मुख्यमंत्री योगी ने 74वें गणतंत्र दिवस पर अपने सरकारी आवास पर फहराया तिरंगा

लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 74वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर अपने सरकारी आवास पांच कालिदास मार्ग पर तिरंगा फहराया और प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं भी दीं। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेशवासियों से उत्तर प्रदेश के विकास में सकारात्मक भूमिका के निर्वहन की अपील की।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत ने 75 वर्ष में बहुत लंबी दूरी तय की है। यह पर्व और त्योहार हमको चिंतन और मनन करने का अवसर प्रदान करता है। पूरे प्रदेशवासियों से अपील है कि वे अपने कर्तव्यों का निर्वहन ईमानदारी पूर्वक करें। शासन की योजनाओं को प्रदेशवासियों तक पहुंचाने में मदद करें। एक नए यूपी को देश और दुनिया के सामने स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण अभियान को आगे बढ़ाएं। देश के सामने सबसे बड़ी चुनौती जातिवाद, भाषावाद, क्षेत्रवाद और किसी भी प्रकार की मत व मजहब विभाजन जैसी विकृति मानसिकता को दूर करना है।

उन्होंने कहा कि विगत वर्षों में इसमें काफी हद तक सफलता प्राप्त हुई है। आज उत्तर प्रदेश बेहतरीन कानून व्यवस्था, दंगा मुक्त प्रदेश के रूप में अपने आपको स्थापित करने में सफल हुआ है। इसका परिणाम उत्तर प्रदेश को निवेश के बेहतरीन गंतव्य के रूप में मिली पहचान है। आज पूरी दुनिया प्रदेश की तरफ आशावादी निगाहों से देख रही है। अब हमें भ्रष्टाचार के खिलाफ भी उसी तर्ज पर काम करना है, जैसे कानून व्यवस्था को स्थापित किया गया है।

भारत के महान सपूतों को नमन करने का अवसर

झण्डा फहराने के बाद मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि गणतंत्र दिवस विरासत के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने का एक अवसर है। भारत माता के उन महान सपूतों, अमर बलदानियों और महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को नमन करने का अवसर है। 1950 में भारत का संविधान पूरी तरह से लागू हुआ था। इसने दुनिया के सामने लोकतंत्र की जननी और सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में अपने संकल्पों को आगे बढ़ाने का अवसर प्रदान किया। देश के 74वें गणतंत्र के अवसर पर हम सभी को लोकतंत्र की भावनाओं को समझना होगा, जिसके कारण पूरी दुनिया भारत की ओर आशा भरी निगाहों से देखती है।

माला की तरह पिरोया गया है संविधान का एक-एक आर्टिकल

संविधान के निर्माण और इसके निर्देशों पर चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि सैकड़ों वर्षों की गुलामी के बाद 15 अगस्त 1947 को देश आजाद हुआ था। आजादी की आहट के पहले ही 1946 में देश ने संविधान सभा का निर्माण कर स्वतंत्र भारत में किस प्रकार की व्यवस्था लागू होनी है, इसके बारे में चिंतन व मनन किया। महापुरुषों और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के नेतृत्व में इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाया गया और अंततः 26 नवंबर 1949 को भारत का संविधान बनकर तैयार हुआ। डॉ. राजेंद्र प्रसाद की अध्यक्षता में बनी संविधान निर्माण की समिति और संविधान के एक-एक आर्टिकल और धारा को जैसे माला पिरोने का कार्य होता है, उसी तर्ज पर डॉ. भीमराव अंबेडकर के नेतृत्व में प्रतिबद्धता के साथ संपन्न किया गया। इसके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26 नवंबर की तिथि को संविधान दिवस के रूप में आयोजित करने का निर्णय लिया था।

ध्वज फहराने के बाद राष्ट्रगान के साथ शुरू हुई परेड

मुख्यमंत्री योगी ने विधान भवन पर आयोजित गणतंत्र दिवस परेड का भी अवलोकन किया। जहां विभिन्न झांकियों के माध्यम से उत्तर प्रदेश की संस्कृति और विविधता की झलक देखने को मिली। परेड कार्यक्रम की शुरुआत राज्यपाल आनंदी बेन पटेल एवं मुख्यमंत्री ने ध्वज फहराकर की। परेड में भारत की सशस्त्र सेनाओं के पराक्रम के अलावा पैरामिलिट्री फोर्सेज और यूपी पुलिस की टुकड़ियों का शौर्य भी देखने को मिला। साथ ही स्कूली बच्चों और खिलाड़ियों ने भी परेड में शिरकत की। विभिन्न विभागों की झांकी भी देखने को मिली। परेड के दौरान मुख्यमंत्री समेत सभी मेहमानों व परेड में हिस्सा ले रहे लोगों पर आसमान से पुष्पवर्षा भी की गई।

इस अवसर पर राजस्थान, पंजाब, मणिपुर समेत कई अन्य राज्यों के लोकनृत्य का भी प्रस्तुतिकरण किया गया। विभिन्न स्कूलों के छात्रों ने नृत्य के माध्यम से प्रदेश के पर्यावरण, स्वच्छता, योग के प्रति जागरुकता का संदेश भी दिया। वहीं, स्वर्णिम भारत, एक भारत-श्रेष्ठ भारत, सशक्त भारत की थीम पर आधारित विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों को भी प्रस्तुत किया गया। छात्रों ने राष्ट्रभक्ति पर आधारित फिल्मी गीतों पर प्रस्तुति के माध्यम से सशस्त्र सेनाओं के शौर्य और पराक्रम के साथ ही विपरीत परिस्थितियों में भी उनके बुलंद हौसलों की तस्वीर पेश की। झांकियों में मिशन शक्ति, ग्रीन कॉरिडोर, राम राज्यम, आयुष्मान भारत, नमामि गंगे, स्मार्ट क्लास, मोटा अनाज और जीआईएस जैसे प्रदेश सरकार के कार्यक्रमों की झलक ने आकर्षण बटोरा। कार्यक्रम का समापन भी राष्ट्रगान के साथ हुआ।

सीएम ने बच्चों के साथ भी किया संवाद

गणतंत्र दिवस परेड के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी का एक नया रूप भी देखने को मिला। इस दौरान योगी से मंच पर मिलने पहुंचे कुछ बच्चों के साथ वह बेहद खुश नजर आए। विभिन्न वेशभूषा में पहुंचे ये बच्चे भी मुख्यमंत्री योगी से मिलकर काफी उत्साहित थे। कोई बच्चा तिरंगा पगड़ी पहने हुए था तो कोई यूपी पुलिस के वेश में आया था।

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