G20 सम्मेलन का आयोजन स्थल: ‘भारत मंडपम’ भव्यता, क्षमता और आधुनिकता का संगम

  • प्रदीप सरदाना

     वरिष्ठ पत्रकार

भारत में होने 9 और 10 सितंबर को आयोजित होने वाले जी- 20 शिखर सम्मेलन पर दुनिया की निगाहें लगी हुई हैं। यह निश्चय ही बड़े गौरव की बात है कि इस वैश्विक आयोजन का मौका भारत को मिला है। यूं तो पिछले 9 बरसों में भारत की तीव्र गति से चल रही विकास यात्रा और विभिन्न क्षेत्रों में ऊंची उड़ान का गुणगान पहले ही विश्व में हो रहा है। लेकिन जी-20 के दौरान जब रूस, अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, जापान और चीन सहित और भी कुछ बड़े देश भारत के इस शिखर सम्मेलन में एक साथ उपस्थित होंगे तब वे नए भारत की गौरव गाथा के प्रत्यक्ष साक्षी बनेंगे। क्योंकि इस शिखर सम्मेलन का आयोजन नयी दिल्ली के प्रगति मैदान स्थित जिस ‘भारत मंडपम’ में हो रहा है, उसकी भव्यता और आधुनिकता देखते ही बनती है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हाल ही में इस नव निर्मित अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी–सह सम्मेलन केंद्र’ परिसर (आईईसीसी) का उदद्घाटन किया तो सभी उसे देख मंत्र मुग्ध हो गए। प्रधानमंत्री मोदी की परिकल्पना को साकार करता यह आईईसीसी परिसर लगभग 123 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है। इसके निर्माण पर 2700 करोड़ रुपए की लागत आई है। जिसे एक राष्ट्रीय परियोजना के रूप में कुछ इस तरह विकसित किया गया है, जिससे देश में ‘कॉन्फ्रेंस टूरिज़म’ को भी बढ़ावा मिल सके। पीएम मोदी ने इसे ‘भारत मंडपम’ नाम देकर इसे भारत की विरासत और परम्पराओं से जोड़ दिया है। मोदी कहते हैं ‘भारत मंडपम; नाम के पीछे की प्रेरणा भगवान बशेश्वर का ‘अनुभव मंडपम’ है। जो परिचर्चा और अभिव्यक्ति की परंपरा का प्रतिनिधित्व करता है।

‘भारत मंडपम’ भारत का तो सबसे बड़ा प्रदर्शनी और सम्मेलन स्थल बन ही गया है। साथ ही यह विश्व के शीर्ष प्रदर्शनी और सम्मेलन परिसरों का मुक़ाबला करने सक्षम है। यहाँ तक ‘भारत मंडपम’ परिसर, ऑस्ट्रेलिया के सुप्रसिद्द ‘ओपेरा हाउस’ से भी बड़ा हो गया है। यहाँ के आधुनिक एम्फीथिएटर में 3 हज़ार लोग बैठ सकते हैं। यूं भारत मंडपम में आयोजित सम्मेलनों में 7 हज़ार लोग बैठ सकते हैं। यहाँ की पार्किंग व्यवस्था भी ऐसी है जहां 5500 से भी कुछ अधिक वाहनों की पार्किंग की जा सकती है।

इस आधुनिक भवन का आकार शंख जैसा है। जहां वास्तुकारिता के आकर्षक झलक तो मिलती ही आई। साथ ही यहाँ भारत की पारंपरिक कला और संस्कृति को भी पग पग पर महसूस किया जा सकता है।

इस परिसर में कुल 7 प्रदर्शनी कक्ष हैं। सभी में व्यापार मेलों के साथ व्यावसायिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा सकता है।

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