G20 India: कर्नाटक के मैसूर में थिंक-20 शिखर सम्मेलन हुआ शुरू, 2 अगस्त तक चलेगा, जानिए सम्मेलन में क्या रहेगा खास

भारत की जी-20 अध्यक्षता के अंतर्गत मैसुरू में आज सोमवार 31 जुलाई से थिंक-20 शिखर सम्मेलन शुरू हो रहा है। 2 अगस्त तक चलने वाले इस सम्मेलन की मेजबानी थिंक-20 सचिवालय के रूप ऑब्जर्बर रिसर्च फाउंडेशन कर रहा है। थिंक-20 जी-20 का एक कार्य समूह है, जो बहुपक्षीय समूहों के लिए विचारों के कोश के रूप में काम कर रहा है। इसका उद्देश्य जी-20 के लिए प्रासंगिक नीतिगत मुद्दों पर उच्च स्तरीय विशेषज्ञों और वैचारिक समूहों को चर्चा के लिए एक साथ एक मंच पर लाना है।
तीन दिन के सम्मेलन में सात थिंक-20 कार्यबलों के प्रतिष्ठित सदस्य और विश्व भर के नीति विशेषज्ञ भाग लेंगे। भारत की जी-20 अध्यक्षता की प्राथमिकताओं से संबंधित विचारों और दृष्टिकोण को एक साथ प्रदर्शित करने का यह एक अद्वितीय अवसर है। इस दौरान सतत विकास के लिए उचित जीवन शैली, व्यापक अर्थव्यवस्था और व्यापार, महिलाओं के नेतृत्व में विकास, डिजीटल बदलाव, हरित बदलाव, वैश्विक वित्तीय व्यवस्था, सतत विकास लक्ष्यों को हासिल करने की प्रक्रिया में तेजी लाने और बहुपक्षवाद के पुर्ननिर्धारण से जुड़े मुद्दों पर चर्चा होगी।
इस शिखर सम्मेलन के दौरान अंतिम रूप से तैयार थिंक-20 विज्ञप्ति भी जारी की जाएगी। इसमें थिंक-20 के सातो कार्यबलों के आधिकारिक बयानों के आधार पर नीतिगत अनुशंसाओं को रेखांकित किया जाएगा और शिखर सम्मेलन के दौरान जारी किया जाएगा। इस दस्तावेज में विश्व भर के विद्वानों और शोध कर्ताओं की ओर से तैयार विभिन्न नीतिगत जानकारियों को शामिल किया जाएगा। इसके साथ-साथ इसमें थिेंक-20 इंडिया की एक पहल के रूप में थिंक-20 आइडिया बॉक्स के उल्लेखनीय विचारों को भी पेश किया जाएगा ताकि लोगों को जी-20 की प्रक्रिया से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके। शिखर सम्मेलन में चार प्रकाशन भी जारी किए जाएंगे।
थिंक-20 सचिवालय के प्रमुख और ऑब्जर्बर रिसर्च फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉक्टर समीर सरन ने बताया कि जी-20 और अन्य निमंत्रित देशों के 131 सह अध्यक्षों ने पिछले आठ महीनों तक आपस में मंथन करके जी-20 के नेतृत्व के विचार के लिए कुछ विशिष्ट और व्यापक सिफारिशे दी है।