Navneet Sehgal: दूरदर्शन और आकाशवाणी की कमान अब नवनीत सहगल के पास, प्रसार भारती के बने अध्यक्ष, क्या अब बदलेगी कुछ तस्वीर

  • प्रदीप सरदाना

वरिष्ठ पत्रकार एवं फिल्म-टीवी समीक्षक

उत्तर प्रदेश में भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ और चर्चित अधिकारी रहे नवनीत कुमार सहगल (Navneet Kumar Sehgal) ने शनिवार 16 मार्च को, प्रसार भारती (Prasar Bharati) के अध्यक्ष (Chairman) का कार्यभार संभाल लिया है। भारत सरकार ने 15 मार्च को ही उनकी नियुक्ति के आदेश जारी किए थे। इससे अब दूरदर्शन और आकाशवाणी में बड़े बदलाव और विकास की संभावना के रूप में देखा जा रहा है। क्योंकि 1988 बैच के उत्तर प्रदेश कैडर के सहगल को 35 बरसों की अपनी भारतीय प्रशासनिक सेवा में विभिन्न विभागों और मंत्रालयों में काम करने का तो लंबा अनुभव है ही। साथ ही वह सूचना एवं जनसम्पर्क, पर्यटन और फिल्म से जुड़े विभागों में भी प्रमुख रह चुके हैं। उनकी इस नयी नियुक्ति में उनके इसी क्षेत्र के अनुभव और उपलब्धियों की भी अहम भूमिका है।

‘फिल्म बंधु’ से जोड़ा फ़िल्मकारों को

उत्तर प्रदेश में सूचना सचिव और अतिरिक्त प्रमुख सचिव के अपने कार्यकाल के दौरान उत्तर प्रदेश में फिल्म गतिविधियों को तेज करने के लिए उन्होंने ‘फिल्म बंधु’ से कितने ही फ़िल्मकारों को जोड़ा। उन्होंने फ़िल्मकारों को उत्तर प्रदेश में शूटिंग करने के लिए प्रेरित करने के लिए एकल विंडो के साथ उन्हें विभिन्न सहायताएं प्रदान कीं। जिससे राज्य में शूटिंग का सिलसिला तेज हो निकला। उत्तर प्रदेश में ‘फिल्म मैत्री वातावरण’ बनाने के लिए उन्हें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी मिला।

देखा जाये तो नवनीत कुमार सहगल (Navneet Kumar Sehgal) एक ऐसे प्रशासनिक अधिकारी रहे हैं जो अपने कार्यों, कार्य शैली और अंदाज़ से सभी को प्रभावित करते रहे हैं। चाहे सरकार किसी भी दल की हो, उन्हें लगभग हमेशा बड़ी और अहम प्रशासनिक ज़िम्मेदारी मिलती रही है। हालांकि गत वर्ष 31 जुलाई को वह सेवानिवृत हो गए थे तो उनके राजनीति में जाने की अटकलें भी लग रही थीं।

गत दिसंबर में दिल्ली के अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित एक पुस्तक विमोचन समारोह के दौरान, एक अंतराल के बाद मेरी नवनीत सहगल से मुलाक़ात हुई तो मैंने उनसे कहा-‘’आप रिटायर कहाँ रहने वाले हैं। उम्मीद है जल्द ही आपको कोई बड़ी ज़िम्मेदारी मिलेगी। हालांकि वह हँसकर चुप हो गए और बोले लखनऊ आइये, मिलते हैं, मैं अभी वहीं रह रहा हूँ।‘’ लेकिन अब वह स्वयं एक बड़ी ज़िम्मेदारी निभाने के लिए दिल्ली आ गए हैं।

पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश से रहा खास नाता

बता दें नवनीत कुमार सहगल (Navneet Kumar Sehgal) का जन्म 25 जुलाई 1963 को पंजाब के फ़रीदकोट में हुआ था। जबकि उनकी स्कूली शिक्षा अंबाला और भिवानी से हुई। जब यह 19 साल के थे तब बी कॉम करके यह स्नातक बन गए थे। हालांकि यह शुरू से आई ए एस (IAS) बनना चाहते थे। लेकिन कुछ कारणों से पहले यह सीए (CA) बने और फिर कंपनी सेक्रेटरी। सन 1986 में चार्टेड अकाउंटेंट बनने के बाद ही नवनीत सहगल (Navneet Sehgal) ने प्रशासनिक सेवाओं की तैयारी शुरू कर दी थीं। इनकी मेहनत रंग लायी और 25 अगस्त 1988 को इनका आई ए एस बनने का सपना पूरा हुआ।

इनकी नियुक्तियाँ अधिकतर उत्तर प्रदेश में ही होती रहीं। उत्तर प्रदेश में मायावती सरकार आने पर इनका कद बढ़ा। लेकिन अखिलेश यादव के सी एम बनने पर भी इनका रुतबा बरकरार रहा। सीएम अखिलेश इनके काम पर काफी भरोसा रखते थे। बाद में जब योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री बने तब भी सहगल (Navneet Sehgal) को कई बड़ी जिम्मेदारियाँ दी गईं। उत्तर प्रदेश से हटकर नवनीत (Navneet Sehgal) दिल्ली में केंद्र सरकार में 2005 से 2007 के दौरान पंचायत राज और इस्पात और खान मंत्रालय में भी रहे।

चार साल से खाली था अध्यक्ष का पद

इधर प्रसार भारती (Prasar Bharati) बोर्ड के पिछले अध्यक्ष ए सूर्य प्रकाश के कार्यकाल समाप्त होने के बाद, यह पद 4 साल से खाली पड़ा था। ऐसे में प्रसार भारती (Prasar Bharati) के सीईओ (CEO) ही अध्यक्ष पद की ज़िम्मेदारी निभाते रहे। अब चुनाव से ठीक पहले लोक प्रसारक सेवा में नवनीत सहगल (Navneet Sehgal) जैसे भारी भरकम व्यक्तित्व की नियुक्ति संकेत देती है कि प्रसार भारती (Prasar Bharati) में सरकार का कुछ विशेष करने का इरादा है। इसलिए अब यह देखना दिलचस्प रहेगा कि नवनीत सहगल (Navneet Sehgal) दूरदर्शन (Doordarshan) और आकाशवाणी (Akashvani) जैसे बड़े संस्थानों में क्या कुछ नया और बड़ा करते हैं।

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