आज़ादी के स्वर्णिम युग में भारत सांस्कृतिक समृद्धि के नये आयाम गढ़ रहा है, बोले पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को नई दिल्ली के लाल किले में पहले भारतीय कला, वास्तुकला और डिजाइन द्विवार्षिक कला महोत्‍सव का उद्घाटन किया। इसके साथ ही उन्होंने सात शोध प्रकाशनों का अनावरण किया। प्रधानमंत्री ने आत्मनिर्भर भारत सेंटर फॉर डिज़ाइन का भी उद्घाटन किया।

इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और विविधता हमारे देश के जीवंत लोकतंत्र के कारण उत्पन्न हुई है। कला, वास्तुकला और संस्कृति तभी समृद्ध होती है जब अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता होती है, बहस और चर्चा की परंपरा से विविधता निखरती है। ‘आत्मनिर्भर भारत सेंटर फॉर डिज़ाइन’ अद्वितीय संकेतों को मुख्यधारा में लाने के लिए एक मंच प्रदान करेगा। शिल्पकार डिजाइन और विकास का ज्ञान हासिल करेंगे, साथ ही डिजिटल मार्केटिंग भी सीखेंगे।

नरेन्द्र मोदी ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय एक्सपो, पुस्तकालय महोत्सव जैसे सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से भारत वैश्विक सांस्कृतिक पहल को संस्थागत बनाने का प्रयास कर रहा है। भारत की समृद्ध संस्कृति और विरासत विदेशी पर्यटकों को आकर्षित कर रही है। कला और वास्तुकला के हर क्षेत्र में बहुत काम किया जा रहा है, चाहे वह केदारनाथ और काशी जैसे सांस्कृतिक केंद्रों का विकास हो। आजादी के स्वर्णिम युग में भारत सांस्कृतिक समृद्धि के नये आयाम गढ़ रहा है।

इस द्विवार्षिक कला महोत्‍सव का आयोजन देश में एक प्रमुख वैश्विक सांस्कृतिक पहल विकसित करने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण के अनुरूप किया जा रहा है। इसे कलाकारों, वास्तुकारों, डिजाइनरों, फोटोग्राफरों, संग्राहकों, कला पेशेवरों और जनता के बीच समग्र बातचीत शुरू करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

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