खालिस्तानियों को लेकर भारत ने दे दी अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया को चेतावनी, विदेश मंत्री बोले संबंधों पर पड़ सकता है असर
विदेश मंत्री डॉक्टर एस. जयशंकर ने सोमवार 3 जुलाई को कहा कि भारत सरकार ने कनाडा, संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया जैसे अपने सहयोगी देशों से खालिस्तानियों को जगह नहीं देने का अनुरोध किया है। दिल्ली में एक कार्यक्रम से इतर पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि सहयोगी देशों को सूचित कर दिया गया है कि खालिस्तानियों को जगह देने से हमारे संबंधों पर असर पड़ सकता है। एस. जयशंकर ने कहा कि केंद्र सरकार इन देशों की सरकारों के साथ इस मुद्दे को उठाएगी।
विदेश मंत्री की यह टिप्पणी कनाडा में इस महीने की 8 तारीख को आयोजित होने वाली खालिस्तान आजादी रैली से पहले पोस्टर सामने आने के बाद आई है। पोस्टर में ओटावा में भारत के उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा और टोरंटो में वाणिज्य दूतावास के जनरल अपूर्व श्रीवास्तव को धमकी दी गई है। रिपोर्टों के अनुसार, भारतीय अधिकारियों ने अपनी सुरक्षा के बारे में चिंता जताई है और इसे अनौपचारिक रूप से राजनयिक सुरक्षा का काम सम्भाल रहे कनाडा के विदेश मंत्रालय, रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस-आरसीएमपी- को सूचित किया है।
इससे पहले, एनआईटी बकोली में छात्रों से संवाद कार्यक्रम में विदेश मंत्री ने कहा कि प्रौद्योगिकी की दुनिया बहुत वैश्वीकृत है और यह अवसरों और चुनौतियों दोनों के रूप में सामने आ सकती है। जयशंकर ने कहा कि देश का युवा सभी क्षेत्रों में नई ऊंचाइयों को छू रहा है और विश्व स्तर पर भारत को गौरवान्वित कर रहा है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार युवाओं को अवसर प्रदान करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है।
प्रधानमंत्री की हालिया अमेरिका यात्रा के बारे में उल्लेख करते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि पहले कई प्रधानमंत्रियों ने अमेरिका का दौरा किया है लेकिन यह दौरा अलग था क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी की अपनी पहचान है, और दुनिया उनका सम्मान करती है। उन्होंने कहा कि जब प्रधानमंत्री मोदी कोई पहल या निर्णय लेते हैं तो उसका असर वैश्विक राजनीति में परिलक्षित होता है। बीते नौ सालों में हमने दुनिया में कई बड़े बदलाव देखे हैं, जिनकी शुरुआत भारत से की गई।