International Yoga Day 2023: विश्व में योग का स्वर्ण अध्याय लिख रहा है योग दिवस, खेल प्रतियोगिता में शामिल होने से ओलंपिक तक पहुंचेगा योग

  • प्रदीप सरदाना

    वरिष्ठ पत्रकार

पूरा विश्व आज 9 वां ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ मना रहा है। यूं पिछले 8 बरसों में भारत सहित समस्त संसार में योग को जो लोकप्रियता,जो मान्यता मिली  वह अद्धभुत है। लेकिन इस बार यह योग दिवस और भी खास है। वह इसलिए भी कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस बार न्यूयॉर्क के संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में ही शाम को सामूहिक योग समारोह करेंगे। जिसमें 195 देशों के राजनयिकों सहित लगभग 2 हज़ार लोग पीएम मोदी के साथ योग करेंगे।

यह बात इसलिए अहम और सुखद है कि पीएम मोदी ने 9 साल पहले सितंबर 2014 में इसी स्थान पर संयुक्त राष्ट्र से प्रति वर्ष ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ मनाने का प्रस्ताव रखा था। ‘स्वस्थ विश्व’ के स्वप्न को योग किस प्रकार साकार कर सकता है, इस पर मोदी का अभिभाषण सभी को इतना पसंद आया कि संयुक्त राष्ट्र के 177 देशों ने यह प्रस्ताव तभी स्वीकृत कर एक नया इतिहास रच दिया। उसके बाद जब 21 जून 2015 को पहला योग दिवस मनाया गया तो नज़ारा इतना अद्धभुत था कि तत्कालीन संयुक्त राष्ट्र  महासचिव बान की मून अभिभूत हो गए।

बान की मून ने तब पीएम मोदी की सराहना करते हुए कहा था-‘’संयुक्त राष्ट्र साल भर में करीब 125 विभिन्न दिवस मनाता है। लेकिन विश्व का जो उत्साह योग दिवस को लेकर देखा वह अनुपम है,रोमांचकारी है।‘’ मोदी ने देश के कुछ चुनिन्दा योग गुरुओं के सहयोग और अपनी दूरदृष्टी,नीति व योजनाओं से योग को आज विश्व में नया शिखर दे दिया। इस बार संयुक्त राष्ट्र पहली बार उन्हीं मोदी के सान्निध्य में योग कर रहा है,जिन्होंने विश्व में योग युग का सूत्रपात किया। संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष कसाबा कोरोसी भी इस समारोह को लेकर उत्साहित हैं।

फिर मोदी का यह अमेरिकी दौरा दो और कारणों से खास है। एक इसलिए कि मोदी देश के ऐसे पहले पीएम होंगे जो दूसरी बार अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे। साथ ही पीएम मोदी की यह अमेरिकी यात्रा यूं भी खास है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और उनकी पत्नी अमेरिका की प्रथम महिला जिल बाइडेन ने मोदी को पहली बार राजकीय अतिथि के रूप में बुलाया है। इससे पूर्व बाइडेन सिर्फ दो देश फ्रांस और दक्षिण कोरिया के नेताओं को राजकीय अथिति का सम्मान दे चुके हैं।

इधर भारत में इस बार अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का मुख्य कार्यक्रम जबलपुर में होगा। जहां उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ मुख्य अतिथि होंगे। साथ ही मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगूभाई पटेल और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तथा आयुष और बन्दरगाह, नौवहन और जल मार्ग केन्द्रीय मंत्री सर्बानन्द सोनोवाल सहित और भी केन्द्रीय मंत्री शामिल होंगे। जिनमें सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री डॉ वीरेंद्र कुमार,जल शक्ति और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग राज्य मंत्री प्रह्लाद पटेल, डॉ मुंजपुरा महेन्द्रभाई फग्गन सिंह कुलसते शामिल हैं।

