ऑपरेशन सिंदूर आउटरीच : पांच देशों की यात्रा पर रवाना हुआ तीसरा सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल

भारत ने आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक समर्थन जुटाने के लिए एक बड़ा कूटनीतिक अभियान शुरू किया है। इसी के तहत आज गुरुवार को डीएमके सांसद कनिमोझी करुणानिधि के नेतृत्व में तीसरा सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल पांच देशों की यात्रा पर रवाना हुआ। यह प्रतिनिधिमंडल रूस, स्लोवेनिया, ग्रीस, लातविया और स्पेन का दौरा करेगा और भारत की आतंकवाद के खिलाफ सख्त नीति और पाकिस्तान के आतंकवाद समर्थक रवैये को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उजागर करेगा।
इससे पहले दो अन्य प्रतिनिधिमंडल जापान और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के दौरे पर निकल चुके हैं। इन तीनों समूहों को मिलाकर कुल 7 प्रतिनिधिमंडल 21 मई से 5 जून 2025 तक 33 देशों का दौरा करेंगे। इनका उद्देश्य पाकिस्तान से संचालित होने वाले आतंकी संगठनों को वैश्विक स्तर पर बेनकाब करना और उनके खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समर्थन हासिल करना है। इन सभी में कुल 59 सदस्य शामिल हैं, जिनमें सांसद, पूर्व मंत्री और वरिष्ठ राजनयिक हैं।
पहला प्रतिनिधिमंडल जदयू सांसद संजय कुमार झा के नेतृत्व में आज गुरुवार को टोक्यो (जापान) पहुंचा। इसमें बीजेपी सांसद अपराजिता सारंगी और बृजलाल, तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी, सीपीआई (एम) के राज्यसभा सदस्य जॉन बैरिटास और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद शामिल हैं। यह टीम जापान के बाद दक्षिण कोरिया (24 मई), सिंगापुर (27 मई), इंडोनेशिया (28 मई) और मलेशिया (31 मई) का दौरा करेगी।
दूसरे प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे कर रहे हैं। यह टीम वर्तमान में यूएई में है और उसके बाद लाइबेरिया, कांगो और सिएरा लियोन का दौरा करेगी। इसमें बीजेपी की सांसद बंसुरी स्वराज, अतुल गर्ग और मनन कुमार मिश्रा, बीजेडी के सांसद सस्मित पात्र, आईयूएमएल सांसद ई.टी. मोहम्मद बशीर, बीजेपी नेता एस.एस. अहलूवालिया और पूर्व राजदूत सुजन चिनॉय शामिल हैं।
गौरतलब है कि ऑपरेशन सिंदूर आउटरीच का मुख्य उद्देश्य पाकिस्तान की धरती से चल रहे आतंकी संगठनों की गतिविधियों को दुनिया के सामने लाना और भारत की आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति को स्पष्ट करना है। भारत का यह कूटनीतिक प्रयास वैश्विक स्तर पर आतंक के खिलाफ एकजुटता और सहयोग बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।