कांग्रेस और ‘आप’ के गठबंधन पर भड़के वीरेंद्र सचदेवा, बोले भ्रष्टाचार के खिलाफ पार्टी बनाने वाले केजरीवाल ने अब किया कांग्रेस के सामने आत्मसमर्पण
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि दिल्ली के लोग आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के चुनावी गठबंधन को देखकर हैरान हैं, लेकिन इस गठबंधन के बावजूद भाजपा दिल्ली की सभी 7 लोकसभा सीटें भारी अंतर से जीतेगी जिसका आधार है समाज के सभी वर्गों से समर्थन।
वीरेंद्र सचदेवा ने कहा “दिल्ली के लोग इस बात से हैरान हैं कि कुछ दिन पहले तक कांग्रेस और “आप” दोनों एक-दूसरे को भ्रष्ट कहते थे और आज केंद्र की कांग्रेस नीत यूपीए सरकार और दिल्ली की पूर्ववर्ती शीला दीक्षित सरकार के भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए बनाई गई “आप” के नेतृत्व ने अपना राजनीतिक अस्तित्व बचाने के लिए कांग्रेस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है।”
भाजपा नेता ने आगे कहा कि “सबसे चौंकाने वाली बात वो लोकसभा सीटें हैं जो अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस को सौंप दी हैं। उत्तर पश्चिमी दिल्ली अनुसूचित जाति की विशाल आबादी के साथ-साथ बड़ी ग्रामीण आबादी वाली एससी आरक्षित सीट है और इसे कांग्रेस को सौंपकर “आप” नेतृत्व ने पुष्टि की है कि उसने ग्रामीण आबादी और दलित मतदाताओं से संपर्क खो दिया है क्योंकि उसने दूर-दराज के इलाकों में विकास के अवसरों से वंचित कर दिया है। इस बाहरी दिल्ली में ग्रामीण और दलित दोनों आबादी रहती है।”
वीरेंद्र सचदेवा ने यह भी कहा कि इसी तरह चांदनी चौक और उत्तर पूर्वी दिल्ली की सीटें कांग्रेस को देकर दिल्ली के मुख्यमंत्री ने स्वीकार किया है कि उन्होंने वैश्य और पंजाबी दोनों समुदायों के व्यापारियों के साथ-साथ अल्पसंख्यक मुस्लिम समुदाय के मतदाताओं के साथ भी संपर्क खो दिया है, जिनका इन दोनों सीटों पर दबदबा है।
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष ने कहा है कि दिल्ली विधानसभा में 70 में से 62 सीटों वाले दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कांग्रेस के साथ गठबंधन करने का फैसला करके दिखाया है कि उन्होंने लगभग आधी दिल्ली का विश्वास खो दिया है।