उच्च रक्तचाप पर रहेगा फोकस

योग दिवस पर प्रतिवर्ष एक थीम रखने के साथ किसी एक रोग को भी केंद्र में फोकस रखने की परंपरा है। इस बरस भारत जी-20 समूह की अध्यक्षता कर रहा है। उसी की थीम की तर्ज पर योग दिवस की थीम भी ‘वसुधैव कुटुम्बकम’- एक धरती, एक परिवार, एक भविष्य’ रखी गयी है। लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि इस बार जिस रोग को योग के साथ जोड़ा है वह हायपरटेंशन (उच्च रक्तचाप) है। इससे पूर्व वर्षों में कोरोना और मधुमेह जैसे रोगों को थीम बनाया जा चुका है।

हाल ही में प्रधानमंत्री के योग गुरु और ‘स्वामी विवेकानंद योग अनुसंधान संस्थान’ के संस्थापक और कुलपति डॉ एच आर नागेंद्र ने बात हुई तो उन्होंने बताया कि पीएम के सुझाव पर ही हमने इस वर्ष ‘हायपरटेंशन’ रोग को थीम बनाया है। पहले हम कैंसर को थीम लेना चाहते थे। लेकिन पीएम ने कहा हायपरटेंशन बहुत तेजी से बढ़ते हुए काफी खतरनाक और जानलेवा भी हो गया है। इसलिए योग के माध्यम से इस रोग को कैसे कम और दूर किया जा सके यह लोगों को बताया जाये। इसलिए हम योग से उच्च रक्तचाप के रोकथाम को लेकर विशेष योग का ज्ञान भी सभी को देंगे।

योग गुरु डॉ नागेंद्र से बातचीत में यह भी पता लगा कि इस बार योग दिवस के लिए यह लक्ष्य रखा गया है कि भारत में इस दिन 25 करोड़ लोग योग करें। पिछली बार यह लक्ष्य 20 करोड़ का था। जिसमें 19 करोड़ का लक्ष्य पूरा भी हो हुआ।

संयुक्त राष्ट्र का सर्वाधिक लोकप्रिय दिवस

असल में होता क्या है कि योग दिवस हो या कोई और दिवस उस एक दिन तो उसका काफी उत्साह रहता है। अनेक लोग उसमें बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते है। सोशल मीडिया पर उसकी तस्वीर साझा करते हैं। लेकिन उससे पहले और बाद में अधिकतर निल बटे सन्नाटा सा रहता है। लेकिन विश्व योग दिवस इस मामले में काफी अलग है। इस बार भी योग दिवस पर अधिक से अधिक लोग जुड़ सकें इसके लिए आयुष मंत्रालय ने 100 दिन पहले ही एक विशेष अभियान शुरू कर दिया गया। जिसके तहत देश के 100 शहरों के साथ विदेशों में भी योग के विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। देश की राजधानी दिल्ली में तो जहां ताल कटोरा स्टेडियम में पिछले दिनों ही एक विशेष योग कार्यक्रम रखा गया। वहाँ दिल्ली के एम्स में भी एक अन्य कार्यक्रम। जिनमें लगभग 5 हज़ार  लोग योग करने के लिए आए।

योग गुरु डॉ एच आर नागेंद्र

इधर विश्व योग दिवस के बाद से विश्व भर में योग को आधुनिक चिकित्सा पद्दति एलोपैथी के डॉक्टर्स ने भी योग के महत्व और प्रभाव को समझते हुए इसे काफी हद तक स्वीकार कर लिया है। इसलिए इस बार दिल्ली के एम्स के साथ जोधपुर,भोपाल, ऋषिकेश के एम्स को भी योग दिवस पर साथ जोड़ लिया गया है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग भी इससे जुड़ गया है। जिससे देश के महाविद्यालय और विश्वविद्यालय भी योग कार्यक्रम से जुड़ सकें।

