Delhi Mumbai Expressway विकसित होते भारत की एक और भव्य तस्वीर है: मोदी

नई दिल्ली, पुनर्वास न्यूज़ डेस्क। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार 12 फरवरी को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे के पहले चरण को राष्ट्र को समर्पित किया। दौसा में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने 18,100 करोड़ रुपये से अधिक की लागत की सड़क परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण रिमोट से बटन दबाकर किया।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा,‘‘दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के पहले चरण को राष्ट्र को समर्पित करते हुए मुझे बहुत गर्व हो रहा है। यह देश के सबसे बड़े एवं सबसे आधुनिक एक्सप्रेसवे में से एक है। यह विकसित होते भारत की एक और भव्य तस्वीर है।’ उन्होंने कहा, ‘जब ऐसी आधुनिक सड़कें बनती हैं, आधुनिक रेलवे स्टेशन, ट्रेन, मेट्रो, हवाई अड्डे बनते हैं तो देश की प्रगति को गति मिलती है। दुनिया में ऐसे अनेक अध्ययन हैं जो बताते हैं कि बुनियादी ढांचे में लगाई गई राशि जमीन पर कई गुणा ज्यादा असर दिखाती है। बुनियादी ढांचे में होने वाला निवेश उससे भी अधिक निवेश को आकर्षित करता है।’
पीएम मोदी ने कहा, ‘बीते नौ वर्षों से केंद्र सरकार भी बुनियादी ढांचे पर निरंतर बहुत बड़ा निवेश कर रही है। राजस्थान में भी राजमार्ग के लिए बीते वर्षों में 50,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि दी गई है। इस वर्ष में बजट में हमने बुनियादी ढांचे के लिए 10 लाख करोड़ रुपये की व्यवस्था की है। यह 2014 की तुलना में पांच गुना अधिक है।’
उन्होंने आगे यह भी कहा, ‘‘इस निवेश का बहुत बड़ा लाभ राजस्थान को होने वाला है। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे और वेस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरीडोर राजस्थान एवं देश की प्रगति के दो मजबूत स्तंभ बनने वाले हैं।
इस कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा “प्रधानमंत्री जी के आत्मनिर्भर भारत के सपने को पूरा करने में यह राष्ट्रीय राजमार्ग मददगार साबित होगा। आदरणीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में राजस्थान का रोड़ इन्फ्रास्ट्रक्चर बेहतर बने इस लिए हम हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने यही भी कहा “इस महत्वपूर्ण राजमार्ग से व्यापार, उद्योग का विकास होगा, युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर निर्माण होंगे, प्रदेश का चौतरफा विकास होगा, जिससे गाँव, गरीब, मजदूर, किसानों की गरीबी दूर होगी”।
कार्यक्रम के दौरान मंच पर केंद्रीय राज्य मंत्री वी के सिंह, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह और अन्य नेता मौजूद थे। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कार्यक्रम को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए संबोधित किया।
दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे का दिल्ली-दौसा-लालसोट खंड 247 किलोमीटर लंबा है। गौरतलब है सरकार ने इसे 12,173 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से इसका निर्माण किया है। अब इस खंड के चालू हो जाने से दिल्ली से जयपुर की यात्रा का सफर पांच घंटे से घटकर लगभग साढ़े तीन घंटे में ही हो पूरा जाएगा।
इस दौरान प्रधानमंत्री ने 247 किलोमीटर लंबे राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की भी आधारशिला रखी जिन्हें 5940 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किया जाना है।