, इस मंत्र के जाप से दूर हो सकती है आपकी चिंता

*दिनांक – 28 अगस्त 2023

*दिन – सोमवार*

*विक्रम संवत – 2080*

*शक संवत -1945*

*अयन – दक्षिणायन*

*ऋतु – शरद ॠतु*

*मास – श्रावण*

*पक्ष – शुक्ल*

*तिथि – द्वादशी शाम 06:22 तक तत्पश्चात त्रयोदशी*

*नक्षत्र – उत्तराषाढा 29 अगस्त रात्रि 02:43 तक तत्पश्चात श्रवण*

*योग – आयुष्मान सुबह 09:56 तक तत्पश्चात सौभाग्य*

*राहुकाल – दिल्ली समयानुसार सुबह 07:33 से सुबह 09:09 तक*

*सूर्योदय-05:56*

*सूर्यास्त- 18:47*

*दिल्ली समयानुसार*

*दिशाशूल- पूर्व दिशा में*

*व्रत पर्व विवरण – पवित्रा-दामोदर द्वादशी,सोम प्रदोष व्रत*

चिंता को दूर करने के लिए,  शांत चित से कुछ ऐसे पढ़ें मंत्र 

*चिंता के कारण रात को नींद नहीं आती हो तो पुकारो : ‘हे हरि, हे गोविंद, हे माधव !’ 15 से 20 मिनट ऐसे ही शांति मन से भगवान का नाम जपें। फिर प्रसन्नचित होकर कुछ पल हंसें। तत्पश्चात   ‘हरि ॐ…..ॐ…..ॐ….. मेरे प्रभु . मेरे कृपा निधान कहकर कुछ पल भक्ति में लीन हो जाएँ।

प्रारब्ध तो पहले बना है, पीछे बना है शरीर ! संत तुलसीदासजी कहते हैं कि चिंता क्या करते हो ? भज लो श्रीरघुवीर …. हे गोविंद ! हे रघुवीर ! हे राम ! दुःख मन में आता है, चिंता चित्त में आती है; मैं तो निर्लेप नारायण, अमर आत्मा हूँ । मैं प्रभु का हूँ, प्रभु मेरे हैं । इससे चिंता भागेगी ।*

*दूसरा, पूरा श्वास भरकर उसे अंदर रोके बिना पूरी तरह बाहर निकाल दें । श्वास भीतर भरते समय भावना करें कि हम निश्चिंतता, आनंद, शांति भीतर भर रहे हैं तथा मुँह से फूँक मारते हुये श्वास बाहर छोड़ते समय भावना करें कि हम चिंता, तनाव, हताशा, निराशा को बाहर निकाल रहे हैं। ऐसा 20 – 25 बार करने से चिंता, तनाव एवं थकान दूर होकर तृप्ति का अनुभव होता है ।*

*काहे को चिंता करना ? जो होगा देखा जायेगा। हम ईश्वर के, ईश्वर हमारे ! ईश्वर चेतनस्वरूप हैं, ज्ञानस्वरूप हैं, आनंदस्वरूप हैं और हमारे शुभ चिंतक हैं। हरि ॐ …ॐ….ॐ…*

*चिंता से चतुराई घटे, घटे रूप और ज्ञान ।*

*चिंता बड़ी अभागिनी, चिंता चिता समान ।।*

पंचक प्रारंभ : बुधवार, 30 अगस्त 2023 पूर्वाह्न 10:19 बजे से

पंचक समाप्त: रविवार, 03 सितंबर 2023 पूर्वाह्न 10:38 बजे तक

 

जिनका आज जन्मदिन है  उन्हें  शुभकामनाएं एवं बधाई 

दिनांक 28 को जन्मे व्यक्ति का मूलांक 1 होता  है  आप साहसी और जिज्ञासु हैं। आपका मूलांक सूर्य ग्रह के द्वारा संचालित होता है। आप अत्यंत महत्वाकांक्षी हैं। आपकी मानसिक शक्ति प्रबल है। आपको समझ पाना बेहद मुश्किल है। आप आशावादी होने के कारण हर स्थिति का सामना करने में सक्षम होते हैं।

आप सौन्दर्य प्रेमी हैं। आपमें सबसे ज्यादा प्रभावित करने वाला आपका आत्मविश्वास है। इसकी वजह से आप सहज ही महफिलों में छा जाते हैं। आप राजसी प्रवृत्ति के व्यक्ति हैं। आपको अपने ऊपर किसी का शासन पसंद नहीं है।

शुभ दिनांक : 1, 10, 19, 28

शुभ अंक : 1, 10, 19, 28, 37, 46, 55, 64, 73, 82

शुभ वर्ष : 2026, 2044, 2053, 2062

ईष्टदेव : सूर्य उपासना तथा मां गायत्री

शुभ रंग : लाल, केसरिया, क्रीम,

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