हर आँगन योग

फिर इस बार पीएम ने ‘हर आँगन योग’ का एक विशेष अभियान भी योग के साथ जोड़ा है। इसके अंतर्गत योग दिवस के मौके पर देश के हर गाँव से महानगर तक योगाभ्यास कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए कुछ समय पहले ही मोदी ने ग्राम प्रधानों को पत्र लिखकर हर गाँव में योग कार्यक्रम आयोजित करने के लिए कहा था। इसके लिए आंगनवाड़ी,स्वास्थ एवं परिवार कल्याण केंद्र,पंचायत भवन,समुदाय भवन और स्कूल इत्यादि में विशेष व्यवस्था रहेगी।

उधर विश्व भर में इस आयोजन में पहले से भी अधिक लोग हिस्सा ले सकें इसके लिए विदेश मंत्रालय भी एक विशेष अभियान चला रहा है।इसके तहत ‘आर्कटिक से अंटार्कटिका तक योग’ का आयोजन भी है। जिसमें विदेश मंत्रालय संयुक्त राष्ट्र सदस्य देशों के अतिरिक्त प्राइम मेरिडियन लाइन में आने वाले देशों में भी योग समारोह हो रहा है।

 पुराने किले में मीनाक्षी लेखी का योग कार्यक्रम

योग दिवस को आकर्षित बनाने के लिए योग दिवस का आयोजन आकर्षित स्थलों पर भी करने के परंपरा बन गयी है। मोदी ने 2015 को प्रथम योग दिवस दिल्ली के राज पथ पर आयोजित कर उसे योग पथ बना दिया था। इस बार केंद्रीय संस्कृति और विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी दिल्ली के पुराने किले के प्रागण में योग दिवस का आयोजन कर रही हैं। साथ ही कनाट प्लेस में केंद्रीय आवास एवं पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी के नेतृत्व में भी योग का विशेष कार्यक्रम होगा।

देश के विभिन्न शहरों में भी कई केंद्रीय मंत्री योग के विशेष कार्यक्रम कर रहे हैं। जिनमें  केंद्रीय परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी नागपुर में, योगाभ्यास करेंगे। केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी गोवा के योग समारोह में शामिल होंगे। साथ ही निर्मला सीतारमण, अश्वनी वैष्णव, पीयूष गोयल, ज्योतिरादित्य सिंधिया आदि भी विभिन्न स्थानों पर योगाभ्यास करेंगे।

उधर इस बार ‘ओशन रिंग ऑफ योगा’ जैसे कार्यक्रम भी इस दिन रखे गए हैं। इसके लिए विश्व के 9 बन्दरगाह पर भारतीय नौ सेना के तैनात जहाजों पर भी  योग कार्यक्रम होंगे। साथ ही ‘योग भारतमाला’ कार्यक्रम भी आकर्षित रहेगा। जिसमें भारतीय थल सेना,जल सेना और वायु सेना आईटीबीपी और बीएसएफ के साथ मिलकर बीआरओ यूनिसन में योग प्रदर्शन की शृंखला बनाएँगी।उधर  ‘योग सागरमाला’ कार्यक्रम में भारतीय तट भी योग दिवस मनाकर तटों पर एक खूबसूरत नज़ारा पेश करेंगे।आईएनएस विक्रांत की फ्लाइट डैक पर भी योगाभ्यास होगा। जहां केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह योग करेंगे। उधर रेलवे नेटवर्क, हवाई अड्डों और बंदरगाओं पर भी योग के अनेक कार्यक्रम होंगे।

साथ ही योग को खेलों से जोड़ने और ‘नेशनल योगासन स्पोर्ट्स फेडरेशन’ के गठन के बाद जिले राज्यों से लेकर राष्ट्रीय स्तरों के खेलों में योग को खेल  प्रतियोगिता बनाने से साल भर देश भर में योगाभ्यास के बड़े द्वार खुल गए हैं। इससे अब योग राष्ट्र मण्डल खेलों और एशिया खेलों सहित ओलंपिक खेलों की प्रतियोगिता का हिस्सा बन योग का स्वर्ण अध्याय लिख सकेगा।

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