बग्घियों और बैंडबाजों से सजी युवराज्य नेमिकुमार की निकली बारात

लखनऊ । इन्दिरा नगर जैन मंदिर में चल रहे पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव में शुक्रवार को नेमिकुमार का युवराज्याभिषेक किया गया एवं जूनागढ़ के राजा उग्रसेन की पुत्री राजमति राजुल के साथ विवाह लिए प्रस्ताव भेजा गया। प्रस्ताव स्वीकार हो जाने पर नेमिकुमार बने प्रविज्ञान जैन को सजा धजा कर बारात निकाली गई।

बारात में बैंड द्वारा गाए जा रहे विवाह गीत दूल्हे का सेहरा सुहाना लगता है…., आओ सखी मंगल गाओ…., नेमिनाथ की निकली बारात…., आदि गीतों की धुनों पर हर कोई थिरक रहा था। कहीं श्रद्धालु हाथों से तो कई छतो से पुष्प वर्षा कर रहे थे । ड्रोन कैमरे से भी पूरी यात्रा में पुष्प वर्षा की गई। पूरे रास्ते पर नेमिनाथ भगवान व आचार्य दयासागर जी महाराज की जय जयकार हो रही थी। यात्रा में करीब एक दर्जन बग्घी व रथों पर भगवान के माता-पिता बने सुदीप जैन, शशी जैन, सौधर्म इन्द्र अरुण कुमार जैन, नीलम जैन, धनकुबेर अक्षय जैन, रिया जैन, यज्ञनायक रोहित जैन, श्वेता जैन आदि लोग सज धज कर बग्गी पर सवार थे।

शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए बारात कार्यक्रम स्थल पर पहुँची। जहां महाराज उग्रसेन के परिवार द्वारा द्वारचार किया गया। राजुल बनी श्रुति जैन के हाथो में मेहंदी लग रही होती है। लेकिन अचानक वहां पर मूक पशुओं को बंधा देख नेमिकुमार को वैराग्य आ जाता है और वह दिगम्बर मुनि बन जाते हैं। हृदय विदारक वैराग्य का दृश्य देख कर प्रत्येक भक्त के नेत्र भीग गये।

प्रांत प्रचारक कौशल ने कार्यक्रम में पंहुच कर आशीर्वाद प्राप्त किया। समाज के मंत्री अभिषेक जैन ने बताया की 4 फरवरी दिन शनिवार को विश्वशांति कामना के लिए शांति हवन होगा व महामुनी नेमिनाथ की आहार चर्या होगी।

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