Kavita Chaudhary: अभिनेत्री कविता चौधरी ने दुनिया को कहा अलविदा, पर याद रहेगी ‘उड़ान’ की आईपीएस कल्याणी और सर्फ की ललिता

  • प्रदीप सरदाना 

वरिष्ठ पत्रकार एवं फिल्म समीक्षक 

हो सकता है कविता चौधरी (Kavita Chaudhary) को आज की युवा पीढ़ी के बहुत से लोग ना जानते हों। लेकिन यह वह नाम है जिसने कभी अपने एक ही सीरियल से, अपनी बहुमुखी प्रतिभा का प्रमाण देकर, सफलता-लोकप्रियता का नया अध्याय लिख दिया था।

कविता चौधरी (Kavita Chaudhary) के उस सीरियल का नाम था-‘उड़ान’ (Udaan)। जिसका प्रसारण दूरदर्शन (Doordarshan) पर 1989 से 1991 के दौरान हुआ। पीछे कोरोना काल में भी इसका पुनर्प्रसारण हुआ। इस सीरियल में कविता (Kavita Chaudhary) ने आईपीएस अधिकारी कल्याणी सिंह (IPS Kalyani Singh) की भूमिका बेहद शानदार ढंग से निभाई थी।

‘उड़ान’ (Udaan) की लीक से हटकर कहानी, पटकथा तो कविता ने लिखी ही। साथ ही निर्देशन भी ऐसा किया कि आज तक इस सीरियल को भुलाया नहीं जा सका है। लेकिन अब यह खूबसूरत अभिनेत्री और निर्देशक कविता चौधरी (Kavita Chaudhary) ने दुनिया को अलविदा कह दिया है।

अभी 15 फरवरी को अमृतसर के एक अस्पताल में दिल का दौरा पड़ने से कविता (Kavita Chaudhary) का 67 बरस की उम्र में निधन हो गया। यूं वह पिछले कुछ बरसों से कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रही थीं। कविता चौधरी (Kavita Chaudhary) ने ‘उड़ान’ (Udaan) के बाद 2000 में ‘यूअर ऑनर’ (Your Honor) और 2015 में ‘आईपीएस डायरीज़’ (IPS Diaries) जैसे दो और सीरियल भी दूरदर्शन (Doordarshan) के लिए बनाए। लेकिन उन्हें सर्वाधिक लोकप्रियता ‘उड़ान’ (Udaan) से मिली।

इसके अलावा उनका सर्फ के विज्ञापन के लिए रचा किरदार ललिता जी भी बहुत पसंद किया गया। जिसमें ललिता के रूप में कविता (Kavita Chaudhary) का संवाद –सर्फ की ख़रीदारी में ही समझदारी है, काफी लोकप्रिय हुआ।

कविता (Kavita Chaudhary) ने इससे पहले ‘अपराधी कौन’ जैसे सीरियल और ‘तुम लौट आओ’ जैसी कुछ फिल्में भी कीं। लेकिन उनका ‘उड़ान’ (Udaan) सीरियल उस दौर में महिला सशक्तिकरण सीरियल में ‘मील का पत्थर’ सिद्द हुआ। जिसमें शेखर कपूर (Shekhar Kapur) और विक्रम गोखले (Vikram Gokhale) भी अहम भूमिका में थे।

सर्फ के विज्ञापन में उनकी ललिता की भूमिका भी महिला सशक्तिकरण की अगली कड़ी थी। यूं ‘उड़ान’ सीरियल (Udaan Serial) में उनकी कल्याणी सिंह की भूमिका को लोग देश की भारतीय पुलिस सेवा की पहली महिला अधिकारी किरण बेदी (Kiran Bedi) से जोड़ कर देखते थे। लेकिन असल में वह उनकी अपनी बड़ी बहन कंचन चौधरी भट्टाचार्य (Kanchan Chaudhary Bhattacharya) से प्रेरित थी।

कंचन (Kanchan Chaudhary Bhattacharya) बाद में देश की पहिला महिला पुलिस महानिदिशेक भी बनीं। लेकिन पाँच साल पहले कंचन चौधरी (Kanchan Chaudhary Bhattacharya) का भी निधन हो गया था। इधर कविता (Kavita Chaudhary) को कुछ दिन पहले ही कम रक्त चाप के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां 15 फरवरी रात साढ़े 8 बजे उन्होंने दम तोड़ कर ऐसी लंबी उड़ान भर ली,जो निश्चय ही दुखदायी है।

बता दें कविता (Kavita Chaudhary) राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (National School of Drama) से 1978 बैच की स्नातक थीं। अनुपम खेर (Anupam Kher), सतीश कौशिक (Satish Kaushik), उत्तरा बावरकर, गोविंद नामदेव, अनंग देसाई, हेमंत मिश्रा और अनीता कंवर जैसे कई जाने माने कलाकार कविता (Kavita Chaudhary) के सहपाठी थे।

Related Articles

Back to top button