ट्विटर पर क्यों बैन हुए थे ट्रंप?
कंपनी के नए मालिक एलन मस्क ने शनिवार सुबह ट्वीट कर ट्रंप के ट्विटर अकाउंट को बहाल किए जाने की योजना के बारे में बताया था। उन्होंने लिखा था, “लोगों ने अपनी इच्छा जाहिर की है। ट्रंप का अकाउंट बहाल किया जाएगा।” मस्क ने एक ऑनलाइन सर्वेक्षण किया था, जिसमें प्रतिभागियों से पूछा गया था कि क्या ट्विटर पर ट्रंप की वापसी होनी चाहिए। इस सर्वेक्षण में 15,085,458 लोगों ने अपना मत जाहिर किया।
करीब 51.8 फीसदी लोगों ने ट्रंप का अकाउंट बहाल करने का समर्थन किया, जबकि 48.2 प्रतिशत इसके खिलाफ थे। ट्विटर पर वापसी के बाद ट्रंप के अकाउंट पर जो आखिरी ट्वीट दिख रहा था, वह आठ जनवरी 2021 का था। इसमें लिखा था, “उन सभी के लिए जिन्होंने पूछा है, क्या मैं 20 जनवरी को शपथ ग्रहण समारोह में नहीं जाऊंगा।” जिस समय ट्रंप का अकाउंट बहाल किया गया, उस समय उनके दस लाख फॉलोअर नजर आ रहे थे, लेकिन 30 मिनट के भीतर यह संख्या बढ़कर 21 लाख पर पहुंच गई।
मालूम हो कि 2020 के राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों की घोषणा के बाद ट्रंप समर्थकों द्वारा अमेरिकी कैपिटल (संसद परिसर) में हिंसा किए जाने के कुछ ही दिनों बाद जनवरी 2021 में उनका अकाउंट स्थाई रूप से निलंबित कर दिया गया था। उस समय ट्विटर के भारतीय मूल के शीर्ष अधिवक्ता विजय गड्डे ने ट्वीट किया था, “हिंसा होने की आशंका के मद्देनजर डोनाल्ड ट्रंप के ट्विटर अकाउंट को स्थाई रूप से निलंबित कर दिया गया है। हमने अपने नीति प्रवर्तन विश्लेषण को भी प्रकाशित किया है। आप हमारे निर्णय के बारे में यहां और अधिक जानकारी हासिल कर सकते हैं।गड्डे ने इस ट्वीट के साथ कंपनी के फैसले से जुड़ा एक ब्लॉग पोस्ट साझा किया था, जिसके जरिये ट्रंप के 8.8 करोड़ फॉलोअर्स को उनका अकाउंट निलंबित किए जाने की जानकारी दी गई थी।