CM नीतीश कुमार का पहला रिएक्शन

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को बजट 2023 पेश किया और कुछ शुल्कों और करों में बदलाव की घोषणा की, जिसके परिणामस्वरूप कुछ वस्तुएं सस्ती हुईं और कुछ महंगी हो गईं। जुलाई 2019 में वित्त मंत्री का पद संभालने के बाद सीतारमण ने आज अपना पांचवां पूर्ण बजट पेश किया। यहां उन सामानों की सूची दी गई है जो सस्ते हो गए हैं और जो अधिक महंगे हो गए हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम बजट 2023-24 की सात प्राथमिकताओं को सूचीबद्ध किया। इसमें बुनियादी ढांचा, हरित विकास, वित्तीय क्षेत्र और युवा शक्ति शामिल हैं। बजट की अन्य प्राथमिकताएं समावेशी विकास, अंतिम व्यक्ति तक पहुंच और अपनी क्षमता को विकसित करना हैं। वहीं बजट की घोषणा के साथ ही तमाम नेताओं की ओर से प्रतिक्रिया भी सामने आने लगी है। जहां एक तरफ बीजेपी की तरफ से अमृतकाल के इस बजट को क्रांतिकारी बताया जा रहा है तो वहीं विपक्षी दल के नेता इसे खास लोगों के लिए बनाया गया बजट बता रही है।
एनडीए के पूर्व सहयोगी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तरफ से बजट पर प्रतिक्रिया सामने आई है। नीतीश कुमार ने कहा कि वह हर बार बजट देखते थे लेकिन इस बार नहीं देख सके हैं। नीतीश कुमार अपनी समाधान यात्रा पर निकले थे। आज उनका सुपौल का दौरा था। इस दौरान पत्रकारों की तरफ से उनसे बजट को लेकर सवाल पूछे जाने पर नीतीश कुमार ने कहा कि वो हर बार तो बजट देखते थे लेकिन इस बार नहीं देख सके हैं। इसके साथ ही नीतीश ने कहा कि जब हम लौटेंगे तो एक-एक चीज जरूर देखेंगे। अभी तो यात्रा में घूम रहे हैं। नीतीश ने कहा कि हम हर बार सुनते थे, लेकिन इस बार मेरा कार्यक्रम था।
बिहार की नीतीश कुमार की सहयोगी राजद के नेता सांसद मनोज झा ने कहा कि मैंने वित्त मंत्री को कई बार कहा है कि जब भी बजट बनाए तो अनुच्छेद 39 को देख लें। संविधान से आंखें मूंद कर स्तुति गान वाला बजट बनाते हैं तो कुछ हासिल नहीं होगा।