Samsung Solve For Tomorrow 2023: सैमसंग ने प्रतियोगिता के लिए घोषित की 30 टीमें, जीतने वाली 3 टीम को मिलेंगे 1.5 करोड़ रुपये

दिल्ली, कृतार्थ सरदाना। सैमसंग (Samsung) ने पिछले दिनों भारत में अपने सीएसआर कार्यक्रम के तहत ‘सॉल्व फॉर टुमॉरो'(Solve For Tomorrow) नाम से एक प्रतियोगिता शुरू की थी। कंपनी ने इसके लिए भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) के स्टार्टअप हब और IIT दिल्ली के फाउंडेशन फॉर इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी ट्रांसफर (FITT) के साथ साझेदारी भी की है। इस प्रतियोगिता के अंत में 3 राष्‍ट्रीय विजेताओं की घोषणा होगी, जिन्‍हें 1.5 करोड़ रुपये की पुरस्‍कार राशि और सैमसंग के शानदार उपकरण मिलेंगे। अब कंपनी ने प्रतियोगिता के लिए टॉप 30 टीमों की घोषणा कर दी है।

सॉल्व फॉर टुमॉरो 2023 (Solve For Tomorrow 2023) में पूरे देश भर से टीमें शामिल हो रही हैं। ये टीमें उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, झारखंड, बिहार, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, हरियाणा, राजस्थान, असम, तेलंगाना, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, गुजरात,  महाराष्ट्र और दिल्ली सहित भारत के 15 राज्यों और 1 केंद्र शासित प्रदेश से हैं।

कंपनी ने इस प्रतियोगिता के लिए 16 से 22 वर्ष के युवाओं से चार विषयों से जुड़ी समस्याओं को हल करने के लिए अपने विचार आमंत्रित करवाए थे। इन चार विषयों में एजुकेशन एवं लर्निंग, हेल्थ एवं वैलनेस, एन्वायरमेंट एवं सस्टेनेबिलिटी और डायवर्सिटी एवं इनक्लूजन शामिल हैं।

इन विषयों में से प्रतियोगिता में शामिल टॉप 30 टीमों ने 44 प्रतिशत ने एजुकेशन एवं लर्निंग से जुड़े आइडिया पेश किए हैं। तो वहीं 23 प्रतिशत टीमों ने एन्वायरमेंट एवं सस्टेनेबिलिटी पर, 20 प्रतिशत ने डायवर्सिटी एवं इनक्लूजन पर और 13 प्रतिशत ने हेल्थ एवं वैलनेस पर अपने विचार प्रस्तुत किए हैं।

30 टीमों ने इन समस्याओं पर रखे हैं अपने विचार

प्रतियोगिता की टॉप 30 टीमों के युवाओं ने समुद्र के जल को पीने योग्य पानी में बदलने, शराब पीकर गाड़ी चलाने, युवाओं के कौशल विकास, सौर पैनलों की दक्षता में सुधार और लापता बच्चों को खोजने जैसी वास्तविक दुनिया की गंभीर समस्याओं को हल करने के लिए अपने आइडिया प्रस्तुत किए हैं। उनके द्वारा पेश किए अन्य आइडिया में मासिक स्राव के रक्त के नमूनों की जांच कर महिलाओं में कई बीमारियों का जल्द पता लगाना भी शामिल था।

इसके अलावा टीमों ने मानसिक स्वास्थ्य, भोजन की बर्बादी, फसलों में बीमारियों की पहचान, अनुचित कंटेंट से किशोरों की सुरक्षा, और STEM फील्ड में लिंग पूर्वाग्रह जैसी समस्याओं को हल करने से जुड़े आइडिया प्रस्तुत किए।

