सरकार को ललित मोदी की याद दिलाते हुए दे दी सलाह

जयपुर । कभी किसान सम्मेलन, तो कभी मीडिया से मुखातिब कांग्रेस नेता सचिन पायलट लगातार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार को घेर रहे हैं। पेपर लीक के बाद उन्होंने भ्रष्टाचार के वो मुद्दे उठाए हैं जो तत्कालीन वसुंधरा सरकार के दौर में हुए थे। उन्होंने चुनौती भरी सलाह दी है कि अभी भी समय है। सचिन पायलट शुक्रवार को जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में बतौर अतिथि पहुंचे तो सवालों में घिर गए। यहां भी उन्होंने मौका जाने नहीं दिया और सरल सपाट अंदाज में भ्रष्टाचारियों पर नकेल कसने की सलाह दी। उन्होंने दोहराया कि अभी भी सरकार के पास एक साल का समय है, सरकार उन भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई करे जिनके खिलाफ हमने विपक्ष में रहते हुए प्रमाणों के साथ आरोप लगाए थे।

पायलट ने कहा कि जब हम सरकार में नहीं थे, तब भाजपा की भ्रष्ट सरकार को लेकर हमने तथ्यों के साथ कई बड़े आरोप लगाए थे। खान घोटाला, 90-बी, कालीन घोटाला और ललित मोदी जैसे प्रकरण को लेकर हम दिल्ली तक गए थे। हमने उन्हें एक्सपोज किया था। हमने कहा था कि जब हम सरकार में आएंगे, हम इस पर कार्रवाई करेंगे, लेकिन चार साल का वक्त बीत जाने के बाद भी अब तक हमने इन पर कोई कार्रवाई नहीं की। जबकि, हमने सामूहिक रूप से आरोप लगाए थे। अभी भी एक साल का वक्त है। ऐसे में भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए। पायलट ने कहा कि कुछ मुद्दे कभी-कभी विवादित हो जाते हैं। जरूरत है संवाद की, एक दूसरे के विचारों को समझने की। कुछ मुद्दों पर असहमति हो सकती है। लेकिन, उसे शालीनता से प्रकट करना चाहिए। बातों को सुनना चाहिए, विरोध भी करना चाहिए। लेकिन, वह खुले मन और खुले मंच से होनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि उन्हें पिछले दिनों से मौका मिला अलग-अलग में जाने का, जहां पर हमने किसानों की बात उठाई। किसान देश की रीड की हड्डी है। भारत सरकार ने तीन काले कानून बनाए थे और फिर मजबूर होकर उनको वापस लेना पड़ा था। अभी तक उनकी मांग पूरी नहीं हुई हैं, हम किसान सम्मेलनों में यह प्रस्ताव पास कर रहे हैं कि किसान की प्रतिबद्धता को पूरा किया जाए, किसानों के लिए एमएसपी लागू किया जाना चाहिए। बजाय इसके कि किसान के खाते में 2-4 हजार ट्रांसफर किए जाएं।

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