जब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने की आशा भोसले से फरमाइश

  • प्रदीप सरदाना 

   वरिष्ठ पत्रकार

जीवन में कुछ लम्हे ऐसे होते हैं जो बेहद खूबसूरत होने के साथ इतिहास भी लिख देते हैं। मुझे खुशी है कि मैं ऐसे शानदार पलों का साक्षी बना, जो सदा के लिए यादगार बन गए हैं। हाल ही में ‘चैनल न्यूज़ 18’ (News 18) ने मुझे अपने ‘शी शक्ति’ (She Shakti) कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया।

नयी दिल्ली के होटल ताज पैलेस (Taj Palace Hotel) में आयोजित इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु (President Droupadi Murmu) थीं। कार्यक्रम में दिग्गज गायिका आशा भोसले (Asha Bhosle) और अभिनेत्री श्रद्धा कपूर (Shraddha Kapoor) के साथ, विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाली देश भर की कई महिलाएं शामिल हुईं थीं।

लेकिन उस पल ने तब नया इतिहास लिख दिया, जब राष्ट्रपति ने आशा भोसले (Asha Bhosle) को मंच पर सम्मानित किया। राष्ट्रपति मुर्मु (President Droupadi Murmu) मंच के बीच, राष्ट्रपति भवन से आई विशेष कुर्सी पर विराजमान थीं। लेकिन वह प्रोटोकॉल को दरकिनार कर मंच पर किनारे पर रखे पोडियम-माइक की ओर बढ़ीं तो सभी अवाक रह गए। लेकिन उससे भी बड़ी हैरानी तब हुई जब राष्ट्रपति ने एक उद्द्घोषक की तरह माइक से घोषणा कर दी- “जब आज आशा दीदी हमारे बीच हैं तो मैं उनसे एक गाना गाने के लिए गुजारिश करूंगी।‘’

राष्ट्रपति की यह घोषणा सुन सभागार तालियों से गूंज उठा। वह यह कहकर अपनी कुर्सी पर आकर बैठ गईं। आशा भोसले (Asha Bhosle) वहीं उनकी कुर्सी के पास खड़ी थीं। आशा जी (Asha Bhosle) ने मुसकुराते हुए जैसे ही कुछ गाने के लिए माइक हाथ में पकड़ा। तभी मुर्मु जी (Droupadi Murmu) ने कहा-मधुबन में जो कन्हैया किसी गोपी से मिले, राधा कैसे ना जले’’। तब आशा भोसले (Asha Bhosle) ने ‘लगान’ (Lagaan) फिल्म के इस गीत के मुखड़े को सुनाया तो राष्ट्रपति हँसते हुए ताली बजाती रहीं।

तभी मुर्मु जी (Droupadi Murmu) ने आशा ताई से कहा कि अब आप अपनी पसंद का कोई एक गीत सुनाएँ। तब आशा भोसले ने ‘चुरा लिया है तुमने जो दिल को’ गीत का मुखड़ा सुनाकर राष्ट्रपति सहित सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।

इसके बाद राष्ट्रपति अपनी कुर्सी से उठीं, आशा जी का धन्यवाद किया और स्वयं उनका हाथ पकड़ उन्हें मंच के आगे तक छोड़ कर आयीं। राष्ट्रपति मुर्मु (President Droupadi Murmu) सादगी की मूर्ति हैं यह हम सभी देख ही रहे हैं। इस समारोह में उनकी सादगी  के साथ उनकी विनम्रता और संगीत प्रेम की भी जो अनुपम झलक मिली। वह भुलाए नहीं भूलेगी।

Related Articles

Back to top button