शीर्ष 30 टीमों में से प्रत्येक को शुरुआती प्रोटोटाइप बनाने के लिए 20 हज़ार रुपये मिलेंगे। इसके बाद वे अपने आइडिया को सैमसंग के युवा कर्मचारियों और FITT, IIT दिल्ली और MeitY स्टार्टअप हबके विशेषज्ञों की ज्यूरी के सामने रखेंगे। यह ज्यूरी फिनाले के लिए टॉप 10 टीमों का भी चयन करेगी। टॉप 10 टीमों में से प्रत्येक को ज्यूरी सदस्यों के साथ-साथ मेंटर्स के फीडबैक के आधार पर अपने प्रोटोटाइप को बेहतर बनाने के लिए 1 लाख रुपये मिलेंगे।

इन टीमों को सैमसंग इंडिया ऑफिस (Samsung India Office) उसके आर एंड डी सेंटर्स, डिजाइन सेंटर, और बेंगलुरु में सैमसंग ओपेरा हाउस का दौरा करने का भी अवसर मिलेगा, जहां वे युवा सैमसंग कर्मचारियों और शोधकर्ताओं के साथ बातचीत करेंगे। कंपनी के इस वार्षिक कार्यक्रम का समापन तीन राष्‍ट्रीय विजेताओं की घोषणा के साथ होगा, जिन्‍हें 1.5 करोड रुपए की पुरस्‍कार राशि और रोमांचक सैमसंग उत्‍पादों को जीतने का मौका मिलेगा।

70,000 से भी अधिक रजिस्ट्रेशन आ गए

सैमसंग (Samsung) के अनुसार इस प्रतियोगिता के लिए देशभर से 70,000 से भी अधिक रजिस्ट्रेशन प्राप्त हुए हैं। अच्छी बात यह भी है कि इनमें भारत के 500 शहरों, कस्बों के साथ गांवों से भी युवाओं ने प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए पंजीकरण करवाया है। युवाओं की इतनी बड़ी संख्या में भाग लेना भारत के इनोवेशन और उद्यमशीलता को लेकर बढ़ते जोश की एक झलक भी पेश करता है।

सैमसंग साउथवेस्ट एशिया (Samsung Southwest Asia) के कॉर्पोरेट वाइस प्रेसिडेंट ह्यून किम (Hyun Kim) ने इस प्रतियोगिता को लेकर कहा, “हमारा फ्लैगशिप प्रोग्राम सैमसंग सॉल्व फॉर टुमॉरो (Samsung Solve For Tomorrow) देश के युवाओं के मन में इनोवेशन की भावना को जगाता है। हमने जिन टॉप 30 टीमों का चयन किया है, वे प्रतियोगिता के अगले चरण में कदम रखेंगी। यहां हम यह देखने के लिए उत्सुक हैं कि डिजिटल इंडिया (Digital India) को सशक्त बनाने में अपना योगदान करते हुए ये आइडिया आगे चलकर क्या आकार लेते हैं।”

आईआईटी दिल्ली (IIT Delhi) के डायरेक्टर प्रो. रंगन बनर्जी (Prof. Rangan Banerjee) ने कहा, हम सॉल्व फॉर टुमॉरो (Solve For Tomorrow) प्रोग्राम के साथ जुड़कर बेहद खुश हैं। देश भर से चुनी गई युवा टीमें भारत सहित विश्व की प्रमुख समस्याओं का अभिनव समाधान पेश करेंगी। इस तरह की पहल से भारत के इनोवेशन इकोसिस्टम को बेहतर बनाने और इसे मजबूत करने में मदद मिलेगी। हम इन युवा इनोवेटर्स को प्रशिक्षित करने और उनकी मदद करने को लेकर बहुत उत्साहित हैं।”

भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) के सीईओ जीत विजय (Jeet Vijay) ने कहा “टॉप 30 टीमों और उनके आइडिया के भीतर सच में लोगों की जिंदगी बदलने की क्षमता है। गैर-मेट्रो शहरों के युवाओं को इस तरह के नए आइडिया पेश करते देखना मेरे लिए वास्तव में बेहद रोमांचक है। सैमसंग के सॉल्व फॉर टुमॉरो प्रोग्राम से, हमें विश्वास हैं कि हम उनके आइडिया को जमीन पर उतारने के साथ एक नए भारत का निर्माण करने के लिए उन्हें सही मार्गदर्शन और कौशल प्रदान करने में सक्षम होंगे।”

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