Microsoft Translator: माइक्रोसॉफ़्ट की ट्रांसलेशन सेवा अब और 4 भारतीय भाषाओं को करेगी सपोर्ट, जानिए इनके और सभी भारतीय भाषाओं के नाम जिनमें अब आप पा सकेंगे ये सेवा

कृतार्थ सरदाना। माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) कंपनी यूं तो अपनी विंडोज़ (Microsoft Windows), ऑफिस (Microsoft Office) और एज ब्राउजर (Edge Browser) जैसे उत्पादों के लिए जानी जाती है। लेकिन लगता है अब कंपनी जल्द ही एक और उत्पाद के लिए भी जानी जाएगी। कंपनी की ट्रांसलेशन सेवा माइक्रोसॉफ़्ट ट्रांस्लेटर (Microsoft Translator) को यूं तो लॉन्च हुए 14 साल हो गए हैं। पूरी दुनिया भर में यह लोकप्रिय भी है। लेकिन भारत की बात करें तो यहां माइक्रोसॉफ़्ट से ज्यादा गूगल ट्रांस्लेट (Google Translate) का बोलबाला है।

माइक्रोसॉफ़्ट ट्रांस्लेटर (Microsoft Translator) भारत में अभी तक हिन्दी समेत 16 भारतीय भाषाओं को सपोर्ट करता था। लेकिन अब कंपनी ने भारत में अपनी मजबूत स्थिति बनाने के लिए 4 और भारतीय भाषाओं पर अपना सपोर्ट जारी कर दिया है।

कौन सी हैं 4 नयी भाषा

माइक्रोसॉफ़्ट ट्रांस्लेटर (Microsoft Translator) ने भोजपुरी, बोडो, डोगरी और कश्मीरी भाषा को अपने प्लेटफॉर्म पर जोड़ने की घोषणा की है। इन नयी 4 भाषाओं के बाद अब माइक्रोसॉफ़्ट ट्रांस्लेटर (Microsoft Translator) हिंदी, असमिया, बंगाली, गुजराती, कन्नड़, कोंकणी, मैथिली, मलयालम, मराठी, नेपाली, उड़िया, पंजाबी, सिंधी, तमिल, तेलुगु और उर्दू सहित कुल 20 भारतीय भाषाओं पर सपोर्ट करेगा।

कंपनी का लक्ष्य है कि माइक्रोसॉफ्ट ट्रांसलेटर (Microsoft Translator) भारत की सभी 22 भाषाओं को सपोर्ट करें। नए अपडेट के बाद अब देश की लगभग 95 प्रतिशत आबादी द्वारा बोली जाने वाली भाषाओं को यह सपोर्ट करेगा।

बढ़ी हुई कवरेज के साथ, माइक्रोसॉफ्ट ट्रांसलेटर (Microsoft Translator) देशी भाषाओं में समझ, बेहतर प्रशासन, संचार और देशी भाषाओं में सूचना पहुंच में सहायता करके बेहतर शिक्षा और साक्षरता के अवसरों को सक्षम करेगा। यह स्थानीय कारीगरों और व्यवसायों के लिए नए आर्थिक अवसर खोलेगा, जिससे उन्हें व्यापक लोगों से जुड़ने का मौका मिलेगा।

अनुवाद सुविधा को व्यवसायों और डेवलपर्स के लिए माइक्रोसॉफ्ट ट्रांसलेटर ऐप (Microsoft Translator App) , एज ब्राउज़र, Office 365, बिंग ट्रांसलेटर और Azure AI ट्रांसलेटर API के माध्यम से एक्सेस किया जा सकता है।

वर्तमान में भारत में इसका उपयोग Jio Haptik और Koo जैसी कंपनियों द्वारा किया जा रहा है। यूजर्स Azure AI ट्रांसलेटर के साथ अपने ऐप्स, वेबसाइटों, वर्कफ़्लो और टूल के लिए नई शुरू की गई भाषाओं के साथ 135 से अधिक अन्य भाषाओं के बीच अनुवाद कर सकते हैं।

भारत में माइक्रोसॉफ्ट ट्रांसलेटर (Microsoft Translator) के इस नए अपडेट का असर करीब 6 करोड़ लोगों पर पड़ेगा। पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में लगभग 51 मिलियन लोगों द्वारा भोजपुरी बोली जाती है। बोडो भाषा असम और मेघालय राज्यों के साथ पड़ोसी देश बांग्लादेश में लगभग 1.4 मिलियन लोगों द्वारा बोली जाती है।

डोगरी भाषा जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और पंजाब में 1.6 मिलियन लोगों द्वारा बोली जाती है। तो वहीं कश्मीरी भाषा को जम्मू-कश्मीर और पड़ोसी देश पाकिस्तान के कुछ हिस्सों में लगभग 70 लाख लोग द्वारा बोला जाता है।

माइक्रोसॉफ्ट डीप न्यूरल नेटवर्क का उपयोग करके जटिल भारतीय भाषाओं के अनुवाद लिए भाषा मॉडल विकसित कर रहा है।

जियो हैप्टिक (Jio Haptik) के सह-संस्थापक और सीटीओ स्वपन राजदेव ने कहा, “भारत में शीर्ष स्तरीय ग्राहक सेवा प्रदान करने का प्रयास करने वाली किसी भी कंपनी के लिए बहुभाषी सपोर्ट, विशेष रूप से भारतीय भाषाओं के लिए महत्वपूर्ण है। हैप्टिक के लिए यह अपडेट काफी फायदेमंद होने की उम्मीद है, क्योंकि इसके जरिये हम व्यापक रूप से अपने ग्राहकों तक पहुँच सकेंगे।

कू (Koo) के मशीन लर्निंग प्रमुख हर्ष सिंघल ने कहा, “दुनिया के 80 प्रतिशत लोग अंग्रेजी के अलावा अपनी मूल भाषा बोलते हैं और कू इन देशी वक्ताओं को उनकी भाषा में खुद को अभिव्यक्त करने की आवाज प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। अनुवाद हमें भाषा संबंधी बाधाओं को तोड़ने में सक्षम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और Microsoft Azure के साथ हम 10 भारतीय भाषाओं सहित 60 भाषाओं में लाखों अनुवाद करने में सक्षम हुए हैं, जिससे डिजिटल समुदायों के फलने-फूलने का मार्ग प्रशस्त हुआ है।

माइक्रोसॉफ्ट इंडिया (Microsoft India) के भारत विकास केंद्र के प्रबंध निदेशक राजीव कुमार (Rajeev Kumar) ने कहा, “हमारा मानना है कि प्रौद्योगिकी को एक पुल के रूप में काम करना चाहिए, जिससे हर कोई अपनी पूरी क्षमता तक पहुंच सके। हम ऐसे समाधान बनाने के लिए समर्पित हैं जो प्रत्येक व्यक्ति को सशक्त बनाने के माध्यम के रूप में टेक्नोलॉजी और भाषा की पहुंच को सक्षम और व्यापक बनाते हैं। हम माइक्रोसॉफ्ट ट्रांसलेटर (Microsoft Translator) पर भोजपुरी, बोडो, डोगरी और कश्मीरी को पेश करके खुश हैं और 22 आधिकारिक भारतीय भाषाओं का समर्थन करने के अपने लक्ष्य के करीब पहुंच गए हैं। हम देश के विकास को गति देने और टेक्नोलॉजी तक पहुंच को अधिक समावेशी बनाने के लिए सबसे उन्नत एआई तकनीक का लाभ उठाकर भारत की विविध भाषाओं और संस्कृति पर अपना सपोर्ट देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”

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