पाकिस्तान आर्मी के खिलाफ होने लगी इस्लामाबाद की सरकार
पाकिस्तान की आवाम के पास खाने के लाले पड़े हुए हैं। मंहगाई ने अब तक की सारी सीमाओं को पार कर दिया है। पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था इतनी खराब है कि सरकार के पास गुजर बसर करने के लिए भी पैसा नहीं बचा हैं। किसी भी वक्त पाकिस्तान को डिफॉल्टर घोषित किया जा सकता हैं। इतनी बुरी स्थिति के बाद भी पाकिस्तान में आतंकवाद खत्म होने के नाम नहीं ले रहा हैं। पाकिस्तान की धरती पर ही पनपा और ISI की छाया में पला-बड़ा तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) आज पाकिस्तान के लिए ही जी का जंजाल बन गया हैं। अफगानिस्तान से पाकिस्तान के खराब संबंधों के चलते टीटीपी अब पाकिस्तान से अपनी दुश्मनी निकाल रहा हैं। पिछले कई सालों में पाकिस्तान में कई बड़े आतंकी हमले हुए हैं। खास तौर पर पाकिस्तान के पेशावर को ये आतंकी अपना निशाना बनाते हैं। हाल ही में पेशावर की मस्जिद में हुए आतंकी हमले में 100 से ज्यादा लोगों ने जान गवा दी हैं। पूरे देश में इस हमले को लेकर आक्रोश देखा जा सकता हैं। पाकिस्तान की आवाम ही अब देश की शालन व्यवस्था के खिलाफ होती नजर आ रही हैं।
पाकिस्तान में भले जनता प्रधानमंत्री को चुनती है लेकिन देश का शासन पाकिस्तान की आर्मी और आईएसआई ही चलाते हैं। इन्हीं के निर्देशों पर पाकिस्तान के दुनिया के साथ संबंध बनाए जाते हैं। ऐसे में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान सहित कई आतंकी संगठनों को पालने वाले आईएसआई के खिलाफ अब देश की सरकार दबे स्वरों में बोलने लगी हैं। हाल ही में पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि पाकिस्तान ने आतंकवाद के बीज बोए अब उसकी ही फसल काट रहा है। डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि उनके देश ने आतंकवाद के बीज बोए हैं। मंत्री का यह बयान पेशावर की एक मस्जिद में हुए भीषण विस्फोट के एक दिन बाद आया है, जिसमें 100 लोगों की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हो गए थे।
रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ के बाद अब पेशावर मस्जिद हमले पर मरियम नवाज का भी बयान सामने आया हैं। मरियम नवाज ने पूर्व आईएसआई प्रमुख की आलोचना की हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि आईएसआई ने ही आतंकवादियों के लिए दरवाजे खोले थे। पाकिस्तान के अपदस्थ प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज ने पेशावर में उच्च सुरक्षा वाले क्षेत्र की एक मस्जिद में आत्मघाती हमले के लिए पूर्व आईएसआई प्रमुख जनरल फैज हामिद को जिम्मेदार ठहराया है। इस हमले में 97 पुलिसकर्मियों सहित 101 लोग मारे गए थे। सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) की वरिष्ठ उपाध्यक्ष मरियम ने कहा, “पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के अध्यक्ष इमरान खान के मददगार जनरल फैज हामिद, जो पेशावर में तैनात थे (कोर कमांडर के रूप में) पेशावर हमले के लिए जिम्मेदार थे।